मैं दीपिका दीदी की गाँड़ देख रहा था, जिस से मेरा लन्ड तंबू बना हुआ था, मैं सोच रहा था की विकास जीजाजी कितने नसीब वाले है, जो इतनी मस्त गाँड़ चोदते है। फिर मेरी नज़र टीना दीदी की गाँड़ ओर जांघो पर गयी, तो टीना दीदी की गाँड़ और जाँघे दीपिका दीदी से कम नही थी। टीना दीदी की गाँड़ शॉर्ट्स में बिल्कुल फुटबॉल की तरह लग रही थी। दीपिका दीदी और टीना दीदी दोनो की गौरी गाँड़ और जाँघे मस्त थी, पर दीपिका दीदी की गाँड़ टीना दीदी की गाँड़ से ज्यादा बड़ी, ज्यादा चौड़ी और पीछे की तरफ ज्यादा निकली हुई थी, जो जीजाजी ने चोद चोद के कर दी थी।
मैंने टहलते हुए, दोनो दीदी की बड़ी गाँड़ भी छुई।
फिर हम रोज गार्डन से बाहर आये तो ग़ज़ल दीदी बोली कि आइस क्रीम खानी है। तो हमने बाहर से इस क्रीम ली और सभी खाने लगे।
मौसी और मामी, मुझे और देव को दिखा कर ऐसे आइस क्रीम रही थी, जैसे लन्ड चूस रही हो।
फिर मेरे पास मामाजी का फ़ोन आया की बस के पास आ जाओ। फिर हम बस की तरफ गए और बस में बैठकर होटल आ गए।
चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra | Part 24
होटल में आते ही सभी जेंट्स दारू पीने का कहने लगे। हमने जो 9 रूम लिए थे वो तीन के जोड़े में थे। उनमे तीन रूम्स में आपस मे अंदर गेट था फिर गैलरी, फिर 3 रूम फिर गैलरी ऐसे थे, सिंगल वाले रूम्स भी थे, पर हमने जान कर ये वाले रूम्स लिए थे। तो सभी जेंट्स ने एक साइड के लास्ट 3 रूम्स ले लिए दारू पीने के लिए।
हेमा मौसी ने कहा कि उन्होंने भी पेग लगाने है और बाकी सभी लेडीज का भी पेग लगाने का मूड है, तो मामाजी ने कहा की दीदी मैं भिजवा देता हूँ। और अब बीच वाले 3 रूम्स जो अटैच थे, सभी लेडीज वहाँ बैठ गयी पीने।
अब मैं और देव न तो लेडीज रूम में ड्रिंक कर सकते थे, और न ही जेंट्स रूम में, क्योकि हम छोटे थे तो हमे छुट नही थी। हम बाहर जाने लगे तो टीना दीदी ने हमे आवाज़ दी
टीना दीदी- देव, कहाँ जा रहे हो तुम दोनों
देव- दीदी, बस ऐसे ही थोड़ा घूमने।
टीना दीदी- चलो मैं भी चलती हुँ।
मैं और देव एक दूसरे का चेहरा देखने लगे।
राजवीर- दीदी आप क्या करोगी हमारे साथ आकर। आप लेडीज वाले रूम में बैठ जाओ, हमे तो परमिशन नही है, ड्रिंक वाले किसी भी रूम में बैठने की, इसलिए थोड़ा घूमने जा रहे है।
टीना दीदी- भाई, मुझे भी लेडीज रूम से बाहर निकाल दिया क्योकि मुझे भी परमिशन नही है, अनमैरिड को अलाऊ नही है।
राजवीर- ठीक है दीदी, चलो फिर
देव मुझे घूर कर देखने लगा कि क्यो ले जा रहे हो इसको साथ।
मैंने देव को इशारा किया कि चुप रह बस।
थोड़ा आगे जाकर एक ठेका आया तो मैं बोला
राजवीर- दीदी दारू पीने में ऐसा कौनसा मज़ा आता है, जो सब पीने बैठ गए।
दीदी- मुझे क्या पता भाई।
राजवीर- दीदी आप तो काफी टाइम से चंडीगढ़ पढती हो, और चंडीगढ़ में लडकिया भी आइए है। आपने कभी ट्राय नही किया,
दीदी - नही।
राजवीर(दीदी का हाथ पकड़ कर आने सर पर रखते हुए)- सचसच बताना आपको हमारी कसम।
टीना दीदी- भाई अब कसम दी है तो बता रही हूँ, पर किसी को बताना मत। मैं भी दारू पी लेती हूँ कभी कभी और मुझे पता है तुम दोनों भी दारू पीने ही जा रहे थे, तभी मैं आई तुम्हारे साथ
राजवीर- दीदी अब आपको पता ही है तो फिर बताओ कोई बार आस पास।
दीदी- हाँ यहां पास में ही है।
फिर हम बार मे चले गए और बियर पीने लगे।
दीदी- आज मजा आ गया वाटरपार्क में
देव- हाँ दीदी
दीदी- राज तू उल्टा कितना मस्त आया था।
देव- हाँ दीदी, मुझे तो देख कर ही डर लग रह था।
दीदी- राज, जब तू मैं और मामी स्लाइड से नीचे आये तो मुझे तो बहुत मजा आया।
राज- दीदी मुझे भी।
दीदी- पर रेन डांस में मुझे कपल डांस में मजा नही आया।
राज- क्यों दीदी
दीदी- क्योकि मामी भी थी साथ मे तो तीन लोगों में क्या कपल डांस।
राज- आप सही कह रही हो दीदी, पर मामी को अकेला छोड़ कर अपने डांस करते तो मामी को बुरा लगता।
दीदी(मेरे गाल पर किस करते हुए)- मेरा प्यारा भाई सबका कितना ख्याल रखता है।
फिर मेरे साथ चिपक कर बैठ गई।
दीदी(मेरी जांघ पर हाथ रखती हुई)- पर मुझे तो तेरे साथ अकेले करना है डांस।
अब तक मैं 1 बियर पी चुका था दूसरी पी रहा था, थोड़ा थोड़ा सुरूर भी बन गया था।
राज(दीदी की कमर में हाथ ड़ालते हुए)- कोई बात नही दीदी फिर कभी कर लेंगे। और दीदी को कमर से खींच कर अपने साथ चिपका लिया।
दीदी- पक्का
राज - जी दीदी
फिर दीदी मुझे गले लगाते हुए बोली मैं वाशरूम जाकर आती हुँ।
दीदी के वाशरूम जाते ही मैंने देव से पूछा।
राज- देव स्लाइड के टाइम मौसी ने बीच मे क्यो रोक रखा था
देव- मामी ने बोला था रोकने को।
राज - क्यो
देव ने फिर उनकी पूरी बात बताई जो हुई थी
मामी- हेमा रोक 2 मिनट
मौसी- मीनाक्षी कोई फायदा नही इसकी तो लुल्ली है, क्या करेगी इसकी लुल्ली का, लन्ड तो राज का है।
मामी- तुझे कैसे पता था कि इसकी लूली है और राज का लन्ड
मौसी- एक बार रात की इसके देव के पापा बाहर गए हुए थे, तो मेरा मन किया तक मैंने देव का कच्छा उतार दिया तो देखा लुल्ली थी, मैंने लुल्ली चुसनी शुरू की, इसकी लुल्ली खड़ी होने लग गयी पर वो फिर भी 4 इंच से ज्यादा नही हुई।
मामी- राज का कैसे पता फिर तुझे की उसका लन्ड है।
मौसी- तुझे तो पता है, राज मुझसे कितना प्यार करता है, जब भी आता है मेरे साथ चिपक कर सोता है। 2 महीने पहले ऐसे ही मेरे साथ सोया हुआ था, की मेरी नींद खुल गयी। राज का लन्ड खड़ा था। शायद कोई सेक्सी सपना देख रहा था। तो मैंने हाथ लगा कर देखा तो इतना बड़ा लन्ड मैंने ज़िन्दगी में कभी नही देखा था। फिर मैंने उसका कच्छा उतारा तो उसका लन्ड 10 इंच का ओर 4 इंच मोटा। फिर मैंने उसे चूसा 2 घंटे चूसने के बाद उसका पानी निकला। तब से मैंने सोचा है कि राज से चुदवाना है।
मामी- फिर तो मैं भी चुदवाऊंगी, पर आज प्यास में तो देव ही सही।
फिर देव ने बताया कि मौसी को सभी रिश्तेदार, मोहल्ले वाले, मौसा के दोस्त, यहाँ तक कि दीपक भैया, टिंकू जीजाजी और इन सबके दोस्त भी चोद चुके है। मौसा मौसा, उनका बड़ा बेटा दीपक भैया उसकी पत्नी नाविका भाभी, मौसी की बड़ी बेटी अनमोल दीदी व उनके पति टिंकू जीजाजी, सब घे में मिल कर ग्रुप सेक्स करते है।कई जनों से चुदते देखा है।
फिर देव बोला- आज दीदी कैसे तुझसे चिपक रही है, तो मैंने उसे बताया कि स्लाइड से आये तो टीना दीदी के हाथ मे गलती से मेरा लन्ड आ गया था।
देव- आज टीना दीदी को ही पटा ले, मिल कर चोदेंगे।
राज- साले, अपनी ही बहन को पटाने के कह रहा है।
देव- साला कह ही दिया है तो तू आज से मेरा जीजा है, मेरे लिए आज से टीना दीदी तेरी पत्नी है।
राज- ठीक है, आज से मैं तेरा जीजा, और हेमा मौसी को छोड़ कर तेरा बाप भी बनूँगा।
देव(मेरे लन्ड पर हाथ लगते हुए)- टीना दीदी को सोच कर खड़ा हुआ है ना। जल्दी से पता ले फिर मिल कर चोदेंगे।
राज- अपनी ही बहन को चोदना चाहता है।
देव- जब मादरचोद बनने का सोच है तो बहनचोद भी बन जाऊंगा। वैसे तो भी अपनी दीपिका दीदी को पटा ले, क्या मस्त गाँड़ है दीपिका दीदी की।
राज- दीपिका दीदी की गाँड़ देख कर को मेरा लन्ड पेंट फाड़ कर बाहर आने को होता है। अब तो टीना दीदी की गाँड़ चोद चोद कर दीपिका दीदी की गाँड़ जैसी करनी है
अब तक हम 2-2 बियर खत्म कर चुके थे।
फिर दीदी भी वाशरूम से आ गयी, ओर मुझ से चिपक कर बैठ गयी। मैंने अपना हाथ वापिस दीदी की कमर में डाल दिया। दीदी का भी सुरूर बन चुका था।
फिर हमने 2 बियर और मंगाई तीनो ने उसे पिया और बिल देकर वापिस आने लगे।