नीचे मैंने मौसी की चूत के अंदर अपनी जीभ डालनी शुरू कर दी, जिस से मौसी तड़पने लगी।
15 मिनट मैं चुत चाटता रहा, तो मौसी का पानी निकालने वाले था, मौसी अपनी चुत मेरे मुह पर जोर जोर से दबाने लगी और गालिया देने लगी। तभी मौसी की चूत चाटने के बाद मौसी का पानी निकाल गया।मैं जैसे ही वहां से हटा तो देव आया और अपनी माँ की चूत का पानी चाटने लगा। मौसी ऐसे ही पड़ी पड़ी आहे भर रही थी, और गालियां निकाल रही थी। मैं मौसी के लिप किस करने लगा, पर मौसी एक दम शांत पड़ी थी। मैं 10 मिनट किस करता रहा और देव मौसी की चूत चाट रहा था।
तब मौसी वापिस जोश में आने लगी, इस बार मौसी ज्यादा ही जोश में थी।
मौसी ने मुझे खुद के ऊपर से उतारा मुझे लेटा कर मेरे ऊपर आ गयी।
पहले मौसी मुझे किस करती रही, फिर वो नीचे मेरे लन्ड पर आ गयी और मेरा लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
फिर मौसी मेरे लन्ड की आगे की खाल पीछे करने लगी, जो पीछे नही हो रही थी, तो मौसी बोली वाह मेरा बेटा तो अभी तक कुंवारा है।
चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra | Part 30
मौसी- राज तूने आज तक किसी को नही चोदा क्या
राज - नही मौसी
मौसी(खुश होते हुए)- मतलब आज मैं ही तेरा खाता खोलूंगी।
राज- हाँ मौसी
फिर मौसी ने मेरे लन्ड के टोपे पर जीभ लगाई, मेरी आह निकल गयी।
फिर मौसी मेरे लन्ड पर जीभ फिराने लगी और देव को बोला कि वो उनकी चुत चाटे। देव उनकी चुत चाटने लगा।
फिर मौसी ने मेरा लन्ड अपने मुह में लिया और चूसने लगी।
मौसी पूरा लन्ड मुह में लेने की कोशिश करने लगी, तो मैंने भी एक झटका मारा मौसी के मुह में तो लन्ड सीधा उनके गले मे जा लगा। मौसी ने मुह से लन्ड बाहर निकाला और खांसने लगी। 2 मिनट बाद मौसी ने मुझे झटका मारने से मना किया और मौसी में लन्ड फिर से मुह में लिया। बीच बीच मे वो गोटिया भी चूस रही थी। देव मौसी की चुत के साथ उनकी गाँड़ भी चाट रहा था, तभी देव ने अबनी जीभ उनकी गाँड़ में घुसा दी। मौसी की आहहहह निकल गयी। फिर मौसी खड़ी हुई, और अपनी चुत मेरे लन्ड पर सेट करके लन्ड पर बैठने लगी। मेरा लन्ड मोटा है, पर हेमा मौसी की चुत में आराम से जा रहा था, मौसी तीन तीन लन्ड एक साथ ले लेती है। हेमा मौसी के मुह से उ उ उ उ आ आ आ आ निकल रही थी।
जब मौसी नीचे जैसे ही मौसी की चुत में मेरा 2 इंच लन्ड घुसा, मुझे बहुत दर्द हुआ, और मेरी चीख निकल गयी। जो साथ वाले रूम में मीनाक्षी मामी ने सुन ली। वो गेट खड़काने लगी, तो मौसी ने पूछा कौन है। मामी बोली मैं मीनाक्षी, तो मौसी ने देव को बोला कि जा गेट खोल ओर मामी के अंदर आते ही बंद कर देना। अब मुझे भी दर्द कम हो गया था, तो मौसी ओर बैठी लन्ड पर तो 3 इंच और घुस गया। मुझे फिर हल्का सा दर्द महसूस हुआ, और मौसी की भी आहें निकलने लगी।
इतने में देव ने गेट खोल कर मामी को भी अंदर ले लिया और गेट बंद कर दिया।
मामी अंदर आते ही बोली- रण्डी तू तो कह रही थी कि अपने मिल कर राज का लन्ड लेंगी, पर तू तो पहले ही शुरू हो गयी।
मौसी- क्या करूँ कंट्रोल नही हो रहा था।
ऐसे ही बातों में 3 इंच लन्ड ओर अंदर चला गया था मौसी के, अब बस 2 इंच बाकी था। मामीजी ने अभी तक मेरा लन्ड नही देखा था, क्योकि जब वो आयी थी अंदर तब आधे से ज्यादा मौसी की चुत में था।
अब मामीजी ने नीचे एक गद्दा लगा लिया और देव को लेकर नीचे गद्दे पर बैठ गयी और किश करने लगी। फिर मीनाक्षी मामी ने अपनी मैक्सी उतारी अब वो भी पूरी नंगी थी, नीचे मामी ने कुछ नही पहना था। अब मामी देव के साथ बिजी हो गयी थी।
इधर मौसी धीरे धीरे ऊपर नीचे होने लगी। मेरे और मौसी दोनो के मुँह से आ आ आ ह ह ह ह निकल रही थी। मैंने भी नीचे से झटके देने शुरू कर दिए, तो एकदम से मौसी की चुत में पूरा 10 इंच लन्ड घुस गया, जो सीधा मौसी की बच्चेदानी पर लगा, जिस से मौसी को बहुत दर्द हुआ और मौसी की चीख निकल गयी।
तो देव और मामी देखने लगे। मामी ने पूछा क्या हुआ, तो मौसी ने कहा कुछ नही।
फिर मामीजी ओर देव 69 पोजीशन चुत लन्ड चूस रहे थे।
फिर मीनाक्षी मामी ने देव को उनकी चुत में लन्ड डालने को कहा, तो देव ने डाल दिया, ओर वो आराम से चला गया।वो चुदाई करने लगे।
फिर 5 मिनट बाद मौसी की बच्चेदानी का दर्द भी कम हुआ तो मौसी भी ऊपर नीचे होने लगी। मैंने मौसी की चुचियाँ पकड़ रखी थी, ओर उन्हें निचोड़ रहा था,10 मिनट बाद मौसी का पानी निकल गया और मौसी मेरे सीने पर लेट गयी, मौसी थक गई थी।
मेरा लन्ड अभी भी चुत में ही था।