अब सभी लेडीज कपड़े पहन चुकी थी, ओर फिर गेट खोल कर तैयार होने लगी।
मैं और देव भी मौका देख कर चुपके से निकल कर बाहर आ गए। किसी को पता नही चला की हम अंदर थे।
चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra | Part 6
थोड़ी देर में सब लेडीज बाहर आ गयी और हम सब बस में बैठ गए, बस 3×2 थी, मैं ओर देव सबसे आखिर वाली सीट पर बैठ गए, जो बिल्कुल खाली थी। और वो सब सोचने लगे जो हमने आज सुना और देखा था, की कैसे हमारे घर मे रंडियां ही है सारी, पता नही कौन कितने लन्ड ले चुकी होगी। अभी तो हमे चार का ही पता लगा है। बाकी हो सकता है इनसे भी बड़ी रंडियां हो।
फिर मैंने ओर देव ने सोचा कि चल छोड़ो। जिसको जैसे चुदना है चुदे, आज से हमारे लिए सभी औरते चुदाई का माल है बस, किसी के साथ कोई रिश्ता नही, अब बस सबके साथ लन्ड और चुत का रिश्ता रखेंगे।
बाकी सब लोग अंताक्षरी खेल रहे थे तो हमने सोचा कि छोड़ो ये सब और आगे चल कर अंताक्षरी खेलते है। हम बाकी लोगो के साथ अंताक्षरी खेलने लगे। टीम आधी आधी बंटी हुई थी तो मुझे मम्मी वाली टीम में मौसी हेमा और मामी मीनाक्षी भी थे, और देव को दूसरी टीम में ले लिया।
अंताक्षरी में गाने के साथ गाना बोलने वाली टीम को डांस भी करना था। अंताक्षरी चलते चलते हमारी बारी आई तो मैंने हेट स्टोरी मूवी का 'वजह तुम हो' गाना गाया, जिसमे मेरी सगी दीदी दीपिका ने मेरे साथ डांस किया, डांस करते हुए मेरे हाथ बार बार दीदी की बड़ी गाँड़ पर लगे, मैंने पहली बार ध्यान दिया कि मेरी दीदी की गाँड़ बहुत बड़ी थी, जैसे जीजाजी हमेशा उसकी गाँड़ ही मारते हो। दीदी ने टाइट जीन्स पहनी हुई थी, जो गाँड़ के साथ पूरी तरह चिपकी हुई थी उसकी गाँड़ जीन्स फाड़ कर बाहर आने को हो रही थी। ऊपर दीदी ने शर्ट पहनी हुई थी, जिसके ऊपर के 2 बटन खुले हुए थे और दीदी के बड़े मुममों की लाइन भी दिख रही थी। जब वो जीन्स पहन कर बाहर निकलती है, तो सब उसकी गाँड़ ही देखते है, ओर उसकी गाँड़ सोच सोच कर ना जाने कितने लोगों ने सपने में उसकी गाँड़ मारी होगी, फिर डांस करते हुए दीदी मेरे आगे और मैं उसके पीछे तो मेरा लन्ड दीदी की गाँड़ से लग रहा था, जिस से मेरा लन्ड खड़ा हो गया।
दीदी को भी महसूस हो गया कि मेरा लन्ड खड़ा है, तो दीदी ने पीछे मुड़ कर देखा और वापिस आगे होकर अपनी गाँड़ मेरे लन्ड पर रगड़ कर डांस करने लगी। फिर दीदी ने डांस करते हुए मेरे हाथ पकड़ कर अपनी कमर पर रख दिये और मेरे साथ अपनी गाँड़ चिपका कर डांस करने लगी, मेरा लन्ड दीदी की जीन्स के ऊपर से ही दीदी की गाँड़ में दब रहा था, तभी दीदी एक डांस स्टेप के लिए नीचे झुकी तो दीदी की शर्ट थोड़ी सी ऊपर उठ गई और मेरे हाथ दीदी की नंगी कमर पर आ गए। क्या चिकनी कमर थी दीदी की, फिर दीदी ने अपनी गाँड़ मेरे लन्ड पर दबाई और खड़ी होने लगी तो मेरा हाथ दीदी के बूब्स से लगा, तो मैंने हल्के से दीदी के बूब्स दबा दिए, पर दीदी ने कुछ नही कहा। फिर हमारी बारी गयी, तो हम अपनी साइड आ गए, उसके बाद मैं मेरी मौसी की सीट वाली साइड खड़ा हो गया, और दीदी बैठ गयी।
मेरा खड़ा लन्ड पाजामे में उभार दिख रहा था, जिसे मौसी ने देख लिया, तो मौसी ने अपना कंधा मेरे लन्ड के साथ लगा लिया और रगड़ने लगी।