राज- ठीक है, आज से मैं तेरा जीजा, और हेमा मौसी को छोड़ कर तेरा बाप भी बनूँगा।
देव (मेरे लन्ड पर हाथ लगते हुए)- टीना दीदी को सोच कर खड़ा हुआ है ना। जल्दी से पता ले फिर मिल कर चोदेंगे।
राज- अपनी ही बहन को चोदना चाहता है।
देव- जब मादरचोद बनने का सोच है तो बहनचोद भी बन जाऊंगा। वैसे तो भी अपनी दीपिका दीदी को पटा ले, क्या मस्त गाँड़ है दीपिका दीदी की।
राज- दीपिका दीदी की गाँड़ देख कर को मेरा लन्ड पेंट फाड़ कर बाहर आने को होता है। अब तो टीना दीदी की गाँड़ चोद चोद कर दीपिका दीदी की गाँड़ जैसी करनी है
अब तक हम 2-2 बियर खत्म कर चुके थे।
फिर दीदी भी वाशरूम से आ गयी, ओर मुझ से चिपक कर बैठ गयी। मैंने अपना हाथ वापिस दीदी की कमर में डाल दिया। दीदी का भी सुरूर बन चुका था।
फिर हमने 2 बियर और मंगाई तीनो ने उसे पिया और बिल देकर वापिस आने लगे।
चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra | Part 25
मैं दीदी की कमर में हाथ डाल कर चल रहा था। मैं अपना हाथ बीच बीच मे टीना दीदी की गाँड़ पर भी लगा रहा था। दोस्तो चंडीगढ़ में आपने देखा होगा पेड़ पौधे बहुत है, जिनके बीच चले जाओ तो दिन में ही कोई देख नही पाता, तो रात को तो आप सोच सकते हो। ऐसे ही एक जगह पेड़ पौधे थे, तो देव बोला उसे बाथरूम करना है तो वो उधर बाथरूम करने लगा।
इधर टीना दीदी भी पूरे सुरूर में थी और अब मेरा हाथ दीदी की गाँड़ पर ही था और मैं वही दबा रहा था।
देव बाथरूम करके आया, फिर मैंने भी कहा कि मुझे भी बाथरूम करना है। मैंने बाथरूम जाने के लिए दीदी को छोड़ा तो टीना दीदी बोली राज मेरे प्यारे भाई मुझे छोड़ कर मत जा। मैं भी तेरे साथ चलूंगी। फिर मैं बाथरूम जाने लगा तो टीना दीदी की गाँड़ पर हाथ लगाता लगाता ऐसे ही दीदी को लेकर झाड़ियों की तरफ आ गया, और अपना लन्ड निकाल कर मूतने लगा।
टीना दीदी आंखें फाड़ फाड़ कर मेरा लन्ड देखने लगी। मेरा लन्ड दीदी की गाँड़ पर हाथ फेर फेर कर खड़ा तो था ही, तभी दीदी जैसे ही मेरा मूतने खत्म हुआ, टीना दीदी ने अपना एक हाथ मेरे लन्ड पर रखा और मेरा लन्ड हिलाने लगी।
मैंने भी देर न करते हुए, अपने होंठ दीदी के गुलाबी होठों पर रख दिये, ओर हम किस करने लगे।
देव हमे देख रहा था।
मैंने दीदी को किस करते करते नीचे से उनकी टी शर्ट के अंदर हाथ डाल दिया। और ब्रा के ऊपर से उनके मोटे मुम्मे दबाने लगा, फिर मैंने टीना दीदी की ब्रा ऊपर की ओर उनके नंगे मुम्मे दबाने लगा। दीदी मेरे होंठ पीने लगी, ओर मेरा लन्ड भी जोर जोर से हिला रही थी।
फिर मैने अपना हाथ टीना दीदी की शॉर्ट्स खोलकर उनकी पैंटी में डाल दिया। और उनकी चुत में 1 उंगली डाल दी। दीदी की चुत बहुत टाइट थी, फिर मैंने दूसरी उंगली डालने लगा तो वो नही जा रही थी, बहुत कोशिश के बाद जैसे ही दूसरी उंगली थोड़ी सी गयी, दीदी तड़प उठी।
फिर मैंने एक उंगली निकाल ली और एक उंगली को ही टीना दीदी की चुत में अंदर बाहर करने लगा, दीदी मुह से आवाज़ निकलना चाहती थी, पर उसका मुह मैंने बन्द किया हुआ था। तभी दीदी के शरीर में ऐंठन हुई और टीना दीदी की चुत से पानी निकाल गया। मेरा हाथ टीना दीदी की चुत के पानी से भर गया, जिसे मैंने थोड़ा सा टस्ट भी किया। अब टीना दीदी मेरा लन्ड जोर से हिलाने लगी और 5 मिनट बाद मेरा भी पानी निकाल गया। जो टीना दीदी के हाथ पर आ गया, दीदी वो चाट गयी।
देव ये सब देख कर मुठ मार रहा था। फिर मैने आने और टीना दीदी के कपड़े सही किये और पीछे देव के पास चले गए। देव में मेरे हाथ पर जहां टीना दीदी की चूस का रस लगा था, वो चाट गया।
फिर हम तीनो होटल की तरफ निकल गए