“क्या हुआ डॉ पागल हो गया है क्या “रोबर्टो की आवाज फोन से आयी
“मैंने काजल से वादा किया था की तू उसके हाथो से ही मरेगा आज वो वादा पूरा होगा “हम सभी डॉ को देखने लगे,रोबर्टो एक दूरबीन की मदद से हमे देख रहा था,वो अपने जेब से एक रिमोट निकालकर काजल को देता है ,
“इसका बटन दबाओ जल्दी इससे पहले की वो रेंज से बाहर चला जाए ,”सभी हेलीकॉप्टर की तरफ देखने लगे,शायद रोबर्टो को भी इस बात की भनक लग गई थी कि डॉ ने हेलीकॉप्टर बम फिट कर दिया था,अब डॉ जोरो से हँसने लगा,
“तू तो गया रोबर्टो अपने को बहुत ही समझदार समझता था लेकिन तू भूल गया की तेरे आने की खबर हमे पहले ही लग गई थी,काजल अब तुम्हारा बदला पूरा होगा दबाओ बटन “
“नही नही ये नही हो सकता “
रोबर्टो की आवाज सुनकर काजल और डॉ जोरो से हँसने लगे,
बीवी के कारनामे | Biwi Ke Karname | Final Update 81
“अब तेरा अंत होगा रोबर्टो तेरे सभी पापों का अंत 1,2,बाय बाय रोबर्टो मेरा बदला पूरा हुआ 3 …”काजल ने बटन दबा दिया और ……………..
और कुछ भी नही ,हेलीकॉप्टर जैसा का तैसा ही था,लेकिन डर के कारण रोबर्टो हेलीकॉप्टर से कूद गया था,
दूर से उसका शरीर बहुत ही छोटा सा दिखाई दे रहा था,
“वँहा पर जो भी हो तुरंत उन्हें उस लोकेशन में पहुचने को कहो अगर वो जिंदा बच गया तो वही गोली मार देना उससे पहले की पोलिस वँहा पहुचे “डॉ के आदेश में बाली और वीर तुरंत ही सक्रिय हो गए वही काजल और मैं उसके चहरे को देखने लगे ,साला कितना हरामी था ये ,काजल को भी लगा था की बम फूटने वाला है…
“क्या ऐसे क्या देख रहे हो “डॉ ने हमसे पूछा
“अपने तो मुझसे वादा किया था की वो मेरे हाथो से ही मरेगा “
डॉ के चहरे में एक मुस्कान आई
“तुम्हारे हाथो ही तो मारा है ...बम से नही सही बम के डर से ही सही…”काजल उसको मारने लगी और मारते मारते ही उससे लिपट गई ,डॉ उसके बालो पर हाथ फेरने लगा ,
“आप सच में बहुत ही कमीने हो “काजल ने बड़े प्यार से बोली मैं फिर इससे जल भून के खाक हो गया था,लेकिन डॉ ने मुझे आंख मारा ,
और काजल मुझे देख कर हँसने लगी,वो मेरे पास आयी और मेरे सीने में हाथ रखकर
“आप जलते बहुत हो ,इतना भरोषा करो की कुछ भी हो जाय मैं आपकी ही रहूंगी “वो मुझसे आकर लिपट गई वही हमे देखकर नेहा की आंखों में आंसू आ गए थे …
“ऐसे तुम लोगो के लिए एक और गुड़ न्यूज़ है “
हम डॉ को देख रहे थे,
“रॉकी को हमने बचा लिया है,उसे मारकर फेक दिया गया था लेकिन टाइगर के लाश के पास ही उसका शरीर भी मिल गया,उसे हमारे आदमियों ने पोलिस से छिपा कर रखा है,वो अभी जिंदा तो है लेकिन बहुत बुरी तरह से जख्मी है,बच जाएगा उम्मीद है…….”डॉ की बात से काजल के चहरे में बहुत ही संतोष के भाव उभरे
“थैक्स डॉ उसके मरने की खबर से मुझे बहुत दुख पहुचा था,उस बेचारे की गलती भी क्या थी बस यही की मेरे चक्कर में आकर फंस गया “उसकी बात से मुझे हँसी आ गई,
“लेकिन साले तुझसे बहुत हिसाब बाकी है मेरा “मैं डॉ को झूठे गुस्से से देखने लगा,
“कभी अपने होटल में बुलाना ,ड्रिंक के साथ बात करेंगे ,दारू पीकर पूरा हिसाब चुकता कर देना “इतना बोला ही था की मैं अपने को नही रोक सका और उसके सीने से लग गया ,वो थोड़ी देर में मुझसे अलग होकर गाड़ी के तरफ निकल गया…….
रोबर्टो जंगल में जिंदा मिला था और उसे उसी समय गोलियो से भून दिया गया,
करीब 6 महीने के बाद रॉकी भी ठिक हो गया था अब उसका टाका एक और मादक हसीना से हो गया था नाम था नेहा, उसने मेरी बीवी के साथ उसके शादी से पहले संबंध बनाये थे और मैंने उसकी बीवी के साथ तो मेरे लिए मसला ही खत्म हो गया था,मिश्रा ने चुपचाप जाकर सन्यास ही ले लिया क्योकि अब उसकी पत्नी भी उसके साथ रहने आ गई थी,
एक बड़ा बदलाव मेरे जीवन में आया था की मलीना मेरे बच्चे की माँ बनने वाली थी,और ना तो मैं ना ही मलीना और ना ही काजल उस बच्चे को गिरना चाहते थे,हमने उसे इस दुनिया में लाने का फैसला किया और उसे भरपूर प्यार देने का वादा भी किया…..और साथ ही मैंने और काजल ने कोई बच्चा नही करने की भी ठानी थी...
इससे पहले जब रोबर्टो की कहानी का अंत हुआ था मैं और काजल अपने कमरे में बैठे हुए थे,बहुत सी बाते हमे करनी थी,लेकिन हम कर ही नही पा रहे थे…
“आप मुझसे गुस्सा तो नही हो “काजल ने हमारे बीच की चुप्पी को तोड़ दिया,
“तुम्हे लगता है की सब सच जानने के बाद भी मैं तुमसे गुस्सा होऊंगा ,तुमने हवस के कारण बहुत कुछ किया लेकिन मैं जानता हु की तब भी मुझसे उतनी ही वफादार थी ,तुमने अपने जिस्म को कभी किसी को पूरी तरह से नही सौपा ...लेकिन हा मैं तुम्हारा गुनहगार जरूर हु,क्योकि मैंने शादी के बाद भी 2 लड़कियों से संबंध बनाये …”मैं थोड़ा मायूस हो गया,
“आपकी जगह कोई भी होता तो ऐसा ही करता,मैं समझ सकती हु की मेरे कारण आपको कितनी तकलीफ हुई,और कितनी मानसिक टेंसन का सामना करना पड़ा होगा,मुझे माफ कर दीजिये “मैंने काजल को जोरो से पकड़ा और उसके होठो को अपने होठो से भर दिया ,
“ऐसे तुम्हे डॉ कब मिल गया और उसने तुम्हे कब प्लान के बारे में समझा दिया “
ये प्रश्न मेरे दिमाग में बहुत देर से उठ रहा था..काजल हँसी
“हमारी शादी वाले दिन ,वो पहले भी हमारे घर आते जाते थे लेकिन हमारी बात नही हुई थी ,हमारी शादी वाले दिन ही मुझे पता चला की वो आपके भी दोस्त है,उसके बाद जब मैं होटल के बारे में सोच रही थी तब उनसे भइया के माध्यम से मुलाकात हुई थी ,उनके साथ मुझे कुछ वक्त अकेले बिताने का मौका मिला और उन्होंने मेरे पास्ट के बारे में सब बलताय,मैं पहले तो उनसे डर गई की ये आपको कुछ ना बता दे लेकिन उन्होंने कहा की उन्हें मेरी जरूरत है,और मिश्रा भी मेरे पीछे लगा है,उन्होंने मुझे इंसाफ दिलाने की बात कही और रोबर्टो को खत्म करने की ,उन्होनें मुझे ये कभी नही बताया था की आपको भी मेरे ऊपर शक है,....खैर मैं उनके प्लान से इम्प्रेस थी लेकिन मेरे दिल में आपके लिए प्यार बढ़ने लगा था और मैं आपसे और धोखा नही कर सकती थी,उन्होंने कहा की वो सब सम्हाल लेंगे और मेरे इज्जत पर कोई आंच नही आने देंगे,वही उन्होंने ये भी कहा की आपको भी मेरे बारे में जानना चाहिए ,उन्हें आप पर यकीन था की आप मुझसे बहुत प्यार करते है और मेरी बातो को समझेंगें ,आपको समझना बहुत ही कठिन था जिसके लिए उन्होंने अपना ही तरीका निकाला,और आप भी अनजाने में ही सही लेकिन हमारा साथ देने लगे,उन्होंने बड़ी खूबी से दोनो तरफ को हैंडल किया,ना ही वो आपके बारे में मुझे कुछ पता लगने देते ना ही मेरे बारे में आपको ….मेरे दिल में जो आपके लिए प्यार था वो आपतक पहुचने के लिए उन्होंने मुझे बिना बताये वो रिस्टवाच मुझे पहनने को कहा था,मुझे पता नही था की आप मेरी हर बात सुनते थे ,मेरा लोकेशन और मेरे मोबाइल का हर मेसेज आप तक पहुचता था,वो सभी उनका ही प्लान था ,उन्हें हम दोनो पर यकीन था की हम दोनो ही एक दूसरे से प्यार करते है…और यही तो सच है …..”
डॉ ने जो भी किया था वो हमारी भलाई के लिए ही किया था,ये बात अलग थी की उसने हमे बिना बताये ही बहुत कुछ कर दिया था लेकिन इससे हमारा प्यार और भी बढ़ गया था,
मैं और काजल सब कुछ निपटा कर ,काजल के पुश्तेनी गांव घूमने गए ,जंहा हम उसकी दादी के साथ बैठे हुए थे…...
“ये जो चमड़ी देख रही हो,जो आज नीरस और निस्तेज है,ये पलपले गाल,ये कभी मादक हुआ करते थे,इस चमड़ी में भी कभी वही खिंचाव था जो आज तुम्हारी चमड़ी में है,मैं भी कभी तुम्हारे तरह थी और तुम भी कभी मेरी तरह हो जाओगी….”
दादी ने अपने चिपके हुए गालो को हिलाते हुए ये शब्द कहे थे,झुर्रियों से भरा उनका चेहरा लटक गया था,सभी दांतो ने भी साथ छोड़ दिया था और अनुभव के बोझ से उनकी कमर झुक गयी थी,लेकिन फिर भी उनके हावभाव में वो तेज था जिससे मैं और काजल दोनो ही उनकी बात को सुनने और समझने को मजबूर हो गए,
“जो प्यार शरीर की सीमाओं तक सिमट जाता है वो आज नही तो कल खत्म हो ही जायेगा,क्योकि शरीर हमेशा उतना खूबसूरत नही रहता,लेकिन असली प्यार कभी खत्म नही होता,
मेरी चमड़ी के ऐसे हो जाने पर भी तेरे दादा मुझे उतना ही प्यार करते थे जितना जब मैं जवान थी और चमड़ी में कसाव था तब किया करते थे क्योंकि प्यार की ना ही उम्र होती है ना ही कोई सीमा,अब तुम्हे ये तय करना है कि तुम्हारा प्यार क्या है,”
दादी इतना कहते हुए ही वँहा से अपनी लाठी का सहारा लेकर चल दी,काजल और मेरी आँखें मिली दोनो के ही आंखों में आंसू थे ,
मैं उसे देखता ही रहा जैसे मेरी नजर उसके चेहरे से भी आगे उसका कोई अस्तित्व देख पा रही हो जो इस देह की सीमा से परे हो,और उस अस्तित्व में भी मेरे लिए वही प्यार दिख रहा था जो अभी काजल की आंखों में था,
“मैं तब भी तुम्हे इतना ही प्यार करूँगा “
जैसे हमे प्यार का मकसद मिल गया हो ,काजल फुट कर रोते हुए मेरे गले से लग गई…