रीडा खान का बलात्कार | Rida Khan Ka Blatkar
' हमारे सामने, रेंग साली कुतिया,' उन्होंने ने कहा, और मैंने वही किया। हाथों और घुटनों के बल, नंगे बदन, झुके सिर, स्तनों को लहराते, खुद को फर्श पर खींच कर लंबे बालों के साथ मैं उनके सामने रेंगने लगी। मैं रीडा खान, 25 वर्षीय, मायामी (Miami) U.S. से एक सफल युवा डिजाइनर और एक मुस्लिम लड़की, जिसे यकीन है अपनी क्षमता पर, किसी भी स्थिति से बहुत अच्छी तरह से निपट सकती हूँ।
जब तक उन्होंने रुकने को नहीं कहा, तब तक मैं उनके लिए सरेआम नंगी हो कर रेंगती रही।
उन्होंने मुझे वहां चार दिनों तक रखा। ये चार दिन मैंने कैसे काटे ये सिर्फ मै ही जानती हूँ, जैसे कोई जेहनुम में मुझे लेगाया हो और मुझे लगातार ज़लील किये जा रहा हो, में नहीं जानती किस गुनाह की सजा मुझे दी जा रही थी ।
रेंगने के बाद उन्होंने मुझे फर्श को चूम को कहा। पेट के बल, हाथों और पैरों को चौड़ा फलाये, किसी रंडी की तरह अपने होंठ से फर्श को चूमने लगी. अपनी जीभ बाहर करेके फर्श को चाट ने लगी, जैसे कोई लड़की अपने प्रमी के लिंग को चूमती है और वे सब लोग मुझे देख रहे थे, मेरी ज़लील होती जवानी का मज़ा ले रहे थे। वो लोग जैसे कहते में वही कर रही थी, सारी शर्म हाया भूल कर, भरी जवानी में सरेआम सबके सामने पूरी नंगी हो कर में फर्श पर इस तरह से आहें भर ने लगी जैसे की फर्श के साथ चुदा रही हूँ. वो लोग मुझे देख कर हँस रहे थे, मुझे गन्दी गालिया दे रहे थे, उन्होंने अपने मनोरंजन के लिए जो भी हो सकता था वो सब करने के लिया मुझे मजबूर किया।
फिर मुझे लगने लगा कि वे मुझे अपनी उत्तेजना के लिए उपयोग करने के सारे तरीके आजमा चुके हैं, हर मुमकिन तरीके से मुझे ज़लील कर चुके हैं । चार दिनों तक वो सभी लोग मुझे लगातार चोदते रहे, हर उस चोदने के तरीके से जो उन्हें आता था या वो लोग जानते थे।
फिर जबकि उनके सरे तरीके ख़तम हो गये मुझे चोदने के और जब वो लोग मुझे हर मुमकिन व् नामुकिन तरीके से चोद चुके थे, तो उन्होंने मुझे ओर ज्यदा ज़लील करने लिए व् अपने मनोरंजन के तोर पर मेरी अन्दर की एक मुस्लिम लड़की को तोडना शुरू कर दिया। मुझे ज़लील होते हुए देखकर वो लोग अपनी योन शक्ति को जिन्दा रखते हुए बार बार मेरा बलात्कार कर रहे थे।
***
मैं अपनी छुटियाँ बिताने न्यू यार्क (New York) जा रही थी, अकेली अपने काम की सारी चिंता कुछ दिनों के लिए भूल कर थोडा आराम करना चाहती थी। मैं अपनी कार चला रही थी और किसी छोटे से शहर को पार करते ही मैंने पुलिस का सेरन siren सुना, वो लोग मुझे कार रोकने का इशारा कर रहे थे। मैंने जल्दी से कार सड़क के किनारे पार जा रोक दी।
एक पुलिस वाला मेरे पास आया और बोला,"आप स्पीड लिमिट से तेज जा रही थी"
मैं मना करते हुए कहा कि, "नहीं सर मैं तो ठीक स्पीड मैं चला रही थी"
तभी दूसरा पुलिस वाला भी आ गया और उसने कहा, "अपना ड्राइविंग लाइसेंसे दिखाइए" मैंने अपना ड्राइविंग लाइसेंसे उने दिया, लाइसेंसे
देखकर वो बोला," तो तुम मायामी (Miami)से हो, मुस्लिम! " ; उन लोगो की आवाज थोड़ी सकत हो गयी;
मैंने भी थोडा सकत होते हुए कहा,"हाँ ! मैं मायामी (Miami)से हूँ, मुस्लिम हूँ और मैं बिलकुल भी तेज गाडी नहीं चला रही थी"
पहेले पुलिस वाले ने कहा,"अपनी कार से बहार निकलो! "
मैंने कहा,"क्यों? मैंने क्या किया है"
तभी दूसरा बोला," चुपचाप कार से बहार निकलो, हमे ताकत आजमाने के लिए मजबूर मत कर"
"क्या मतलब है तुम्हारा", मैंने कहा
वो बोला," कहीं तुम्हारे पास ड्रग्स (drugs) तो नहीं है तभी बहार निकले से हिचकिचा रही हो"
मैंने कहा, "क्या बकवास कर रहे हो, मैं एक शरीफ़ लड़की हूँ"
उसने कहा, "कितनी शरीफ हो ये तो तलाशी के बाद पता चलेगा, इसकी गाडी की तलाशी लो"
मैंने कहा, "यह क्या कर रहे हो?"
तभी दूसरा बोला, "इसकी तलाशी भी लो!"
मैंने कहा कि तुम लोग एक लड़की तलाशी नहीं ले सकते।
हम दोनों तुम्हारी तलाशी लेंगे और वो लोग हँसे, फिर उन्होंने जबरजस्ती मुझे धक्का दे कर कार के साथ खड़ा कर दिया, मेरी टांगे चोडी करे खोल दी मेरे हाथ मेरे सर पर थे, वो लोग मेरे बदन को हर जगह छूने लगे; मेरे कंधे, मेरी पीठ, मेरी जांघ, मेरी कमर, मेरे कुल्हे, मेरी चूचियां यहाँ तक की मेरी चूत भी उनके हाथो से बच न पाई।
मैंने खुद को छुड़ाते हुए कहा, "बस बहुत हो गया, तुम लोग पुलिस वाले हो इसका ये मतलब नहीं है कि किसी भी शरीफ लड़की को सरेआम जलील कर सकते हो, मैं तुम्हारी सिकायत करूंगी तुमे छोडूगी नहीं "
तभी एक पुलिस वाला बोला,"ये लड़की एसे नहीं मानेगी इसको गिरफ्तार करते हैं, पुलिस कि ताकत देखना चाहती है"
मुझे कुछ ठीक सा नहीं लगा इसलिए मैंने माफ़ी मांगते हुए कहा कि,"देखो मैं कोई क़ानूनी मुसीबत नहीं चाहती, तुम मुझे बस जाने दो मैं आगे से गाडी धीरे चलाऊँगी"
लेकिन उन्होंने मरी बात न सुनते हुए कहा, "अब बहुत देर हो गयी तुजेह पुलिस की ताकत तो दिखनी पड़गी" और मुझे जबजस्ती हत्कड़ी पहना दी फिर मुझे पुलिस की गाडी में डाल का थाने ले जाने लगे।
मुझे पुलिस स्टेशन लाया गया; एक बड़ा कमरा, बहुत साफ नहीं है
एक मेज़, कुछ कुर्सियाँ, और किनारे के साथ कोठरियां थी
डेस्क के पीछे चीफ (chief), दो अन्य पुलिस वाले
व् दो कि जो मुझे लाया, यानि के कुल मिलकर सभी पांच लोग थे।
चीफ (chief) एक मोटा तगड़ा आदमी था और एक मोटी सिगार से धूम्रपान कर रहा था।
जैसे ही हम दरवाजे से अन्दर आय वो मुझे बद नज़र से देखने लगा
एक पुलिस वाला बोला," चीफ ! (chief) हमने सोचा कि तुम इस औरत को देखना चाहोगे, साली बहुत अकड़ रही है, हमने इसे तेज गाड़ी चलाते हुए पकड़ा, साली कुतिया मुसलमान है, केंताक्की से"
"हमें लगता है कि यह लड़की कुछ ड्रग्स(drugs) को ले जा रही है"
मैंने कहा, "'यह क्या बेहूदा मज़ाक है, मैं ड्रग्स(drugs) का उपयोग नहीं करती, नाही मैं तेजी से गाडी चला रही थी, और तुम मुझे इस तरह यहाँ लाने का कोई हक़ नहीं है, सही है! "
"चीफ, आप कृपया समझने की कोशिश करें और अपने लोगों से कहें कि मुझे जाने दें, ठीक है!"
उसने मुंह से सिगार बाहर निकाला, और मुझे एक पल के लिए देखा, फिर तो उसकी आँखे मेरे सारे जिस्म को ऊपर से नीचे तक धीरे धीरे देखने लगी, मुझे एसा लग रहा था जैसे मैंने उसके सामने बिलकुल नंगी खड़ी हूँ, भरी जवानी में नंगी, जितनी नंगी मैं पैदा हुई थी।
वो मेरे जिस्म को आँखे फाड़ फाड़ कर देख रहा था, मनो जैसे मन ही मन मेरे कपडे उतार रहा हो, मैं बहुत ही असहेज महेसूस कर रही थी, साथ ही अब मुझे कुछ डर सा भी लगने लगा था।
जिस तरह से वो लोग मुझे देख रहे थे, उन पुलिस वालों के चेहरे से...................
मुझे लगा रहा था कि वे मुझे परेशान कर सकते हैं।
या मुझे डराने की कोशिश कर रहे हैं, हाँ कुछ तो गड़बड़ थी, मैं एसा सोचा; "तो क्या हुआ अगर मैं एक जवान मुस्लिम लड़की हूँ, अकेली हूँ, लेकिन इससे ज्यदा ये लोग कुछ कर भी नहीं सकते, आखिर कानून नाम की चीज भी तो होती है"
चीफ ने कहा, "साली कुतिया सच में बहुत बोलती है, लेकिन दिखने में तो कमाल है"
मायामी (Miami) से है, यहाँ क्या करने आई है ?
मैंने कहा, "मैं यहाँ छुट्टी पर आई हूँ और आप मुझ से तमीज से बात करें, में कोई मुजरिम नहीं हूँ, चीफ!"
चीफ ने कहा, "मायामी (Miami) में आजकल भुत ही ज्यादा ड्रग्स (drugs) कारोबार होता है, क्यों ठीक कहे रहा हूँ न मैं"
तुम नशीली ड्रग्स (drugs) के व्यापार में हो लड़की! इसलिए यहाँ न्यू योर्क (New York) आई हो तुम।
मैंने हताश होते हुए कहा, "यह बिलकुल बकवास है! मैं किसी भी नशीले ड्रग्स (drugs) के बारे में कुछ भी नहीं जानती हूँ, मैं बस न्यू योर्क (New York) अपनी छुट्टी बिताने आई हूँ, आप के लोगो ने बिना वजह मुझे तेज गाड़ी चलाने के जुर्म में पकड़ लिया और यहाँ ले आये।
चीफ! सुनो, अगर तुम मुझे से कुछ भुगतान करवाना कहते हो तो ठीक है मुझे बतादो कितने पैसे देने होगें, मैं अभी सारा भुगतान दे देती हूँ ताकि में यहाँ से जा सकों, तुम लोग मुझे इस तरह से यहाँ नहीं रख सकते हैं, तुम्हें पता है, ये गैरकानूनी है, आप ये नहीं कर सकते।"
"बहुत कानून सिखा रही है साली! अभी बताता हूँ की मैं क्या कर सकता हूँ", चीफ बोला
चीफ खड़ा हो गया और बोला, "तुम लोग साले हमारे देश में आकर गंदगी फैलाते हो, हर चीज पर अपना ही राज़ समझने लगते हो तुम, तुमे तुम्हारी ओकात दिखाना मुझे बहुत अच्छे से आता है"
और क्योंकि तुम पुलिस के साथ सहयोग नहीं कर रही हो, तुमे इस बात की सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि मैं एक पुलिस वाला हूँ इसलिए ये मेरा फर्ज है की तुमे तुम्हारे गुनाहों की सजा दों"
"तुमे देख कर ही पता लगता की तुम कोई न कोई गैरकानूनी काम करती हो, तुम ज़रूर कुछ छुपा रही हो, और मैं ये जान कर ही रहूँगा की वो क्या है"
फिर उसने अपने साथियों से कहा,"क्या तुम लोगों ने इस लड़की की कार की तलाशी ली"
"जी चीफ ! पर हमे कार में कुछ नहीं मिला, हमने रस्ते मैं इसके पर्स की भी तलाशी ली थी पर उसमे भी कुछ नहीं मिला", एक पुलिस वाले ने कहा
मैंने कहा, "ये गलत है, कानून के खिलाफ है"
"बेचारी! " चीफ़ ने कहा
फिर चीफ़ ने बदनीयती से मेरी तरफ देखते हुए कहा, "ठीक है! फिर तो बस एक ही जगह बचती है जहाँ तुम ड्रग्स छुपा सकती हो"
मैंने घबराते हुए बोली, "क्या मतलब है तुम्हारा"
चीफ़ ने शैतानियत से हँसते हुए कहा,"मतलब ! मतलब ये की तुम अपने जिस्म पे ड्रग्स (drugs) छुपा रही हो, तुम्हारे जैसी बाजारू रंडीयां अपने जवान खुबसूरत जिस्म का इस्तमाल करना खूब अच्छे से जानती हैं, क्यों मैंने ठीक कहा न"
"मुझे लगता है की हमे तुम्हारा इस खोबसूरत जवान जिस्म की तलाशी भी लेनी चाहिए"
मैं तो बस चकरा ही गयी, जैसे मेरे होश ही उड़ गए, मैं बोली, "देखो रुको अब बहुत हो गया, तुम मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते, मैं एक इज्ज़तदार लड़की हूँ"
"मुहं बंद कर कुतिया", चीफ़ बोला "अब जल्दी से चुपचाप अपने बदन से एक - एक करके अपने सारे कपड़े उत्तारना शुरू कर, रंडी!"
मैं तो ये सुनते ही दंग रहे गयी, जैसे मेरे पैरों तले से ज़मीन ही खिसक गई हो
"क्या ! क्या तुम - क्या कहा तुमने " मैं बोली
चीफ़ बोला, "ठीक सुना तूने, अभी के अभी हमारे सामने अपने सारे कपड़े उतार कर नंगी हो जा, जितनी नंगी तू पैदा हुई थी"
या मेरे खुदा!, मैंने कहा," क्या तुम पागल हो गए हो, तुम ऐसा नहीं कर सकते एक लड़की के साथ, ये अमरीका है, ठीक ? बिना वारंट के तुम मेरी तलाशी नहीं ले सकते, मुझे यहाँ रख भी नहीं सकते ......."
चीफ मेरी तरफ आया और बोला,"वारंट ! कुतिया को वारंट चाहिए, अभी देता हूँ वारंट तुझे"
ये ले तेरा वारंट और उसने मेरे मुहं पर जोरदार थप्पड़ मारा दिया, थप्पड़ की मार से मैं ज़मीन पर जा गिरी, मैं दर्द के मारे साँस भी नहीं ले पा रही थी
मेरी तो सोचने समजने की ताकत ही जैसे ख़तम हो गयी थी, मैं सिर्फ ज़मीन पर पड़ी थी और मुस्किल से साँस लेने की कोशिश कर रही थी क्योंकि मेरे दिमाग को बहुत ही करार ज़टकालगा था।
सारे पुलिस वाले मुझे देख रहे थे
फिर चीफ बोला, "क्यों कैसे लगा वारंट, काफी था न तेरे लिए, मेरा ये खास वारंट, चल अब जल्दी से अपने कपडे उतार कर नंगी होना शुरू कर"
मैं दर्द से मरी जा रही थी और साथ ही गुस्से से पागल भी हो गई थी, मुझे कुछ भी नहीं सूझ रहा था, जैसे तैसे मैंने अपनी हिम्मत जुटाई और लड़खड़ाते हुए खड़े होने की कोशिश करे लगी।
जब मैं खड़ी हुई तो मैंने देखा की सारे पुलिस वाले मुझे गूर रहे थे
मैंने कहा, "भाड़ में जाओ तुम, तुम सभी लोग भाड़ मैं जाओ; "मेरी आवाज़ मैं दर्द साफ़ झलक रहा था
मैंने फिर कहा,"मैं नहीं जानती की तुम लोग खुद को क्या समजते हो, लेकिन मैं तुमे छोडूंगी नहीं, तुमे कोई हक़ नहीं है मुझे इस तरह से ज़लील करने का, मैं तुम लोगों के खिलाफ शिकायत करूंगी, तुम सभी लोग पागल हो चुके हो, मैं तुम सभी को जेल जाते हुए देखूंगी"
चीफ़ ने अपना सर हिलाया और उसके बाद उसने मुझे फिर से एक जोरदार थप्पड़ मार दिया और मैं फिर से ज़मीन पर जा गिरी, अब की बार तो मुझे ऐसा लगा की मैं मर ही जाऊँगी, मैं दर्द से तड़पने लगी, मेरी आँखों के आगे अँधेरा छाने लगा बहुत ही मुश्किल से मैं खुद को बेहोश होने से रोक पाई।
मुझे तो पता ही नहीं चला की मैं कितनी देर तक वहां ज़मीन पर पड़ी रही, धीरे धीरे मैं फिर से होश में आने लगी तभी मैंने देखा की चीफ मेरी तरफ आ रहा था
चीफ बोला, "चल उठ, जल्दी कर कुतिया, सारा दिन नहीं है मेरे पास"