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Incest चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra

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टीना दीदी- मेरे प्यारे भाई, शादी के बाद सुहागरात के लिए भी को कुछ कुंवारी छोड़, मैं तुझसे वादा करती हूं कि हमारी शादी के बाद सुहागरात में मैं तुझसे अपनी गाँड़ जरूर मरवाऊंगी।

फिर दीदी मुझे किस करने लगी।

मौसी- हाँ बेटा, तू कल मेरी गाँड़ मार लेना।

राज- ओके मौसी, पर अब शादी के लिए सबको मनाना कैसे है?

मौसी- तू फिक्र मत कर, सभी मर्दों को तो मैं मना लुंगी, सभी मेरी चुत के दीवाने है। दिक्कत सिर्फ पाँच लेडीज की है, जिनको तुझे मनाना पड़ेगा।

चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra | Part 35

राज- कौन कौन।

मौसी- मेरी बहु नविका, जो आराम से मान जाएगी।

टीना दीदी- और

मौसी- मेरी बेटी अनमोल, वो भी आराम से मान जाएगी।

राज- हम्म और।

मौसी- लता दीदी

लता मौसी का नाम सुनते ही मेरी गाँड़ फट गई।

राज- उन्हें मनाना तो बहुत मुश्किल है, उन्हें तो उनके पति सूरी मौसा भी नही मना सकते। आप ही बात करो उनसे।

मौसी- वो तो तुझे ही मनाना पड़ेगा उनको।

टीना दीदी- मम्मी, पर राज कैसे मनाएगा उनको?

मौसी- है एक तरकीब।

राज - क्या?

मौसी- तुझे लता दीदी की पटाना होगा, और उन्हें चोदना होगा।

टीना दीदी- नही मम्मी, राज ऐसा नही करेगा।

मौसी- बेटी, तुम्हारी खुशी के लिए ये करना पड़ेगा।

राज- नही मौसी, मुझे तो उनके पास जाने से भी डर लगता है।

मौसी- कुछ भी हो, उनको चोदे बिना बात नही बनेगी।

टीना दीदी- मम्मी, पर ये कैसे होगा?

मौसी- लता दीदी चुदाई की बहुत दीवानी है। उसको बड़े बड़े लन्ड पसंद है, जैसा राज का है।

मैं, देव और टीना दीदी मौसी का मुँह देखते रहे।

मौसी आगे बोलते हुए- लता दीदी ने बहुत लन्ड लिए है, तभी तो इतनी तरक्की की है उन्होंने, लता दीदी बड़े बड़े राजनेताओ से भी चुदती थी। लता दीदी अपने टाइम में बहुत मशहूर हाई प्रोफाइल रण्डी थी। बाद में दीदी ने राजनेतायों से अपने काम निकलवाने शुरू किए और राजनीति में अपना नाम बना लिया। अब दीदी बुढ्ढी हो गयी तो अब उन्हें बड़ा क्या अब तो छोटा लन्ड भी नही मिलता।

दीदी ने अगर एक बार राजवीर का लन्ड देख लिया तो वो खुद ही कोशिश करेगी राजवीर को पटाने की। राज बस तू किसी भी तरह दीदी को एक बार अपना लन्ड दिखा दे।

मैं ये सुनते ही शॉक हो गया कि अपने खानदान में साली एक को ही मैं शरीफ समझता था, वो भी रण्डी निकली।

राज- मौसी, ठीक है मैं कोशिश करूंगा, लता मौसी को पटाने की।

टीना दीदी- मम्मी और कौन है जिसको मनाना पड़ेगा।

मौसी- राज तेरी मम्मी को भी तुझे ही मनाना पड़ेगा।

राज- कैसे?

मौसी- चोद कर।

राज- ये क्या बोल रही हो मौसी? वो मेरी माँ है।

मौसी- तेरी माँ से पहले वो एक प्यासी औरत है और अब वो घर मे ही किसी ओर को पटा कर उससे चुदना चाहती है, क्योकि तेरे पापा अब तेरी मम्मी को कम चोदते है और बाहर बहुत औरते चोदते है। अब तेरी माँ बहुत प्यासी है, और वो लन्ड के लिए तरस रही है, इसलिए उसको तुझसे चुदवाने में मैं तेरी हेल्प कर दूँगी, नो प्रॉब्लम।

टीना दीदी- और आखिर एक ओर कौन है मम्मी?

मौसी- राज की बहन दीपिका।

दीपिका दीदी का नाम सुनते ही मुझे दीपिका दीदी की मोटी सेक्सी गाँड़ याद आ गयी और मेरा लन्ड टाइट हो गया।

राज- मौसी वो मेरी सगी दीदी है।

मौसी- तो क्या हुआ? जब अपनी मम्मी को चोद सकता है तो बहन को क्यों नही।

टीना- हाँ राज, अपनी खुशी के लिए चोद दे अपनी दीदी को।

राज- वो मेरी दीदी है, मैं उसे कैसे पटाऊंगा। मम्मी का तो आप कह रहा हो आप हेल्प कर दोगे, पर दीदी का कैसे?

मौसी- बेटा, दीपिका भी चुदाई की बहुत प्यासी है।

राज - आपको कैसे पता?

मौसी- तुझे तो पता है तेरे जीजा ने भी मुझे चोदा है, उन्होंने ही बताया था कि 2 साल से उन्होंने दीपिका की चुत नही मारी, बस दीपिका की गाँड़ ही मारी है, तो उसकी चुत प्यासी है चुदाई के लिए। और दीपिका ने आज तक अपने पति के अलावा किसी का लन्ड नही लिया।

राज- तभी दीदी की गाँड़ इतनी बड़ी है।

मौसी - हाँ बेटा।

राज- ओक मौसी, पर मैं दीदी को पटाऊ कैसे?

मौसी- बस उसको भी किसी तरह अपना लन्ड दिखा।

राज- ठीक है, कोशिश करता हुँ।

मौसी- बेटा, दीपिका की गाँड़ जरूर मारना।

दिदि की गाँड़ सोचते ही मेरा लन्ड सलामी देने लगा।

To be Continued

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राज - आपको कैसे पता?

मौसी- तुझे तो पता है तेरे जीजा ने भी मुझे चोदा है, उन्होंने ही बताया था कि 2 साल से उन्होंने दीपिका की चुत नही मारी, बस दीपिका की गाँड़ ही मारी है, तो उसकी चुत प्यासी है चुदाई के लिए। और दीपिका ने आज तक अपने पति के अलावा किसी का लन्ड नही लिया।

राज- तभी दीदी की गाँड़ इतनी बड़ी है।

मौसी - हाँ बेटा।

राज- ओक मौसी, पर मैं दीदी को पटाऊ कैसे?

मौसी- बस उसको भी किसी तरह अपना लन्ड दिखा।

राज- ठीक है, कोशिश करता हुँ।

मौसी- बेटा, दीपिका की गाँड़ जरूर मारना।

दिदि की गाँड़ सोचते ही मेरा लन्ड सलामी देने लगा।

चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra | Part 36

राज - ठीक है मौसी, पर अब मेरा लन्ड फिर से खड़ा हो गया और मुझे अब टीना दीदी की चुत मारनी है वापिस।

टीना दीदी- नही भाई, मेरी चुत देखो कैसे सूज गयी। मैं नही मरवा सकती। मम्मी की मार लो।

मौसी- नही बेटा, मेरी भी अब हिम्मत नही है, तेरा लन्ड लेने की। कल मार लेना मेरी चुत या गाँड़ जो मर्जी।

राज- ठीक है, पर अब दोनों में कोई चुद तो लो मेरा लन्ड खड़ा हो गया।

टीना - भाई सच मे मेरी हिम्मत नही है, आज पहली बार चुदी हुँ, वो भी इतने बड़े लन्ड से। मैं आज अब कुछ नही कर पाऊंगी।

मौसी- बेटा आज मैं बहुत चुदी हुँ अब मेरी भी हिम्मत नही है।

तभी देव ने मेरा लन्ड पकड़ा और हिलाने लगा, फिर उसने मेरा लन्ड अपने मुह में ले लिया।

मौसी और टीना दीदी देखने लगी उसे।

10 मिनट देव को लन्ड चुसवाने के बाद मैंने लन्ड उसके मुह से निकाला और उसे घोड़ी बना दिया।

मैंने सरसो का तेल लेकर उसकी गाँड़ जी मोरी ओर लगाया और धीरे धीरे 1 उंगली उसकी गाँड़ में डाल दी, फिर 2 डाल दी। देव उह उह उह करने लगा। मैं उंगली उसकी गाँड़ में घुमाने लगा। फिर मैंने तेल अपने लन्ड पर लगाया थोड़ा देव की गाँड़ और लगाया।

मैंने अपना लन्ड देव की गाँड़ पर सेट किया और देव की कमर पकड़ कर एक जोरदार झटका मारा। जिस से मेरा 4 इंच लन्ड देव की गाँड़ में घुस गया, देव की चीख निकल गयी, वो छूटने की कोशिश करने लगा, लेकिन मैंने उसको टाइट पकड़ रखा था और मैं लन्ड ओर उसकी गाँड़ में डालने की कोशिश करने लगा। देव मुझे गालिया देने लगा।

देव- छोड़ मुझे साले बहनचोद हरामी, अपनी बहन दीपिका दीदी की गाँड़ मार, जिसने पता नही गाँड़ में कितने लन्ड लेकर अपनी गाँड़ इतनी बड़ी की है।

दीपिका दीदी की गाँड़ का नाम सुनते ही मेरा लन्ड और जोश में आ गया, तो मैंने ओर तेज की लन्ड देव की गाँड़ में घुसाने लगा।

ये देख मौसी और टीना दीदी हँसने लगी।

देव की आंखों में आंसू आ गए थे, देव रोता रहा, चिल्लाता रहा कि छोड़ दे मुझे। पर मैं रुक नही और पूरे आधा घंटा उसकी गाँड़ मारता रहा, फिर मेरा पानी उसकी गाँड़ में ही निकल गया।

फिर मैं उसकी गाँड़ से लन्ड निकाल कर टीना दीदी और मौसी के साथ चिपक कर लेट गया।

देव की रोने की आवाज़े आ रही थी, देव सारी रात अपनी गाँड़ पर हाथ लगा लगा कर रोता रहा।

मौसी, टीना दीदी और मुझे भी नींद आ गयी।

सुबह जब मेरी आँख खुली, तो मैने देखा मीनाक्षी मामीजी भी हमारे कमरे में है। मामी मेरा लन्ड चूस रही थी और मौसी हमें देख रही थी। मौसी नहा चुकी थी, और तैयार होने लगी। मैने साथ मे लेटी टीना दीदी के बूब्स दबाने शुरू कर दिए। ऐसे ही मामीजी ने आधा घंटा मेरा लन्ड चूसा, फिर उनके मुँह में मेरा पानी निकल गया और वो सारा पानी पी गयी।

फिर वो अपने रूम में चली गई, मैं भी खड़ा होकर वाशरूम में गया, मैं फ्रेश होकर आया, तो देखा कि मौसी तैयार हो चुकी है। टीना दीदी और देव भी उठ चुके थे, टीना दीदी की चुत ब्रेड पाव की तरह फूली हुई थी। वो वाशरूम जाने के लिए उठी, तो उन्हें चलने में बहुत दिक्कत हो रही थी। मैं उन्हें पकड़ कर वाशरूम छोड़ कर आया।

देव की गाँड़ देखी तो वो भी बहुत सूजी हुई थी, देव से तो खड़ा भी नही हुआ जा रहा था। वो खड़ा होने लगा, तो उससे टांगें आपस मे नही लग रही थी। मैं उसे देख कर हँसने लगा, तो वो मुझे गालिया देने लगा।

देव- साले बहनचोद, जा अपनी बहन दीपिका दीदी की मोटी गाँड़ मार, उसकी गाँड़ फाड़ दे, बहनचोद बन जा।

राज (कपड़े पहनते हुए)- हाँ, मादरचोद, दीपिका दीदी की गाँड़ तो ऐसे चोदूंगा की वो याद रखेगी सब।

To be Continued

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सुबह जब मेरी आँख खुली, तो मैने देखा मीनाक्षी मामीजी भी हमारे कमरे में है। मामी मेरा लन्ड चूस रही थी और मौसी हमें देख रही थी। मौसी नहा चुकी थी, और तैयार होने लगी। मैने साथ मे लेटी टीना दीदी के बूब्स दबाने शुरू कर दिए। ऐसे ही मामीजी ने आधा घंटा मेरा लन्ड चूसा, फिर उनके मुँह में मेरा पानी निकल गया और वो सारा पानी पी गयी।

फिर वो अपने रूम में चली गई, मैं भी खड़ा होकर वाशरूम में गया, मैं फ्रेश होकर आया, तो देखा कि मौसी तैयार हो चुकी है। टीना दीदी और देव भी उठ चुके थे, टीना दीदी की चुत ब्रेड पाव की तरह फूली हुई थी। वो वाशरूम जाने के लिए उठी, तो उन्हें चलने में बहुत दिक्कत हो रही थी। मैं उन्हें पकड़ कर वाशरूम छोड़ कर आया।

देव की गाँड़ देखी तो वो भी बहुत सूजी हुई थी, देव से तो खड़ा भी नही हुआ जा रहा था। वो खड़ा होने लगा, तो उससे टांगें आपस मे नही लग रही थी। मैं उसे देख कर हँसने लगा, तो वो मुझे गालिया देने लगा।

देव- साले बहनचोद, जा अपनी बहन दीपिका दीदी की मोटी गाँड़ मार, उसकी गाँड़ फाड़ दे, बहनचोद बन जा।

राज (कपड़े पहनते हुए)- हाँ, मादरचोद, दीपिका दीदी की गाँड़ तो ऐसे चोदूंगा की वो याद रखेगी सब।

चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra | Part 37

इतने में किसी ने दरवाजा खटखटाया, तो सबने फटाफट अपने कपड़े पहने और गेट खोला तो प्रेम मौसा, टिंकू जीजाजी और दीपक भैया थे।

फिर मैं भी अपने रूम में गया, जहां पापा और विकास जीजाजी भी आ चुके थे।

जब मैं रूम में गया तो देखा, की पापा नहाने के लिए बाथरूम में गए है। जीजाजी नहा कर तैयार हो चुके थे। मम्मी ने अभी भी वहीं जालीदार नाइटी पहनी हुई है जिसके नीचे मम्मी नही कुछ नही पहना, मम्मी के निप्पल्स साफ दिख रहे थे और जीजाजी मम्मी को घूर रहे थे। मम्मी भी जीजाजी को देख कर स्माइल कर रही थी। दीपिका दीदी ने भी वही रात वाली नाइटी पहनी हुई थी, जिसमे से उनकी गाँड़ पूरी दिख रही थी। दीदी की मस्त मोटी गाँड़ देखते ही मेरा लन्ड खड़ा हो गया, जो मेरी निक्कर में तम्बू बना दिख रहा था।

दीदी ने जब उसे देखा तो मुझे स्माइल की। फिर दीदी ने अपनी नाइटी नीचे कर अपने मुम्मे बाहर निकाल लिए और अपने बेटे को दूध पिलाने लगी। मैं दीदी के मुम्मे घूर घूर कर देखने लगा। मम्मी और जीजाजी की नज़र मुझ पर पड़ी, तो उन्होंने देखा कि मैं दीदी के पास खड़ा दीदी की चुचियों को घूर रहा हुँ और मेरा लन्ड खड़ा है। ये देख वो दोनों मुस्कुराने लगे, तो मुझे शर्म आयी और मैंने अपना मुँह घूमा कर दूसरी साइड कर लिया। तभी मुझे मेरे लन्ड पर किसी का हाथ महसूस हुआ तो देखा दीदी ने मम्मी और जीजाजी से छुपाकर मेरा लन्ड पकड़ लिया और मसलने लगी।

इतने में पापा नहाकर वाशरूम से बाहर निकले, तो दीदी ने मेरा लन्ड छोड़ दिया। पापा बाहर आये तो मम्मी वाशरूम में अपनी गाँड़ मटकाती हुई चली गयी। पापा तैयार होकर जीजाजी के साथ, मम्मी को ये कहते हुए बाहर चले गए कि हम सब आज फिर यही चंडीगढ़ में रुकने का प्लान कर रहे है। तुम्हारी लता दीदी से बात करनी है, तुम तीनों भी जल्दी आ जाओ तैयार होकर।

मम्मी(बाथरूम से): - 10 मिनट में आ रही हूँ।

पापा और जीजाजी चले गए और मैंने गेट बंद कर दिया।

जैसे ही मैं गेट बंद करके वापिस मुड़ा तो दीदी ने अपने बेटे को साइड में लेटा दिया और खड़ी होकर मेरे पास आई। दीदी जब मेरे पास आ रही थी तो दीदी की नंगी चुचियाँ मस्त उछल रही थी। दीदी ने मेरे पास आते ही मुझे दीवार से चिपक दिया और मुझे पागलो की तरह किस करने लगी। मुझे लिप किस करते हुए दीदी मेरे होंठ ऐसे चूस रही थी जैसे खा ही जाएगी। फिर दीपिका दीदी मेरे गाल चाटने लगी।

इतने में बाथरूम का दरवाजा खुलने की आवाज़ आयी तो दीदी मैंने दीदी को पीछे किया, पर दीदी पीछे नहीं हुई और मुझे पागलो की तरह किस करती रही।

इतने में मम्मी बिल्कुल नंगी बाथरूम से बाहर आई।

मम्मी- दीपिका ये क्या कर रही है।

दीदी- मम्मी दिखता नही अपनी चुत के लिए लन्ड तैयार कर रही हूँ।

मम्मी- तुझे शर्म नही आती अपने सगे भाई के साथ ऐसा करते हुए।

दीदी- आपको शर्म नही आती आने बेटे के सामने नंगी आ गयी और अभी थोड़ी देर पहले अपने दामाद को अपना जिस्म दिख रही थी।

मम्मी- क्या बकवास कर रही है।

दीदी- वही जो सच है। तुम्हे विकास से चुदवाना है तो चुदवा लो, पर मुझे मत रोको।

फिर दीदी मुझे किस करने लगी।

मम्मी- ठीक है, मैं विकास से चुड़वाऊंगी, पर तू अभी ये सब मत कर। ये तेरा सगा भाई है।

दीदी- मम्मी बाहर किसी का लन्ड लेकर बदनाम होने से अच्छा तो भाई का लन्ड लेकर मज़ा लेना अच्छा है।

मम्मी- तू हवस में पागल हो गयी है।

दीदी- हाँ, 2 साल से चुत में लन्ड नही गया। अगर मेरे भाई का लन्ड मुझे ना मिला तो मैं नंगी होकर सड़क पर चली जाऊंगी और लोगो से चुड़वाऊंगी रण्डी बनकर।

मम्मी- क्या बोल रही है तू पागल हो गयी है। चल जो करना है कर राज के साथ, पर अभी नही रात में।

दीदी- ठीक है।

मम्मी- राज जा तू नहा कर आ फटाफट।

राज- ठीक है मम्मी।

To be Continued

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दीदी- मम्मी बाहर किसी का लन्ड लेकर बदनाम होने से अच्छा तो भाई का लन्ड लेकर मज़ा लेना अच्छा है।

मम्मी- तू हवस में पागल हो गयी है।

दीदी- हाँ, 2 साल से चुत में लन्ड नही गया। अगर मेरे भाई का लन्ड मुझे ना मिला तो मैं नंगी होकर सड़क पर चली जाऊंगी और लोगो से चुड़वाऊंगी रण्डी बनकर।

मम्मी- क्या बोल रही है तू पागल हो गयी है। चल जो करना है कर राज के साथ, पर अभी नही रात में।

दीदी- ठीक है।

मम्मी- राज जा तू नहा कर आ फटाफट।

राज- ठीक है मम्मी।

चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra | Part 38

मैं बाथरूम जाने लगा तो दीदी ने मेरा हाथ पकड़ा और बोली चलो एक साथ नहाते है।

मम्मी- नही राज को भेज दे पहले, तू मुन्ने को नहला कर नहाना।

दीदी- ठीक है, पर राज के कपड़े तो मैं यही उतार कर भेजूंगी।

ये कहकर दीदी ने मेरी टी शर्ट उतार दी। फिर मेरी निक्कर उतार दी, जिसमे से मेरा 10 इंच का पूरा सीधा खड़ा दिखने लगा।
दीदी नीचे झुकी और मेरा लन्ड हाथ मे पकड़ कर देखने लगी। दीदी- वाह, मेरे भाई क्या मस्त लन्ड है तेरा, ये तो मेरी चुत फाड़ कर रख देगा। जब से तेरा भांजा हुआ है, तेरे जीजाजी ने मेरी चुत ने मारी, बस गाँड़ ही मारते है। अब से मैं तेरी पत्नी, तेरी रखैल, तेरी रण्डी हुँ, तू मेरी चुत भी मारना ओर गाँड़ भी। तेरी जीजाजी के सामने भी मैं तुझसे अपनी चुत गाँड़ मरवाऊंगी।

फिर दीदी ने देखा मम्मी भी मेरे लन्ड को घूर घूर कर देख रही है।

दीदी - मम्मी देख क्या रही हो? आप भी ले लेना ये लन्ड बहुत मज़ा आएगा।

मम्मी(मुस्कुराते हुए)- पागल, कुछ भी बोलती है।

फिर दीदी ने मेरे लन्ड पर किस किया और मुझे नहाने जाने को बोला। जब मैं जाने लगा तो बाथरूम के गेट के पास ही मम्मी अभी तक नंगी ही खड़ी थी, जिससे बाथरूम में घुसते टाइम मेरा लन्ड मम्मी की गाँड़ पर लगा, तो दीदी ने मुझे और मम्मी को स्टेच्यू कर दिया, मैं और मम्मी वैसे ही वहीं खड़े रहे। दीदी मेरे पास आई और मुझे पीछे से धक्का दे दिया जिस से मेरा लन्ड मम्मी की गाँड़ मे पूरा दब गया फिर दीदी ने मेरे हाथ पकड़ कर मम्मी को मोटी मोटी चूचियों पर रख दिया और खुद मेरे पीछे से चिपक कर मेरे हाथों से मम्मी की चुचियाँ दबाने लगी। क्या मस्त मोटी मोटी और इस उम्र में भी इतनी टाइट चुचियाँ है मम्मी की। मम्मी आँखे बन्द कर मजा लेने लगी, फिर दीदी ने मम्मी के निप्पल दबा दिए। मम्मी के मुह से आ आ आ आ ह ह ह ह निकल गयी, फिर दीदी ने अपना एक हाथ मम्मी की चुत पर रखा और एक उंगली मम्मी की चुत में डाल दी, और मैं पीछे से मम्मी के बूब्स दबाता हुआ मम्मी की गर्दन पर किस करने लगा। इतने में मम्मी के फ़ोन पर पापा का फ़ोन आया, तो मम्मी हमसे दूर हो गई, ओर पापा को फ़ोन पर बोली की 10 मिनट में तैयार हो कर आती हुँ।

मम्मी अपने कपड़े पहनने लगी, और मुझे भी जल्दी से नहाने का बोला, तो मैं बाथरूम में नहाने चला गया। 10 मिनट में मैं नहा कर नंगा ही बाहर आया तो मम्मी ने कपड़े पहन लिए थे। मम्मी ने एक टाइट सूट पहन हुआ था, जिसमे वो पटाखा लग रही थी, मम्मी के सूट का गला बहुत बड़ा था, जिसमे से मम्मी के बूब्स की लाइन पूरी दिख रही थी, जिसे देखते ही मेरे लन्ड रॉड की तरह हो गया। मेरा लन्ड देख कर दीदी बोली मम्मी देख लो आपकी चुचियाँ देख राज का हाल। मम्मी मेरा लन्ड देख मुस्कुराने लगी। फिर मैं भी पाने कपड़े पहनने लगा, कपड़े पहन कर मैं भी तैयार हो गया। मैं और मम्मी तैयार हो कर रूम से निकल गए लता मौसी के रूम की तरफ। मम्मी ने दीदी को भी जल्दी नहाने को बोला।

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मम्मी अपने कपड़े पहनने लगी, और मुझे भी जल्दी से नहाने का बोला, तो मैं बाथरूम में नहाने चला गया। 10 मिनट में मैं नहा कर नंगा ही बाहर आया तो मम्मी ने कपड़े पहन लिए थे। मम्मी ने एक टाइट सूट पहन हुआ था, जिसमे वो पटाखा लग रही थी, मम्मी के सूट का गला बहुत बड़ा था, जिसमे से मम्मी के बूब्स की लाइन पूरी दिख रही थी, जिसे देखते ही मेरे लन्ड रॉड की तरह हो गया। मेरा लन्ड देख कर दीदी बोली मम्मी देख लो आपकी चुचियाँ देख राज का हाल। मम्मी मेरा लन्ड देख मुस्कुराने लगी। फिर मैं भी पाने कपड़े पहनने लगा, कपड़े पहन कर मैं भी तैयार हो गया। मैं और मम्मी तैयार हो कर रूम से निकल गए लता मौसी के रूम की तरफ। मम्मी ने दीदी को भी जल्दी नहाने को बोला।

चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra | Part 39

मैं और मम्मी जब लता मौसी के रूम की तरफ जा रहे थे तो हेमा मौसी, नाविका भाभी और अनमोल दीदी भी निकले अपने रूम से और हमारे साथ चलने लगे। मैं उन औरतों के पीछे चलने लगा और सबकी मोटी गाँड़ देखने लगा।

फिर हम लता मौसी के रूम पर पहुँचे, तो वहाँ सब आज चंडीगढ़ रुकने का कह रहे थे लता मौसी को तो लता मौसी मान गयी, पर इस शर्त पर की आज का दिन सभी कपल्स साथ मे रहेंगे। अगर मर्दों ने दिन में अपनी दारू पार्टी करनी है तो वो भी अपनी बीवियों के साथ करें, रात को सबकी अपनी मर्जी है, जो जैसे चाहे करे। सब मान गए। मैंने देखा की टीना दीदी और देव नही आये। मैंने हेमा मौसी से पूछा उन दोनों का तो मौसी ने कहा कि वो रूम पर है।

सबने पहले सुकना लेक पर जाने का प्रोग्राम बनाया, पर सुदीप जीजाजी, सोना दीदी, मोना दीदी, गौरव जीजाजी, व्योम भैया, हिमांशी भाभी, अनिल भैया और सपना भाभी ने मना कर दिया। फिर ये तय हुआ कि जो जाना चाहे वो चले। तो बाकियों से पूछा तो मेरी दीदी दीपिका और विकास जीजाजी, दीपक भैया और नाविका भाभी, प्राची दीदी सुमित जीजाजी, ग़ज़ल दीदी अंकित जीजाजी ने भी मना कर दिया। इन सबके बच्चे अपने नाना नानी, दादा दादी के साथ लेक पर जाने को तैयार थे।

टीना दीदी और देव की तबियत ठीक नही है कह कर उन्होंने ने भी मना कर दिया। मैंने सोचा कि मैं भी क्या करूँगा जा कर, यहाँ ही दीपिका दीदी, टीना दीदी या देव किसी की तो गाँड़ मारूँगा, तो मैंने भी मना कर दिया।

बाकी सब लेक पर जाने के लिए निकल गए और हम जो नही गए वो रह गए थे।

सुदीप जीजाजी, सोना दीदी, मोना दीदी, गौरव जीजाजी, व्योम भैया, हिमांशी भाभी, अनिल भैया और सपना भाभी ये सब एक कमरे में घुस गए।

दीपिका दीदी, विकास जीजाजी, दीपक भैया और नाविका भाभी, ये चारों एक कमरे में घुस गए।

प्राची दीदी, सुमित जीजाजी, ग़ज़ल दीदी, अंकित जीजाजी एक कमरे में घुस गए।

To be Continued

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