मैं धीरे से उसके नितंबो पर अपने कमर को सटा दिया मेरा लिंग अपनी पूरी अकड़ में अकड़ा हुआ था,और उसे भी इसका आभास हो गया होगा,वो बिल्कुल मूर्ति की तरह जड़ हो गयी उसे तो इसका भान भी नही रहा होगा की मैं ऐसा कुछ करने वाला हु,वो भी इस वक़्त जबकि उसका खुदका पति बाहर खड़ा है और मेरा इंतजार कर रहा है,वो अपना मुह खोले वैसे ही खड़ी रही मैंने हल्के से मुस्कुराते हुए,अपनी कमर को हल्के से पीछे किया और एक जोरदार धक्का उसके पिछवाड़े में मार दिया,
“आउच …साहब जी “
उसकी काँपती हुई आवाज मेरे कानो में पड़ी और मेरी हँसी निकल गई ……मैं पीछे हुआ और उसकी मसल नितंबो को अपने हाथो में भर कर मसल दिया …
“बहुत मलाईदार है तेरे,इन्हें तो रगड़कर खाने का मन कर रहा है…..खैर अभी तो देर हो रही है पर कसम से आज नही तो कल इसे खाऊंगा जरूर ….”
मैं इतना बोलकर वहां से चला गया ,बाहर रघु बड़े ही बेचैनी से मेरा इंतजार कर रहा था,मैं वहां से ऑफिस को निकल गया पर रेणु वही स्तब्ध खड़ी थी वो कभी सोची भी नही होगी की मेरे जैसा आदमी ऐसा करेगा,इतना सीधा और सरीफ शायद उसके मन में कोई बात आयी और उसके होठो में एक मुस्कान सी आ गई………
बीवी के कारनामे | Biwi Ke Karname | Update 26
मैं आज अपने आप में एक नए कॉन्फिडेंस को महसूस कर पा रहा था,जो मुझे रेणु से किये गए अपने व्यवहार और काजल से मिले असीम प्यार का नतीजा था,आज काम के सिलसिले में मुझे शहर जाना था ,मोबाइल और मेसेज से तो काजल की हरकते पता ही नही चल पा रही थी तो सोचा क्यो ना आज शहर में काम निपटाकर उसके होटल ही चला चालू,ऐसे भी वहां मुझे कोई जनता नही और कजल या रॉकी मिल गए तो कह दूंगा की मिलने आया था,
शहर में मेरा काम होते ही शाम हो गया था,पता नही काजल मिलेगी या नही ,लगभग 6 बज चुके थे ,मैंने अपने मोबाइल से उसके मोबाइल को चेक किया लेकिन ना तो किसी से कोई खास बात ना ही कोई ऐसा क्लू जिससे मुझे कुछ रोमांचित सा महसूस हो,,,,,,मैं काजल के होटल के सामने जा कर खड़ा हो गया ,मैं शहर में रघु को छोड़कर उसे घूमने जाने को कह गया था,मैंने उसे ये नही बताया था की मैं होटल जा रहा हु,ऑटो से उत्तर कर मैं बाहर से ही होटल को देखने लगा ,सचमे बहुत कुछ बदलाव इसमें आ गया था,काच की संरचना बेहद आकर्षक लग रही थी ,साथ ही एक बड़ा आ फ़ोटो भी पास ही फ्लैक्स में लगा था जिसमे इस होटल के हेल्थ सेंटर का विज्ञापन था,और उसमे रॉकी और काजल की पिक थी,वाह मैंने कभी भी काजल के शरीर पर शायद इतना धयन नही दिया था वो पूरी तरह से बदल गयी थी ,फ़ोटो में कही भी उसके पेट में कोई भी चर्बी नही दिख रही थी ,वो जिम के कपड़ो में थी और बहुत ही बेहतरीन तरह से उसका शरीर का सुडौलपन दिख रहा था,पर मेरी नजर उसके चहरे के मासूमियत पर जाकर टिक गयी ,इतने मोडल की तरह से फ़ोटो खिंचने पर भी उसने अपने मांग का सिंदूर नही निकाला था,हाँ वो उतना गहरा तो नही था पर हल्के से और ध्यान से देखने पर मुझे समझ आ गया की फ़ोटो खिंचते समय उसने सिंदूर नही धोया होगा,,,,,,,,,,,,
शादी की इस परंपरा पर उसका इतना विस्वास और अपने पति से इतना प्यार और समर्पण उसकी की जाने वाली हरकतों से कोई भी साम्य नही रखती ,पर मैं जनता हु की वो दोनो में ही बहुत ही समर्पित है….
मैं अंदर गया तो वहां से सभी मजदूर जाने के लिए निकल रहे थे,किसी ने मेरी तरह कुछ खास ध्यान भी नही दिया ,वहां कोई ऐसा आदमी भी मुझे नही दिखा जिसे मैं काजल के बारे में पूछ सकू सभी मजदूर ही दिख रहे थे ,होटल इतना भी बड़ा तो नही था,पर एक वाचमैन मुझे दिखाई दिया मैंने काजल को पूछने से अच्छा रॉकी को पूछा…उसने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा ,
“आप कौन है”
मुझे गुस्सा आ गया
“तुझे क्या मतलब की मैं कौन हु तू बता ना कहा मिलेगा”
“अरे साहब यहां अभी सभी समान फैला हुआ है ना और रॉकी साहब ने 6 बजे के बाद किसी को भी यहाँ आने देने से मना किया है,सभी मजदूर भी चले गए है ,आप तो अंदर भी आ गए साहब ने तो गेट में ही रोकने को बोला था…”
“अच्छा यानी अभी साहब है यहां पर “
“जी साहब मेडम और साहब दोनो है “
मेरे दिल में जोर से हलचल हुई ,साले दोनो है यहां अकेले और रोज रहते है,ये तो हो ही नही सकता की वो कुछ ना कर रहे हो पर साला बहुत बड़ी मुश्किल तो ये थी की आज नही तो कल इस वाचमैन को पता लग ही जाता की मैं काजल का पति हु ,और वो उन्हें कभी बता भी सकता था की मैं यहां आया था,अगर इसे अभी बताया तो मुझे कुछ भी पता नही चलेगा,,क्या करू ??????????
मैंने फैसला कर लिया
“मैं इस होटल का शेयर होल्डर हु और रॉकी मेरे लिए काम करता है ,,…”
वो वाचमैन सीधा खड़ा हो गया ,
“सर मैं अभी उन्हें फोन लगता हु”
“नही रहने दो कहा है वो और काजल कहा है “
“सर दोनो जिम में होंगे “
“अच्छा और जिम कहा है”
“सर वो उधर सेकंड फ्लोर में “
‘ह्म्म्म ओके मैं वही जाकर मिल लेता हु “
वाचमैन मुझे रोकता है
“सर……. वो सर मुझे डांटेंगे की मैंने उन्हें नही बताया ऐसे भी मैं आपसे पहली बार मिल रहा हु “
मुझे उसकी बात समझ आ गयी की बेचारे की नॉकरी का सवाल हो सकता है और कोई भी मालिक बोलकर अंदर आ सकता था ,मैंने अपना मोबाइल निकाला और रॉकी को काल कर स्पीकर ऑन कर दिया
“हैलो”
रॉकी की हाँफने की आवाज आयी
“हैलो रॉकी मैं आकाश बोल रहा हु “
“हा हा सर बोलिये “इतने में ही वाचमैन को समझ आ चुका था की मैं जो बोल रहा हु वो सच ही रॉकी मुझे सर से संबोधित कर रहा था….मैंने वाचमैन को देखा वो धीरे से मुझे सॉरी कहा ,
मैं फिर से फोन का स्पीकर हटा लिया ,और उससे थोड़ी दूर चला गया
“हा बात ये है की मैं तुम्हारे होटल आ रहा हु ,कोई वाचमैन हो तो उसे बता देना की मैं आ रहा हु मुझे थोड़ा टाइम लगेगा अभी तुम लोग वहां हो या निकल गए ,और ऐसे सांसे क्यो ले रहे हो ठीक तो हो ना “
तब तक रॉकी अपनी सांसे सम्हालने की कोशिस कर रहा था और साथ में ही आवाज गूंजने लगी मुझे समझ आ गया की उसने अपना मोबाइल स्पीकर मोड़ में डाल दिया है…..
“वो वो सर मैं और काजल अभी एक्सरसाइज कर रहे है तो “
“ओके जिम में हो ,”
“जी सर आपको कितना समय लगेगा आने में “
“बस 5-10 मिनट में पहुचता हु तुम फिकर मत करो मैं जिम में ही आ जाऊंगा “
“ओके सर “
मुझे लास्ट में कुछ फुसफुसाने की आवाज आयी और मेरा लिंग एक झटके मारा,शायद ये झटका था उस कल्पना का की शायद दोनो लेटकर बिस्तर वाली एक्सरसाइज कर रहे है,…..मैं अभी तो कुछ नही कह सकता था पर मुझे काजल पर भरोसा जरूर था……ही ही ही
तुरंत ही वाचमैन के पास रॉकी का काल आ गया,उसने उससे कुछ कहा वाचमैन बस जी सर जी सर कर रहा था…
मैं वाचमैन से बिना पूछे ही आगे बढ़ गया और उसने भी मुझे रोकने की हिम्मत नही दिखाई,
जैसे जैसे मैं जिम के दरवाजे के पास जा रहा था मेरी धड़कन तेज हो रही थी,पता नही अंदर का क्या हाल होगा…
कांच से ऐसे तो अंदर का पूरा नजारा दिख रहा था लेकिन वो दोनो मुझे नही दिखे शायद अंदर कही होंगे जहा का नजारा यहाँ से ना दिखता हो,मैं दरवाजा खोलकर अंदर घुसा दिल की धड़कन बढ़ने लगी थी,ऐसा लग रहा था जैसे मैं चोर हु और कही चोरी करने आया हु,थोड़ा अंदर जाने पर मुझे कुछ फुसफुसाहट की आवाजें आयी मैं उधर ही चला गया…
मैंने आजतक जितने भी जिम देखे थे ये उनमे सबसे बड़ा था,सचमे ये हेल्थसेन्टर यहाँ का मुख्य आकर्षण बनने वाला था,मंहगे महंगे उपकरण,के साथ बहुत बड़ा स्पेस था मैंने जो कुछ भी उस कांच से देखा था वो बस एक झलक थी,अंदर जाने के बाद भी मुझे उन्हें ढूंढने में दिक्कत हो रही थी,की मुझे एक कोने से आती हुई कुछ हलचल सी दिखाई दी,कुछ मशीनों की आवाज भी साथ थी,ऐसे तो वहाँ का ac पूरी तरह से on था पर मेरे माथे पर पसीने की बूंदे आ चुकी थी,मैं उधर कदम बढ़ाया,देखा तो काजल पसीने से पूरी तरह से भीगी हुई अपनी सांसो को काबू में कर रही थी,हम दिनों की नजर मिली और मेरे होठो में एक मुस्कान आ गयी,मेरी नजर रॉकी पर गयी वो बेचारा भी एक डंबल पकड़कर कुछ करने की कोसिस कर रहा था,मुझे उनकी हरकते समझ मे आ रही थी,इन्हेंने जरूर उस वाचमैन से पूछा होगा कि साहब कहा पर है और उसने बता दिया होगा कि वो पहुच चुके है और जिम की तरफ जा रहे है,जल्दी जल्दी में उन्हें भी समझ नही आया होगा कि क्या करे….जैसे तैसे वो अपनी सांसो पर काबू कर पा रहे थे और जो हाथ मे आया वही एक्सरसाइज करने की कोसिस कर रहे है,दोनो के चहरे पर फैला वो डर मुझे बहुत ही सकून दे रहा था,जैसे तैसे काजल ने अपने चेहरे पर एक मुस्कान लायी और उठकर मेरे पास आकर मेरे गले से लग गयी,
“आपने बताया नही की आप आ रहे है”
“अरे कुछ काम से आया था सोचा मिलते चालू “
“बहुत अच्छा किया”वो मेरे गालो को एक किस दे गई, वही रॉकी आकर मुझसे हाथ मिलता है,
“ वेलकम सर”
मैंने उन्हें ध्यान से देखा रॉकी का लिंग अब भी तना हुआ था जी उसके लूस लोवर से बाहर आने की कोसिस में था वही काजल के जांघो के बीच का गीलापन मुझे दिखाई दे रहा था,बेचारे मेरे दो प्रेमी युगलों के मिलान में मैंने बाधा डाल दी,मुझे तो मजा आ रहा था लेकिन शायद दोनो ने मुझे दिल से गालिया दी होंगी,नही सिर्फ रॉकी ने मुझे गालिया दी होंगी मेरी जान काजल तो मेरे लिए हमेशा प्यार के शब्द ही निकलेगी वो मुझे गली नही दे सकती………..
मैंने रघु को काल कर होटल ही बुला लिया और रॉकी और काजल मुझे पूरा होटल घूमाने लगे.मैंने सभी कुछ। बड़े ही धयन से देखा और ना सिर्फ देखा बल्कि कुछ जगहों की फ़ोटो भी खिंच ली ताकि फिर जब मैं आउ तो उस वाचमैन को भी पता नही चले ,क्योकि भले ही मुझे उनकी तड़फ देखकर खुशी हो रही थी पर मैं काजल की रास लीला देखना चाहता था,मैं उसके चहरे का वो एक्सप्रेशन देखना चाहता था जो उसके चहरे पर उस वक़्त आता जब की कोई उसके अंदर अपना सरिया घुसा रहा होगा,,,,जब कोई चूहा या कोबरा उस बिल में जा रहा होगा जिसे समाज ने सिर्फ मेरे लिए मुझे दिया है,उस लाल लाल सी फांको के बीच कोई काला या गेहुआ से केला जब बार बार अंदर हो रहा होगा और मेरी जान के मुह से बस सिसकिया निकल रही होगी उस समय को याद कर पता नही क्यो मेरा भी लिंग अंगड़ाई लेने लगता है…
एक झटका तो उसने भी मारा लेकिन मेरे जीन्स में ही दब कर घुटकर रह गया ,मैंने प्यार से अपनी काजल को अपने बांहो में खिंच लिया और जैसे ही रॉकी हमसे दूर हटा मैं उसके होठो को एक प्यार भरा चुम्मन दे दिया,साला कितने कोमल और गीले थे मेरी जान के वो रसीले होठ ,नरम नरम से गीले गीले जैसे अभी अभी किसी ने उसे अपने लार से भिगोया होगा,मैं उसे अपने तनाव का अहसास करना चाहता था ,मैंने उसे पीछे से पकड़ा और उसके भारी नितंबो में अपने लिंग रगड़ दिया,उसके होठ और भी खुल गए,और मैं उसमे अपनी जीभ घुसा दी पर अच्छे से एक और रगडें ने काजल की पोल खोल दी ,जी हा उसने अपने निकर के अंदर कुछ भी नही पहना था,एक तो उसका निकर भी उसकी जांघो के ऊपर तक ही था ,पूरी मांसल सी जांघ चमक रही थी और अंदर कुछ नही पहने होने का वो अहसास,उसकी कोमलता में मेरे तने हुए लिंग की वो रगडन ,शायद उसे भी अपने गलती का अहसास हो गया और वो मेरे से दूर जाने लगी और मैंने उसे अपनी ओर खिंचा और उसके उजोरो को सहलाने लगा ,जैसा की मुझे शक ही था उसने अपने स्पोर्ट टी शर्ट के अंदर भी कुछ भी नही पहना था ,और मैंने जोरो से उसे निचोड़ा की काजल के मुह से एक मादक सी आह निकल गई …
“हाय aaahhhhhhhhhh क्या कर रहे हो रॉकी आ रहा होगा,छोड़ो ना जान मुझे घर में करते है जल्दी से घर चलते है…….”
और काजल मेरे होठो को एक बार फिर से अपने होठो में भरकर अपना रस मुझे पीने दिया और हल्के से शरारती मुस्कान के साथ मुझसे अलग हो गयी…
रॉकी आया साथ ही रघु का भी काल आ गया वो भी नीचे ही खड़ा था,काजल चेंजिंग रूम में जाकर अपने कपड़े बदल लिए और मैं और काजल रघु के साथ वहां से निकल गए………