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Adultery [Completed] बीवी के कारनामे | Biwi Ke Karname

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“भैया वो दोस्त ने मुझे जबरदस्ती पिला दी थी “

“उसने ये भी बताया की तुम दोनो में कुछ झगड़ा हो रहा था,और तुम पहले से वहां बैठे थे ,मैंने ये बात काजल को नही बताई पर तुम मुझे सच सच बताओ सब ठीक तो है ना “

“हा भैया सब ठीक है ,डरने वाली कोई भी बात नही है और रही काजल की बात तो मैं उसे अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता हु ,मैं कभी उसे दुखी नही करूँगा,और रही काल की बात तो वो कुछ अलग मेटर है ,मेरे और मेरे दोस्त के बीच की आप को चिंता की जरूरत नही है वो कल ही हमने सॉल्व कर लिया था,”

“तुम्हे अगर कभी भी हमारी जरूरत पड़े तो बिना झिझक कहना यहां हमारी बहुत पहचान है और तुम अब हमारे परिवार हो ठीक है ,किसी नेता या अधिकारी कोई दिक्कत देता है तो उसे हम सम्हाल लेंगे “भैया को मैंने बड़े प्यार से देखा

“नही भैया सब कुछ ठीक है यहां काम संबंधित कोई भी परेशानी मुझे नही है ,आप चिंता ना करे “

भैया अब थोड़े से निश्चिंत दिख रहे थे ,हम बैठे युही इधर उधर की बाते करने लगे ………..

बीवी के कारनामे | Biwi Ke Karname | Update 16

भैया भाभी के जाने के बाद काजल और मैं एक अजीब सी और अनकही सी खामोशी का जन्म हो गया,मैं कुछ बोल नही पा रहा था और काजल अपनी नम आंखों से मुझे देखे जा रही थी….उसका भोलापन साला दिल को चीरने वाला होता है..वो कभी भी मेरे सामने किसी को भी तजव्वो नही देती,यही मुझे उसे प्यार करने पर मजबूर कर देता है.प्यारे की आंखों में एक चमक मैंने देखी थी,जो काजल के आने पर थी ,पर काजल अभी भी उसे कोई भी भाव नही दे रही थी,वो उससे बात करने की कोशिस करता पर वो मेरे बारे में ही पूछे जा रही थी…उसने काजल को सब बाता दिया की कैसे मैं आजकल ज्यादा गुस्सैल हो गया हु ,कैसे मैं उसे बिना बात भी चिल्ला देता हु…

प्यारे मेरी शिकायत कर रहा था पर काजल के लिए ये एक गंभीर बात थी वो मेरी चिंता में थी की आखिर इसे हुआ क्या है……..

मिया बीबी के बीच खामोशी रहे भी तो कब तक,जबकि वो एक दूजे को प्यार करते हो ,ये खामोशी हम दोनो के लिए ही जानलेवा थी…खाना हैम खा चुके थे,प्यारे सभी काम कर जा चुका था,काजल बिना बोले मेरे पास आकर खड़ी हो गयी ,हमारी नजर मिली उसके आंखों का आंसू मेरे दिल को पिघलने के लिए काफी था..

वो कैसे दिख रही थी?????

भीगी हुई आंखों के साथ मासूम काजल अग्रवाल को देख लो..चहरे से मासूमियत टपकती हुई सी,वो मुह खोले तो कोयल बोले,वो हँसे तो मोती शरमाये,प्यारे से चहरे पर मायूसी भी बड़ी प्यारी लग रही थी…
मुझसे रहा नही गया और मैं हाथ फैला कर उसे अपने पास आने को कहा,वो जोरो से रोती हुई मेरे सीने से लिपट गयी….
इतनी शांति….इतना प्यार ……इतनी कोमलता…..waaaahhhhhhh
वो मुझे प्यार से मारने लगी,

“क्या हो गया था आपको,क्यो कर रहे थो इतना गुस्सा…और जब से आयी हु प्यार से बात भी नही की,और ना ही काल न msg क्या हो गया…..”

अब इस पगली को क्या बताता की क्या हो गया है,जिसके कारण इतना तकलीफ में हु वही पूछ रही है की क्या हुआ…
लेकिन पूरा नही आधा सच तो बोल गया…

“तुम नही थी ना मेरे पास इसलिए…बेचैन हो गया था ,कही मन नही लग रहा था”

काजल ने मेरे आंखों में देखा,साला प्यार तो सच्चा था मेरा जो मेरी आंखों से भी उसे दिखता था…उसके आंखों में रुके आंसू फिर से हल्के हल्के से बहने लगे..वो मुझे बस थोड़ी देर देखती रही और मेरे ऊपर कूद पड़ी…मेरे गालो को होठो को ऐसे चूमना शुरू कर दिया जैसे मानो जन्मो की प्यासी है,

“अब कही नही जाऊंगी मेरी जान आपको छोड़कर “

उसके बच्चों वाली हरकत से मुझे हसी आ गयी,वो मेरे कंधे पर सर रखकर बैठ गयी…मैंने भी उसे अपनी बांहो में समा लिया…

मैं पुरानी बाते बस एक ही पल में भूल गया,मुझे पता था तो बस काजल का प्यार…

मैं उसके बालो को सहलाता हुआ वहां बैठा था की एक हल्की सी आहट ने मेरा ध्यान खिंचा…

msg का छोटा सा रिंगटोन..काजल का मोबाइल मेरे बाजू में ही पड़ा था,काजल ने उसे उठाया देखा और बिना किसी भी एक्सप्रेशन के ही उसे फिर से अपने बाजू में फेक दिया…वो पहले के ही तरह अपनी आंखे बंद कर मेरे बाजुओ में खुद को छोड़ गयी,

पर मैं अब वो नही था जो कुछ ही पलो पहले था मेरा ध्यान उस मोबाइल की तरफ गया…वो फिर कुछ जला इसबार टोन नही बजा शायद काजल ने उसे साइलेंट में डाल दिया था,वो बस जलता और बज जाता,मुझे आभस हो गया की लगभग 5 msg आ चुके थे…पर काजल का ध्यान वहां नही था..

थोड़ी देर में काजल और मुझे प्यार दे देखने लगी,उसकी आंखे कह रही थी की वो क्या चाहती है,प्यार ..?????
या सेक्स..?????

जो भी हो बस मुझे ये समझ आ चुका था की उसकी वो नशीली आंखे अब मुझे अपनी ओर खिंच रही है,उसके देह से उठाने वाली महक बता रही थी की वो मुझे आकर्षित कर रही है…वो मेरे गालो को प्यार से सहलाई फिर मेरे होठो के पास अपने होठ लाकर रुक गयी,शायद उसे मेरे एक्शन का इंतजार था…पर मैं बस मुस्कुरा दिया…

“क्या हुआ आप ……..”काजल बस इतना कह मुझसे दूर हो रही थी पर मैंने उसकी कमर को जकड़ लिया और अपनी ओर खिंचा…

“आउच “वो शरारती नजरो से मुझे देखने लगी,दोनो के ही होठो पर एक मुस्कान थी जैसे की हम दोनो ही जानते थे की आगे क्या होने वाला है…बड़े धीरे से उसके होठो तक अपने होठ लाये और उसके होठो को अपने दांतो में जकड़ कर खिंच दिया…

“आआआआआआहहहहहहहह “मुझे मजा आने लगा,काजल ने शिकायत भरे लहजे से मुझे देखा

मैं उसके नितंबो के नीचे अपना हाथ डालकर उसे उठा लिया और बेडरूम की तरफ जाने लगा ,वो मेरे होठो अपने होठो से भरकर चूसने लगी…दोनो ही अब डूबना चाहते थे कोई भी सब्र अब नही था,….हम दोनो साथ ही पलंग पर लुडकगये
किस ने उत्तेजना को बढ़ाया और मैं उसके बड़े बड़े स्तनों को दबाने लगा,उसकी आहो की मधुरता ने हमारे जिस्म की आग को भड़का दिया था,मैं अपने कपड़े उतारने लगा पर वो मेरा हाथ खिंच कर अपने स्तनों पर ले आयी और खुद मेरे कपड़े खोलने लगी,उसकी बेताबी देखकर मुझे हसी आ गयी और वो मुझे देखकर शर्मा गयी…पर उसने मेरे कपड़े नही छोड़े और मेरे जीन्स के ऊपर से दिखते मेरे कसे हुए लिंग को अपने हाथो से दबा दिया…..

“ooooohhhh आआआआहहहह “अब मेरी बड़ी थी सिसकी लेने की ,उसने जल्दी ही मुझे नंगा कर दिया था मेरे लिंग को अपने हाथो से छोड़ ही नही रही थी उसकी बेताबी ने मेरा हाल बुरा कर दिया था,वो अपने होठो को खोलकर मेरे लिंग को अपने होठो से रगड़ने लगी……हे भगवान ये क्या कर रही है,,,…मेरी हालात इतनी खराब थी की मैं अब ही निकल जाऊ पर वो तो पागलो की तरह उसे चूमे जा रही थी…उसने मेरे सुपडे की चमड़ी को पीछे खिंचा और उसे अपने मुह में लेकर चूसने लगी,

“मादरचोद….”मेरे मुह से अनायास ही निकल गया ,इतना मजा तो मैंने फील ही नही किया था,मैं लगभग छटपटा रहा था और वो मुझे देखकर एक स्माइल देती है,मैंने प्यार से उसे देखा उसका सर सहलाया और उसने फिर से मेरे लिंग को चुसान शुरू कर दिया…ये असहनीय था,मेरे सब्र की इन्तहां हो चुकी थी और में इतने दिनों से भरा हुआ सीधे अपनी धार उसके मुह में छोड़ता गया,मैं हफ्ता हुआ उसके सर को नीचे कर उसे देखा एक बून्द भी उसके मुह के बाहर नही था,यानी सब उसने पी लिया था…क्या हो गयी है मेरी काजल मुझे होश आया पर उसके चहरे पर आयी एक चमक………..

वो मुझे नीचे खीचने लगी और मेरे होठो से अपने होठो को मिला दिया मैं अपने ही वीर्य के बदबू या खुसबू जो भी कह लो को महसूस कर पा रहा था,साथ ही उसके स्वाद को भी जो उसके होठो पर अब भी लगा था………

थोड़ी ही देर में मेरे लिंग ने फिर से एक फुंकार मेरी इसबार मैं बिल्कुल भी बेताब नही था पर काजल थी…उसकी बेताबी मुझसे छिपी नही थी …मै उसे चिढ़ाने के लिए वहां से उठाने लगा वो मुझे खिंच कर अपने ऊपर ले आयी और अपनी साड़ी को घुटनो के ऊपर तक ले आयी मैं उसे खोलने की कोशिस कर रहा था पर काजल मुझसे खिंच कर अपने ऊपर ले आयी

“अभी मत खोलो न अभी जल्दी करो “

वो अपनी पेंटी भी नही उतारना चाहती थी उसने उसे साइड कर दिया और मेरे लिंग को अपनी गुफा के पास लाकर टिका दिया…

वो जैसे आग की भठ्ठी हो ,इतनी गर्म लेकिन इतनी गीली थी की मुझे आभस हो चुका था की काजल की हालात क्या है ,मेरा लिंग बिना किसी भी ज्यादा मेहनत के ही उसके अंदर जाने लगा,गुफा की गर्मी ने मेरे लिंग को और भी कड़ा कर दिया था,मैं स्पीड पकड़ कर उसे किसी पिस्टन से पिसे जा रहा था….

“आह जान आ आ आ आ जान ओ ओ हो “

सिसकिया,और कामरस की थपथप,चूड़ियों की एक ही लय में खनकार,उनके माथे का मोटा सिंदूर अब उसके पसीने से फैल गया था ,माथे की बिंदिया कुछ टेढ़ी सी हो चली थी ,ब्लाउज़ को अब भी उतारा नही गया था जिससे उसके ऊपर गहरे सिलवट पड़ रहे थे……मैं एक बार झड़ चुका था मैं एक खिलाड़ी सा खेल रहा था पर काजल को तो प्यास बुझाने की ऐसे बेताबी थी की वो जोरो जोरो से चीखने लगी थी…उत्तेजना उसके शिखर पर पहुची और वो अपने चिरपरिचित अंदाज में मेरे पीठ पर अपने नाखुनो से गहरे घाव करते हुए झाड़ गयी……

ऐसी बरसात उसके योनि से हुई की जैसे सदियों से पानी भरा हो और आज बांध टूट गया….मैं अब भी अपना पिस्टन जारी रखे था,कुछ देर में वो भी थोड़ी सी एक्टिव हुई और दोनो ही साथ झाड़कर एक दूसरे से लिपट गए…….

इतने दिनों के बाद ऐसा सकून मिल रहा था…शायद दोनो ही ऐसे तड़फ रहे थे….दोनो ही इस घमासान प्यार की लड़ाई से थककर चूर हो चुके थे ….हम दोनो एक दूजे से लिपटे हुए थके से बस सो गए……मीठी नींद थी आज.. मेरी काजल मेरे बांहो में थी ………..

To be Continued

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“आह जान आ आ आ आ जान ओ ओ हो “

सिसकिया,और कामरस की थपथप,चूड़ियों की एक ही लय में खनकार,उनके माथे का मोटा सिंदूर अब उसके पसीने से फैल गया था ,माथे की बिंदिया कुछ टेढ़ी सी हो चली थी ,ब्लाउज़ को अब भी उतारा नही गया था जिससे उसके ऊपर गहरे सिलवट पड़ रहे थे……मैं एक बार झड़ चुका था मैं एक खिलाड़ी सा खेल रहा था पर काजल को तो प्यास बुझाने की ऐसे बेताबी थी की वो जोरो जोरो से चीखने लगी थी…उत्तेजना उसके शिखर पर पहुची और वो अपने चिरपरिचित अंदाज में मेरे पीठ पर अपने नाखुनो से गहरे घाव करते हुए झाड़ गयी……

ऐसी बरसात उसके योनि से हुई की जैसे सदियों से पानी भरा हो और आज बांध टूट गया….मैं अब भी अपना पिस्टन जारी रखे था,कुछ देर में वो भी थोड़ी सी एक्टिव हुई और दोनो ही साथ झाड़कर एक दूसरे से लिपट गए…….

इतने दिनों के बाद ऐसा सकून मिल रहा था…शायद दोनो ही ऐसे तड़फ रहे थे….दोनो ही इस घमासान प्यार की लड़ाई से थककर चूर हो चुके थे ….हम दोनो एक दूजे से लिपटे हुए थके से बस सो गए……मीठी नींद थी आज.. मेरी काजल मेरे बांहो में थी ………..

बीवी के कारनामे | Biwi Ke Karname | Update 17

जब मेरी नींद खुली तब भी काजल मेरी बांहो में थी मैं तो खुस था बहुत खुस था,मैं उसे हल्के से अपने से अलग किया और बाहर आया देखा तो काजल का मोब अभी भी वैसे ही पड़ा था,मुझे बहुत ही खुशी हुई और मैं जल्दी से उसे उठा लिया,देखा तो कुछ msg आये थे .मैंने उसे खोला तो ये प्यारे के msg थे…

“बहुरानी आज आओ ने मेरे पास चाय पीने”

“बाहुरानी जवाब क्यो नही दे रही हो”

“क्या हुआ गुस्सा हो क्या”

“क्या हुआ”

“अगर मुझसे कुछ गलती हुई है तो मुझे माफ़ कर दो”

इतने msg तो काजल ने पड़ लिए थे ,पर कोई भी रिप्लाई नही था,लेकिन एक और नंबर से कुछ msg आये थे नाम था रॉकी…

अब ये साला कौन है,अगर मैं उसे खोलता तो काजल को पता चल जाता इसलिए मैंने उसे नही छेड़ा बस जो आखिरी msg था वो दिखा रहा था, कॉल मी टुमारो….

चलो एक बार काजल के पड़ने के बाद मैं पड़ लूंगा…..

मैं जाकर फिर से सो गया…..

सुबह वही पुराना काम धाम…आज फिर मैंने अपने लेपटॉप को ऑन कर छोड़ दिया और वीडियो रेकॉर्डर ऑन कर दिया…
आफिस में जाकर थोड़ा सा मन भागता रहा पर क्या कर सकता है….तभी काजल के भैया का काल आ गया…

“हैल्लो आकाश कैसे हो “

“अच्छा हु भैया आप बताइये”

“अरे यार तुमसे एक बात करनी थी जल्दीबाजी में भूल ही गया था…”

“हा बोलिये ना”

“असल में बात ऐसी है की काजल सोच रही थी की वो शहर में अपना काम शुरू कर दे,तुम्हारे क्वाटर से लगभग 25 किलो मीटर की दूरी होगी वो रोज कार से आ जा सकती है,और वो वहां घर में अकेले भी बोर हो जाती होगी,तो मैं भी उसे हामी भर दिया है…मैं वहां एक पुराना होटल पसंद किया है अभी तो वो घाटे में है,पर काजल का मानना है की वो उसे फिर से फायदे में ला सकती है…तो अगर हम उस होटल को खरीद कर उसे चलाये तो कैसा रहेगा…और ऐसे भी काजल की होटल मैनेजमेंट की डिग्री कब काम आएगी…”

मैं तो सोच में ही पड़ गया,कभी सोचा भी नही था की कोई होटल खोलूंगा,साला मैं ठहरा मिडिल क्लास और सर्विस क्लास का आदमी मेरे पास इतने पैसे भी कहा की मैं ये सब सोच सकू…

“भैया पर होटल खरीदना मतलब…….यानी की इतना पैसा मेरे पास…”

“अरे यार तुम भी ना….पैसा मैं लगाऊंगा काजल को बस वहां का काम देखना है…”

“हा भैया वो तो ठीक है पर शहर यहां से दूर है और काजल कार से …”

“हा तुम फिकर मत करो एक कार खरीद लेंगे और तुम्हारे ही इलाके में हमारा एक पुराना बाँदा रहता है ,काजल को कहा था की उससे मिल कर सब सेट कर ले,शायद वो आज उससे मिलने जाय हो सके तो तुम भी साथ चल देना,एक बार होटल को देख भी लो ,उस बंदे का नाम है रॉकी वो भी वही अपने मा बाप के साथ रहता है और शहर में एक जिम चलाता है,उसके चाचा हमारे खास दोस्त है तो अगर वो भी हमारे साथ आ जाए तो काजल को भी सहूलियत हो जाएगी ठीक है ना…..बाकी तुम्हारे ऊपर है की क्या करना है…कम से कम जाकर एक बार मिल तो लो….”

“हूमममममम ठीक है भैया…”

मैंने फोन रखा ही था की काजल का भी काल आ गया..

“सुनिए ना आज थोड़ा जल्दी आ सकते है क्या “

“क्यो”

“अरे भैया आपको फोन नही किये थे क्या…होटल के बारे में”

“हा किये थे पर तुम नही बता सकती थी “

मैंने झूठे गुस्से में कहा,लेकिन वहां से एक हल्की हसी आयी

“आप ने बताने कहा दिया” अब वो मुस्कान मेरे भी होठो पर थी

“आज जल्दी आ जाइये वो भैया किसी को हमसे मिलने को भेज रहे है हो सके तो आज होटल भी देखने चले जाएंगे”

“ओक्के जान “

“ऊऊऊमम्ममआआआ “

“लव u बेबी ऊऊऊमम्ममआआआ”

मैं जल्दी इस घर पहुचा पहले तो अपना वीडियो बंद करके उसे अपने मोबाइल में रख लिया फिर काजल के रॉकी को काल करके जल्दी आने को कहा आखिर थोड़ी ही देरमें रॉकी वहां आ गया……….

दिखने में 6 फुट लंबा और मसलमेंन रॉकी किसी हीरो से काम नही लग रहा था ,मुझे तो यकीन नही आ रहा था की ये हमारे इलाके का लड़का है,किसी मॉडल की तरह उसकी पर्सनाल्टी देख कर मैं थोड़ा सा घबरा भी गया क्योकि काजल उसके साथ काम करने वाली थी…वो बड़े ही नम्रता के साथ हम दोनो से मिला,

“तो काजल मेडम कब जाना है होटल देखने “
काजल उसकी बातो से हस पड़ी

“अरे तुम मुझे मेडम क्यो बोल रहे हो,तुम तो उम्र में भी मुझसे बड़े हो,जस्ट काल मि काजल ओके “

रॉकी के चहरे पर एक मुस्कान आ गयी “ओके “

मैं थोड़ा से नर्वस था,पर क्या करता जैसे तैसे अपने अंदर के उस भाव को छुपा रहा था,

“हमे आज ही चलना चाहिये वहां,क्या ही फिर मुझे भी टाइम नही मिल पायेगा “

दोनो ने मुझे देखा और अपनी हामी भरी

“ओक्के सर “

”अब यार मुझे भी तुम आकाश ही कहो “

“नही सर आप तो मुझसे बड़े भी है ,आपका नाम लेना ठीक नही लगेगा मैं आपको सर ही कहूंगा “

रॉकी के यू मुझे तजब्बो देने से मेरे अंदर की इन्फिरियरटी थोड़ी काम हुई…

हम शहर पहुचे,होटल सच में बहुत ही बड़ा था पर शायद कई दिनों से बन्द पड़ा था.

“अच्छा तो इसे बन्द करने की क्या जरूरत पड़ गयी,”

एक स्वाभाविक से प्रश्न मेरे मन में आ गया

“वो हुआ यू की मालिक ने इसपर खर्च तो बहुत किया पर ये छोटा सा शहर है और यहां लोग सुविधाओ से ज्यादा पैसे की किफायत देखते है ,ऐसे भी यहां मार्किट इतने बड़े होटल के लिए नही है”

रॉकी ने अपनी बात रखी ,लेकिन काजल शायद इस बात से सहमत नही थी

“नही असल में ऐसे जगहों पर होटल की डिमांड ही नही होती ,हमे इसे नए तरीके से चलना पड़ेगा,और इसपर ज्यादा खर्च नही करना है ,हमे यहां ऐसा हेल्थ सेंटर खोलना चाहिए जिसमे सभी लोग आ सके मतलब जो यहां के लोकलर है,वैसे ही यहां का खाना ऐसा हो और बजट में हो ,बार की सुविधा हो और बजट में हो तो लोग यहां रुकने के लिए शायद नही आएंगे पर ये उनके लिए अच्छा स्टैंडर का और किफायती साबित होगा….

धीरे धीरे लोगों को अगर अच्छे चीज की आदत लग गयी तो हम अपना दाम भी बढ़ा सकते है….”

काजल बिल्कुल ही उस जगह पर रम गयी थी और अच्छे से एक एक चीजो को देख रही थी मुझे तो ऐसे भी बिजनेस की कुछ भी समझ नही थी तो मै वहां से अलग ही रहने की सोची ,रॉकी और काजल दोनो ही एक दूसरे में मस्त थे और एक दूसरे को बहुत कुछ समझा रहे थे…मैं उन्हें देखे जा रहा था ,शायद ये पहली बार था जब मेरे रहते भी काजल मुझसे ज्यादा किसी और को तजब्बो दे रही थी पर ये बिज़नेस की बात थी और मैं था इसमें कच्चा तो मुझे सब ठीक ही लगा…….

To be Continued

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“वो हुआ यू की मालिक ने इसपर खर्च तो बहुत किया पर ये छोटा सा शहर है और यहां लोग सुविधाओ से ज्यादा पैसे की किफायत देखते है ,ऐसे भी यहां मार्किट इतने बड़े होटल के लिए नही है”

रॉकी ने अपनी बात रखी ,लेकिन काजल शायद इस बात से सहमत नही थी

“नही असल में ऐसे जगहों पर होटल की डिमांड ही नही होती ,हमे इसे नए तरीके से चलना पड़ेगा,और इसपर ज्यादा खर्च नही करना है ,हमे यहां ऐसा हेल्थ सेंटर खोलना चाहिए जिसमे सभी लोग आ सके मतलब जो यहां के लोकलर है,वैसे ही यहां का खाना ऐसा हो और बजट में हो ,बार की सुविधा हो और बजट में हो तो लोग यहां रुकने के लिए शायद नही आएंगे पर ये उनके लिए अच्छा स्टैंडर का और किफायती साबित होगा….

धीरे धीरे लोगों को अगर अच्छे चीज की आदत लग गयी तो हम अपना दाम भी बढ़ा सकते है….”

काजल बिल्कुल ही उस जगह पर रम गयी थी और अच्छे से एक एक चीजो को देख रही थी मुझे तो ऐसे भी बिजनेस की कुछ भी समझ नही थी तो मै वहां से अलग ही रहने की सोची ,रॉकी और काजल दोनो ही एक दूसरे में मस्त थे और एक दूसरे को बहुत कुछ समझा रहे थे…मैं उन्हें देखे जा रहा था ,शायद ये पहली बार था जब मेरे रहते भी काजल मुझसे ज्यादा किसी और को तजब्बो दे रही थी पर ये बिज़नेस की बात थी और मैं था इसमें कच्चा तो मुझे सब ठीक ही लगा…….

बीवी के कारनामे | Biwi Ke Karname | Update 18

मैं वापस आकर बीडीओ को देखने लगा ,कुछ खास था ही नही काजल की वही बात पर वो आज दिन भर से कमरे में ही थी ,यानी वो प्यारे के पास नही गयी ये बात दिल को बहुत ही सुकून देने वाली थी….काजल आकर मुझसे लिपट गयी,

“जान तुम्हे वो साइट कैसी लगी”

“अरे जान मुझे तो इसके बारे में कुछ भी नही पता मैं क्या बताऊ “

काजल के आंखों में शरारत थी मुझे पता था की क्या होने वाला था,वो मुस्कुराते हुए मुझे देखने लगी,

“अच्छा सुनो ना मेरा काम करना आपको पसंद है ना ,आप बोलोगे तो मैं इस प्रोजेक्ट को बन्द करवा दूंगी “
वो सच में बहुत ही सीरियस थी

“पागल हो गयी हो क्या,तुम यहां बैठे बैठे ऐसे भी बोर हो जाती होगी वहां तुम्हारा टाइम पास भी हो जाएगा ,और ऐसे भी रॉकी भी तो तुम्हारे साथ बहुत ही हेंडसम है साला ,देखो कही उससे प्यार ना हो जाय तुम्हे “

मैं तो मजाक में कहकर हसने लगा लेकिन जब मेरी नजर काजल पर पड़ी तो मेरा दिल घबरा गया उसकी आंखे लाल थी जैसे वो मुझे गुस्से से घुरि जा रही हो,

“क्या हुआ जान “

“आप ऐसे सोच भी कैसे सकते है की मैं आपके सिवा किसी से भी प्यार करूँगी ,मेरे ऊपर आपका बिल्कुल भी भरोसा नही है क्या…”वो रोने लगी मैंने तो बस मजाक किया था और वो लड़की ऐसे बोल रही थी जो कभी मेरे ही नॉकर से साथ …..

“अरे नही जान मैं तो बस मजाक कर रहा था तुम तो “मै काजल के होठो को चुमने लग उसके गालो से गिरने वाले एक एक बून्द आंसुओ को पीने लगा…

“सॉरी मेरी जान “मैंने काजल के होठो में अपने होठो को भरकर एक जोरदार किस किया और तबतक किया जबतक की

उसका रोना बंद नही हो गया वो भी मेरे बालो पर अपना हाथ रखकर उसे सहलाने लगी…..

थोड़ी देर में जब हम दोनो अलग हुए

“जान एक बात पुछु इसबार बुरा मत मानना “

“हा बोलो पर याद रखना प्यार तो आपसे ही किया है और हमेशा आपसे ही करूँगी “

“अच्छा लेकिन अगर मानो वो पसंद आ गया तो “

“पसंद तो वो मुझे अब भी है ,पसंद और प्यार में बहुत फर्क होता है समझे “

काजल ने मेरे नाक को पकड़कर हिला दिया ,पर मैं थोड़ा गंभीर था

“और सोचो अगर तुम्हारे बीच कुछ हो गया तो “

काजल ने मुझे घूर कर देखा , “जान मैं आपकी बीबी हु,और मैं सिर्फ और सिर्फ आपसे ही प्यार करती हु,और रही कुछ होने की बात तो मैं भी एक इंसान हु हो सकता है की मुझसे कुछ गलती कभी हो भी जाय तो भी मैं आपसे ही प्यार करूँगी कभी भी आप ये मत सोचना की मैं आपसे प्यार नही करती ……………..मैं आपकी हु जान सिर्फ आपकी हो सकता ही कोई मेरा जिस्म ले ले पर मेरा मन हमेशा आपका ही रहेगा और वो आपसे कोई भी नही छीन सकता ……….”काजल मुझसे ऐसे लिपट गयी जैसे किसी पेड़ से कोई लता लिपटी हो…वो मेरे सीने से अपने सर को रगड़ने लगी…

मेरा मन उसकी बातो से बहुत हल्का हो चुका था पर एक सवाल मेरे दिल में था..काजल की बात का मतलब क्या हुआ,क्या वो अब भी किसी के साथ …मतलब की वो मुझसे दिल से प्यार करती है पर वो सो किसी के भी साथ सकती है ……

मेरा दिमाग फिर से काम करना बन्द कर रहा था मैंने सोचा की छोड़ो यार पहले तो खुद अपनी जान का मजा लिया जाय बाद में जो लेता है लेने दो ऐसे भी अगर उसे कुछ परेशानी नही है तो मैं उसे क्यो रोकू ऐसे भी प्यार तो वो हमेशा मुझसे ही करती है …………..

* * * * *

दिन बीते पर प्यारे और काजल के बारे में कोई भी सुराग हाथ नही आया,प्यारे के चहरे पर ऐसे तो कोई दुख का भाव नही दिख रहा था वो भी मेरे सामने अच्छे से ही व्यवहार करता था,और काजल भी सुबह से शाम तक काम मे ही व्यस्त रहती थी।

सुबह मेरे जाने से पहले ही रॉकी के साथ निकल जाती ,कभी जल्दी आ जाती तो कभी मेरे आने के बाद आती,थोड़ी थकी सी भी दिखती थी पर जो चीज उसमे नही बदली थी वो था उसका मेरे प्रति प्यार और समर्पण,,,,

कुछ दिन बीते थे कि डॉ का काल आया,

“कैसे हो दोस्त आ गयी भाभी”

“हा यार वो तो उसी दिन आ गयी थी जब मैं वहां से आया था,”

“अच्छा है साले तभी मैं बोलू साल कोई फोन कैसे नही कर रहा है,अभी क्या हालत है ,सब कुछ ठीक ही होगा तभी तो तेरा कोई पता नही है अभी तक,,”

“हा भाई सब ठीक ही लग रहा है,कोई भी ऐसी बात तो नही हुई जिससे मुझे कुछ शक हो,”
मैंने पूरी बात डॉ को बता दी,,,

“हूमममममम ये तो अच्छा है कि तू भी समझ गया कि प्यार तो तुझसे ही करती है ,ऐसे मैं उसके कॉलेज इसे कुछ इनफार्मेशन निकले थे ,शायद अब तुझे उसकी जरूरत नही है,”

साला चुतिया फिर से दिल की धड़कने बड़ा गया

“क्या पता चला तुझे”

“वही तेरे बीबी के कारनामे”

अब मेरे माथे में पसीना था पता नही ये डॉ क्या बताने वाला था,मैंने मन मे सोचा की यार ठीक है वो मुझसे ही प्यार करती है ,और हिम्मत कर कह गया

“बता दे यार अब मुझे डर नही वो मुझसे ही प्यार करती है और अब जो भी हो जाय,मैंने फैसला कर लिया है,उसकी खुसी में ही मेरी खुशी है”

मुझे डॉ की जोरो की हँसी की आवाज सुनाई दी,

“मादरचोद तू भी आखिर बन ही गया ना cuckold ,मुझे तो बहुत ही ज्ञान दे रहा था”

डॉ की बात का मुझे बिलकुल भी बुरा नही लगा,

“बे चुतिया,तू चूतिया ही रहेगा….मुझे नही पता कि मैं क्या था और क्या बन गया हूं …पर भाई अब उसके चहरे पर बस खुशी देखना चाहता हु,चाहे वो कुछ भी करे ,फर्क तो मुझे पड़ेगा ही पर क्या पता शायद मुझे भी इसमें वैसे ही मजे आने लगे जैसा उस क्लब वाले बंदे को आया था”

मैंने एक गहरी सांस छोड़ी साथ ही डॉ ने भी ..अब हम दोनों के मन शांत थे,,,

“अच्छा है यार ऐसे भी तेरा दुख देखा नही जा रहा था,तो सुन क्या पता चला है मुझे”

मैं उसकी बातों को ध्यान से सुनने लगा,उसकी हर बात के साथ मेरी आँखें नाम होते जा रही थी और काजल के लिए सम्मान और भी बढ़ने लगा था ,मुझे अब पता था कि वो ये सब क्यो कर रही है,लेकिन फिर भी वो मुझसे इतना प्यार करती है इस अहसास से मेरा दिल बाग बाग हो गया….

“चुतिया तूने जो बात मुझे बताई है उससे मेरा दिल बहुत ही हल्का हो गया है मेरे दोस्त,मेरी काजल का प्यार सच्चा है पर सेक्स की आग उसकी मजबूरी है,कोई बात नही मेरे दोस्त मैं अपनी जान का पूरा ख्याल रखूंगा,पर ये कब तक रहेगा…”

“मुझे नही पता पर मैं काजल से बात कर रहा हु इस बारे में ,मैं उसे नही बताऊंगा की तुझे पता है,अगर वो मेरा साथ दे तो शायद जल्द ही हम किसी ठोस नतीजे में पहुच सकते है”

मेरे दिल का एक बड़ा बोझ हल्का हो गया था ,अब मुझे पता था कि काजल मुझे कितना प्यार करती है और उसकी क्या मजबूरी है,पर एक अजीब सी झुनझुनाहट भी मेरे शरीर मे दौड़ गयी ये सोचकर कि काजल दूसरे मर्दो के साथ….साला क्या मैं सच मे cuckold हो रहा हु…

डॉ से बात करके काजल के लिए दिल मे इज्जत जागी, पर साथ ही एक डर भी था,क्या मैं काजल को संतुष्ट नहीं कर पा रहा,शायद हा भावनात्मक रूप से तो काजल मेरी है पर शायद शारिरिक रूप से उसे और ज्यादा की जरूरत है जो मैं उसे नही दे पाता,या शायद कॉलेज के वो दिन जिसमे काजल ने बहुत ही मजे किये थे या दर्द झेला था (वो तो वही जानती है) ने उसे इस कदर सेक्स के प्रति पागल बना दिया है कि वो अपनो मर्यादाओ से बाहर जाने से नही कतराती…
आखिरकार डॉ ने मुझे फिर से टोका

“क्या हो गया बे किस सोच में पड़ा है”

“यार काजल की खुशी में मेरी खुशी है पर…..”

“पर अब क्या चाहिए तुझे”

“मैं चाहता हु की वो जो भी करे वो कम से कम मुझे पता तो रहे,मैं नही चाहता कि वो किसी मुसकिल में पड़े”

“अच्छा मुश्किल में न पड़े इसलिए या …मजे लेना चाहता है…”

डॉ की तो जोरो से हँसी छूट गयी और मुझे भी बड़ी शर्म महसूस हुई..

“साले मादरचोद “मैंने धीरे से कहा पर डॉ ने इसे सुन के अनसुना कर दिया,

“सुन एक काम कर मैं तुझे कुछ लिंक्स भेजता हु वहां से तू कुछ एप्प्स डाऊनलोड कर ले और ***** इन तरीकों से तू उसके अपने मोबाइल पर पड़ पायेगा,और अपने लेपटॉप से उसके मोबाइल की एक्टिविटी भी देख पायेगा “

वाह ये तो मेरे लिए कमाल ही हो गया

“थैंक्स यार डॉ”

“कोई बात नही बेटा तू भी मजे ले अपनी बीवी के….”

इतना कहकर डॉ जोरो से हसने लगा,साला बड़ा कमीना था पर आज ना जाने क्यों उसके कमीनेपन में मुझे गुस्सा नही आ रहा था,,,,

डॉ के रखने के बाद से ही मैं काम मे भीड़ गया मुझे वो एप्पस अपने मोबाइल लेपटॉप और काजल के मोबाइल में इंस्टॉल करने थे ,काजल के आने के बाद चुपके से सभी काम पूरे कर लिए और उन्हें रन कर दिया,मैंने चेक भी कर लिया कि सभी कुछ ठीक काम कर रहा है या नही,

अब कल की सुबह से ही मुझे मेरी बीवी के कारनामो की खबर रहेगी,सोच के ही मैं बहुत उत्तेजित ही गया और सीधे काजल पर जैसे हमला बोल दिया,आज मेरे उतावले पन से काजल भी चकित थी पर उसे भी इसे देख बहुत मजा आ रहा था….

To be Continued

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“कोई बात नही बेटा तू भी मजे ले अपनी बीवी के….”

इतना कहकर डॉ जोरो से हसने लगा,साला बड़ा कमीना था पर आज ना जाने क्यों उसके कमीनेपन में मुझे गुस्सा नही आ रहा था,,,,

डॉ के रखने के बाद से ही मैं काम मे भीड़ गया मुझे वो एप्पस अपने मोबाइल लेपटॉप और काजल के मोबाइल में इंस्टॉल करने थे ,काजल के आने के बाद चुपके से सभी काम पूरे कर लिए और उन्हें रन कर दिया,मैंने चेक भी कर लिया कि सभी कुछ ठीक काम कर रहा है या नही,

अब कल की सुबह से ही मुझे मेरी बीवी के कारनामो की खबर रहेगी,सोच के ही मैं बहुत उत्तेजित ही गया और सीधे काजल पर जैसे हमला बोल दिया,आज मेरे उतावले पन से काजल भी चकित थी पर उसे भी इसे देख बहुत मजा आ रहा था….

बीवी के कारनामे | Biwi Ke Karname | Update 19

मैं अपने एडवेंचर से बहुत खुश था है ये मेरे लिए किसी एडवेंचर से कम भी नही था कि अपनी ही बीवी की जासूसी करना वो भी ये जानते हुए की वो किसी और के साथ अपने जिस्म का मजा ले रही होगी या लेने वाली होगी ये अजीब सी चुभन थी और अजीब सा नशा मेरे अंदर भर रहा था मुझे नही पता कि मैं क्या और क्यो कर रहा हु पर ये तो बात पक्की थी कि मुझे इसमें बहुत ही मजा आ रहा था ,

अभी तक जो बात मुझे जल रही थी आज वही बात में मैंने खुशी और खुशी से बढ़कर मजा खोज लिया था ,

ये बदलाव एक दिन में नही आया था इसके लिए कई दिन लगे थे और खासकर डॉ ने जो मुझे दिखाया और समझाया था और काजल की वो प्यार भरी बातें और उसका अतीत ये अभी एक साथ मिलकर मुझे मजबूर कर दिए कि मैं ऐसा ही जाऊ और अपने प्यार को दूसरों के साथ मजे लेते देखु,

शायद उस लड़के की बात सच ही थी कि जब उसे कोई प्रॉब्लम नही है तो आपको क्यो हो रही है,

काजल का मेरे लिए प्यार और सम्मान भी एक कारण था ,अगर वो ये सब ना भी करे तो भी क्या फर्क पड़ता अगर वो मुझे वो प्यार और सम्मान नही देती,मैने अपने कई दोस्तो के मुह से सुना था कि शादी के बाद जिंदगी झंड हो जाती है,पत्नियां प्यार की जगह बात बात पर झगड़े करतीं है,कई तरीकों से मर्द को बांधने की कोसिस करती है और मर्दो का भी इंटरेस्ट अपनी पत्नी पर से उठाना शुरू हो जाता है,और वो दोनो बाहर मुह मरते है,शायद समाज के बंधनों की फिक्र के कारण वो एक दूसरे से जुड़े रह भी जाय तो क्या ,,जिंदगी तो उनकी नरक की तरह हो जाती है,

लेकिन मेरे साथ ऐसा नही था ,बड़ी अजीब बात थी कि जिसे समाज शायद रंडी का दर्जा देता को मेरी पत्नी थी,जिसे बदचलन कहता वो मुझे इतना प्यार और सम्मान देती हैं जो मैंने कभी बजी किसी औरत को अपने पति को देते नही देखा,वो फूल सी खिली हुई और अपनी खुसबू सब तरफ फैला रही थी,मेरे पास दो ही ऑप्शन थे या तो उस फूल को कुचल कर अपना बना कर रखु और उसकी खुसबू को खो जाने दु या उसे युही महकने दु,,,

हा उसकी खुसबू सिर्फ मेरी नहीं रह जायेगी पर वो सदा ही महकेगी,,,, मैंने तो चुन लिया मैं उसे सदा महकता देखना चाहता हु…

काजल के जाते ही मैं ऑफिस पहुचा ज्यादा काम तो नही था इसलिए अपने मोबाइल में उस एप्प को खोलकर देखने लगा कि काजल क्या कर रही है,उसके मोबाइल का एक डुप्लीकेट मेरे मोबाइल में था जिसे मैं चला सकता था,मैं पहले उसके वाट्सअप मेसेज पड़ने की सोची,

प्यारे के कुछ मेसेज थे ,प्यारे से तो पता नही क्यो मुझे छिड़ सी थी पर साले की किश्मत बहुत ही बुलंद थी कि काजल जैसी हसीन परी उसे लाइन दे रही थी,

प्यारे रोज काजल को मनाने की कोसिस कर रहा था पर काजल कोई भी जवाब उसे नही दे रही थी,आख़िरकार उसने अपना दुखड़ा रोना सुरु कर दिया और काजल भी थोड़ी पिघल गयी पर काजल ने उसे सेक्स के लिए साफ मना किया हुआ था,काजल आज रात ही उससे मिलने जाने वाली थी,इसकी मा का साली काजल भी क्या चुतिया वाले काम कर रही है,मेरे दिमाग ने कहा पर साला चड्डी के नीचे से कुछ और ही आवाज आई एक जोरदार झटका मेरे लिंग ने मारा और मेरे होठो में एक मुस्कुराहट सी आ गयी…
दूसरा msg था रॉकी का अभी तो उसके साथ ही था पर ये msg उसने रात में और सुबह किये थे ,कोई प्रॉब्लम वाली बात तो कही दिखाई नही दी पर काजल की तारीफों के पुल उसने बांधे थे,जैसे आप बहुत सुंदर हो,आपका काम करने का तरीका बहुत अच्छा है वगैरह ,मतलब साफ था उसने काजल को लाइन मरना शुरू कर दिया है बस बात थी काजल के हा की ,काजल रिप्लाई में बस कुछ स्माइल लिखकर भेज देती या बस कल मिलते है,….

अब आगे क्या होगा ये तो मुझे नही पता था बस आज शाम का इंतजार जरूर था….

काजल और प्यारे की रंगीन शाम देखने को मैं बेताब हो रहा था मैंने लेपटॉप काजल के आने से पहले ही अपने कमरे के बाहर लेकर उसे ड्राइंगरूम में ऐसे रख दिया कि मुझे किचन का भी कुछ नजारा दिख जाय, लेकिन अगर काजल उसके कमरे में गयी तो….तब तो बस बाते ही सुन पाऊंगा…

जो भी हो मुझे मजा आ रहा था और यही सबसे चौकाने वाली बात थी…

To be Continued

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प्यारे रोज काजल को मनाने की कोसिस कर रहा था पर काजल कोई भी जवाब उसे नही दे रही थी,आख़िरकार उसने अपना दुखड़ा रोना सुरु कर दिया और काजल भी थोड़ी पिघल गयी पर काजल ने उसे सेक्स के लिए साफ मना किया हुआ था,काजल आज रात ही उससे मिलने जाने वाली थी,इसकी मा का साली काजल भी क्या चुतिया वाले काम कर रही है,मेरे दिमाग ने कहा पर साला चड्डी के नीचे से कुछ और ही आवाज आई एक जोरदार झटका मेरे लिंग ने मारा और मेरे होठो में एक मुस्कुराहट सी आ गयी…
दूसरा msg था रॉकी का अभी तो उसके साथ ही था पर ये msg उसने रात में और सुबह किये थे ,कोई प्रॉब्लम वाली बात तो कही दिखाई नही दी पर काजल की तारीफों के पुल उसने बांधे थे,जैसे आप बहुत सुंदर हो,आपका काम करने का तरीका बहुत अच्छा है वगैरह ,मतलब साफ था उसने काजल को लाइन मरना शुरू कर दिया है बस बात थी काजल के हा की ,काजल रिप्लाई में बस कुछ स्माइल लिखकर भेज देती या बस कल मिलते है,….

अब आगे क्या होगा ये तो मुझे नही पता था बस आज शाम का इंतजार जरूर था….

काजल और प्यारे की रंगीन शाम देखने को मैं बेताब हो रहा था मैंने लेपटॉप काजल के आने से पहले ही अपने कमरे के बाहर लेकर उसे ड्राइंगरूम में ऐसे रख दिया कि मुझे किचन का भी कुछ नजारा दिख जाय, लेकिन अगर काजल उसके कमरे में गयी तो….तब तो बस बाते ही सुन पाऊंगा…

जो भी हो मुझे मजा आ रहा था और यही सबसे चौकाने वाली बात थी…

बीवी के कारनामे | Biwi Ke Karname | Update 20

आज की रात मेरे लिए मेरे लिए बड़ी बेताबी की रात होने वाली थी,काजल ने प्यारे को कह रखा था कि मेरे सोने के बाद वो उसके रूम में आएगी,मतलब था मुझे कुछ भी दिखाई नही देने वाला था ,
काजल रात में थोड़ी सुस्त दिखी,

“क्या हुआ जान,आज बड़ी सुस्त लग रही ही,काम से थक गई हो लगता है,”

मैने उसे अपने ऊपर खिंचते हुए कहा…वो मेरी बांहो में मचल कर समा गई..

“हा जान काम बहुत हो जा रहा है,इतना काम करने की आदत नही है मुझे…दिन भर काम करने वालो से कचकच,भला हो रॉकी का वो पूरा दौड़भाग के काम सम्हाल लेता है वरना मैं अकेली तो …..उफ्फ्फ जल्दी से होटल बन कर तैयार हो जाय तो थोड़ा आराम आएगा”

काजल मेरे सीने में मचलने लगी,मैं उसके होठो को अपने उंगलियों से सहलाते हुए एक उंगली उसके मुह में डाल दिया वो हल्के से उसे चूसने लगी,

मेरी काजल बला की खूबसूरती, हर एक अंग जैसे बड़ी मेहनत से तराशा गया हो,होठो पर प्यारी ही मुस्कान और आंखों में बेपनाह प्यार, उसके नजरो की नजाकत से ही दिल मे एक सुकून भर जाता था,

उसने अपनी मदभरे नयनो से मुझे देखा, इतनी चाहत इतना प्यार….

मैं उसे देखकर खुद को रोक ही नही पाया,और उसके आंखों पर अपने होठो को रख दिया,उसके चेहरे की मुस्कान और भी गहरा गयी..और वो फिर से मचलती हुई मेरे सीने से लग गयी…

आज मैं इससे ज्यादा बढ़ना भी नही चाहता था बस चाहता था कि उसे महसूस करू, अपनी रूह तक उसकी कोमलता को पहुचने दु…उसके कोमल अंगों को बस हल्के हाथों से सहला रहा था,और वो भी मेरे सीने में सर रखे बस सो रही थी ,मैंने भी अपनी आंखें बंद कर ली और अपने हाथों को उसके शरीर से लिपटा कर गहरी सांसे ले अपनी जान को महसूस करने लगा…ना जाने कब हम दोनों ही नींद के आगोश में चले गए थे..

जब नींद खुली तो सुबह हो चुकी थी काजल अब भी उसी तरह मेरे ऊपर लेती हुई थी मैं फिर से उसे निहारने लगा,वो सौंदर्य की प्रतिमा सोते हुए भी इतनी प्यारी लग रही थी….

अचानक मुझे याद आया कि उसे तो प्यारे ने अपने कमरे में बुलाया था,मैंने फिर काजल को देखा उसके शरीर से कपड़ो से ऐसे तो लग ही नही रहा था कि वो यहां से कही भी गयी हो…

एक अनजानी सी खुशी ने मुझे घेर लिया,पर साथ ही एक अनजाना से दुख भी था…

मैंने पास पड़े अपने मोबाइल को चेक किया ,और उससे ही काजल का मोबाइल एक्सेस किया,प्यारे रात भर काजल को आने के मैसेज किया था,साथ ही अपना दुखड़ा रोना और काजल को इमोशनल ब्लैकमेल करने की पूरी कोसिस उसने अपने तरफ से की थी,मुझे पता था कि जब काजल इसे पड़ेगी तो उसे अपने सो जाने पर थोड़ा पछतावा होगा ,फिर भी मुझे प्यारे पर हँसी आ रही थी ,मैं काजल को युही सोता हुआ छोड़कर जॉगिंग के लिए निकल पड़ा…कई दिनों से मैं गार्डन भी नही गया था,आज मन भी खुश था और नींद भी जल्दी ही खुल गयी थी,मैं जल्दी से तैयार हुआ और जाने से पहले मेरे दिमाग मे एक बात आई,मैंने बहुत खोजबीन कर कुछ सॉफ्टवेयर का पता लगाया था उसमें एक से मैं कही से भी अपने लेपटॉप को wifi के जरिये से एक्सेस कर सकता था,मेरे लिए एक जासूसी जैसे ही थी कि मैं लेपटॉप में एक हिडन वीडियो रेकॉर्डर इंस्टॉल कर उसे प्ले कर देता और उसे कही से भी बैठकर देखता पर उसकी अभी तक जरूरत ही नही पड़ रही थी,आज मैं उसे टेस्ट करने की सोची और लेपटॉप को खोलकर ऐसे सेट किया कि सोती हुई काजल के चहरे और सीने तक का हिस्सा मुझे क्लियर दिखे, मैं रेकॉर्डर चला कर वहाँ से चल दिया,घर से निकलकर चेक किया तो खुश हो गया मुझे काजल का सोता हुआ मासूम से चेहरा दिखाने लगा था,मैंने अपनी जोगिग शुरू कर दी….

लगभग आधे घंटे बाद जब मैं रुका मैं गार्डन में था और मेरी गार्डन वाली काजल (पेड़) मेरे सामने थी ,मैंने उसे बड़े प्यार से छुआ ना जाने को से वो लोग थे जो इस बेजुबान पेड़ को भी नही बक्शते इसे भी पत्थरो से कई जगह पर छिल डाला था,कोई अपना नाम लिखा था तो कोई अपने सनम का नाम..मुझे थोड़ी उदासी हुई पर वो थोड़ी बड़ी लग रही थी,मैं पास ही बैठकर आराम करने लगा,मुझे इस काजल(पेड़) को देखकर अपनी काजल की याद आ गयी मैंने सोचा चलो देखते है मेरी काजल क्या कर रही है,मैं अपना मोब लिए देखने लगा,,

काजल पीठ के बल लेटी हुई थी उसकी आंखें अब भी बंद थी,मैं उसके साइड में रखे लेपटॉप के कैमरे से उसे देख पा रहा था,इसलिए बस एक तरफ का चेहरा ही मुझे दिखाई दे रहा था,मुझे उसे देखकर बड़ा प्यार आया ,पर ये क्या उसके बाल तो बिखरे हुए थे,मेरा माथा ठनका,मैंने ध्यान से देखा तो समझते देर नही लगी कि किसी ने अभी अभी उसे अच्छे से मसाला है,उसने अभी भी रात वाली सलवार सूट ही पहनी थी,थोड़ी ढीली ढाली सी ,उसके उजोरो की चोटी उसके सूट से ही थोड़े थोड़े झांक रहे थे ,और किसी के बुरी तरह से मसलने से बनी उसकी सिलवटे साफ दिखाई दे रही थी,

अचानक ही देखते ही देखते काजल का मुह खुला,मुझे कोई ऑडियो तो सुनाई नही दे रही थी पर ये एक्सप्रेशन शायद ही कोई मर्द पहचान ना पाए,हा लिंग के किसी के अंदर घुसने से बना एक्सप्रेशन… वो हल्के से मुह का खुल जाना… मुह के खुलते ही उसका शरीर भी थोड़ा ऊपर को हुआ और फिर से अपनी जगह पर आ गया,मुझे बस काजल के उरोरो तक ही दिख रहा था,शायद वो थोड़ी और नीचे हुई थी,ये सोचकर ही मेरा खून खोल गया कि क्या वो प्यारे है,मैं इंतजार कर रहा था कि शायद वो उसके होठो का रस चूसने नीचे आये और उसका चेहरा मेरे सामने होगा ,पर ये क्या काजल को ही उठा लिया ,शायद उसके कमर में हाथ डालकर उसे उठाया था ,मुझे उसके हाथ भी दिखाई नही दिए,मैं मजबूर से देख रहा था,कभी कभी काजल के बाल दिख जाते जब वो थोड़ी नीचे हुई तो लगा जैसे उसे कोई किस कर रहा हो काजल बिस्तर में बैठी थी उसके बाल और थोड़े से उसके चेहरे का हिस्सा मुझे दिखाई दे रहा था,साथ ही उसका हाथ भी बिस्तर पर सहारे की तरह रखा था कभी कभी वो ऊपर नीचे होती पर दोनो ही एक दूजे के होठो के रसपान में ही व्यस्त थे,फिर काजल नीचे सोई इसबार उसका चेहरा कैमरे की तरफ घुमा था,आंखे बंद थी और शरीर जल्दी जल्दी *ऊपर नीचे होने लगा था,काजल ने अपने होठो को अपने दांतों में दबा रखा था,उसके हाथ अपने चेहरे पर जाते तो कभी आगे बढ जाते जैसे वो उसे जोर से धक्के देने से रोक रही हो….

उसके चेहरे पर उत्तेजना के भाव साफ दिख रहे थे,माथे पर पसीने की कुछ बूंदे आ रही थी,काश मैं उसकी आवाज भी सुन पता जरूर वो साल उसे कुछ कह रहा होगा,तभी एक मजबूत सा हाथ मेरी नजर में आया,जो सीधे काजल के गले से होता हुआ अपना हाथ उसकी कमीज के अंदर घुसा दिया,साला मैं जान के स्तनों को इतने बेरहमी से मसल रहा था,काजल जरूर जोरो से आहे भर रही होगी उसके होठ खुले हुए थे और मैं उसे महसूस कर पा रहा था,उसने अपना हाथ बाहर निकाला और अब वो अपने हाथ के सहारे काजल पर झुक गया,उसके दोनों हाथ काजल के दोनो ओर थे साला मेरी बीवी को पूरे जोर में चोदने की तैयारी कर रहा था,

मैं उस हाथ को फिर से देखा उसने तो घड़ी पहन रखी थी, मेरा दिमाग खटका इतनी महंगी घड़ी प्यारे कि तो नही हो सकती….तो फिर कौन….

मेरे दिमाग की हवाइयां उड़ गई मैं उसे जल्दी से बंद किया और घर की तरफ भागा… अब कितना भी तेज भागु 15 मिनट तो लगेंगे ही, टैब तक तो साले अपना काम पूरा कर चुके होंगे पर मैं भागा, धड़कने तो ऐसे भी तेज थी मैं शायद ही जिंदगी ने कभी इतना तेज भागा था,पता नही क्या सुरूर से चढ़ गया था मेरे अंदर ….

जब मैं अपने क्वाटर में पहुँचा तब तक मेरी हालत पूरी तरह से खराब थी मेरी धड़कने ऐसे चल रही थी जैसे राजधानी एक्सप्रेस, लग रहा था अब मार तब मारा, बाहर का गेट मैं खोलकर ही गया था पर अभी ये अंदर से बंद था, अंदर देखा तो रॉकी की गाड़ी खड़ी थी,

मादरचोद ये क्या है,ये तो अभी अभी लाइन मरना शुरू किया था,और आज …यर काजल है क्या सेक्स मशीन इतनी जल्दी तो रंडी भी सौदा फिक्स नही करती…मैं अपना हाथ अंदर डाल कर गेट खोला ,प्यारे के रूम की तरफ देखा वो बंद था,इस मादरचोद को क्या हो गया जो अभी तक नही उठा है,मैंने मैन में ही कहा,मेरे सरकारी पुराने लोहे के गेट ने मेरी आने की सूचना शायद अंदर तक दे दी हो,इतना आवाज करता था कि कोई भी समझ जाएं, मैं अंदर गया तो रॉकी को सोफे में बैठा पाया,उसने पहली नजर में मुझे ऐसे देखा जैसे साल मार ही डालेगा,शायद मैंने जल्दी आके उसका खेल बिगड़ दिया था,15 मिनट तो दिए थे इनलोगो को अब क्या दिन भर इनके लिए बाहर रहू… मैं फिर मन मे सोचा,

लेकिन रॉकी ने अपने एक्सप्रेशन तुरंत बदले और उठकर मुझसे हाथ मिलाया,मैं भी अपने होठों पर झूठे एक्सप्रेशन लाने में कामयाब रहा,

“आज इतने जल्दी”

“हा सर वो आज एक क्लाइंट के साथ मीटिंग है ,कल मैंने काजल को मैसेज किया था पर वो रिप्लाई ही नही की,इसलिए आज जल्दी आ गया,”

“ओह ओक्के, काजल कहाँ है,”

“वो तैयार हो रही है,आप रोज दौड़ने जाते है,its गुड फ़ॉर हेल्थ “

मेरी तो सांसे ही थोड़ी देर ले लिए रुक गयी ,मादरचोद रोज मेरी बीवी को सुबह सुबह चोदना चाहता है क्या,लेकिन मैंने सम्हल के कहा ,

“नही आज जल्दी उठ गया था तो सोचा कि चलो”

“बढ़िया किये सर कभी कभी सुबह उठकर दौड़ना चाहिए”

रॉकी के चहरे में एक मुस्कान आ गयी,और मैं सब जानते हुए भी अनजान बने उससे इजाजत लेकर अपने कमरे में चला गया…

To be Continued

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