भतीजी का खूबसूरत भोसड़ा चाचा का पूरा लंड निगल गया
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भतीजी का खूबसूरत भोसड़ा | Bhatiji Ka Khubsurat Bhosada
हेल्लो दोस्तों, मैं जुग्गीलाल आप सभी का बहुत बहुत स्वागत करता हूँ। मैं पिछले कई सालों से चुदाई की कहानियाँ का नियमित पाठक रहा हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती तब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ता हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रहा हूँ। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी जिन्दगी की सच्ची घटना है।
दोस्तों मेरी भतीजी शीला धीरे धीरे जवान होती जा रही थी और उसकी खूबसूरती दिन पर दिन बढती जा रही थी। शीला को जब मैं देख लेता था मेरा लंड खड़ा हो जाता था। वो मेरी प्यारी भतीजी थी और मेरे बड़े भैया की इक्लौती सन्तान थी। मेरे बड़े भैया तो हमेशा अपनी दूकान पर रहते थे इसलिए शीला की सारी जिम्मेदारी मेरी ही थी। मेरा घर बिजनौर के पास एक गाँव में था। गाँव में स्कूल नही था इसलिए मै रोज शीला को साइकिल पर बिठाकर १० किमी दूर स्कूल ले जाता था। अब मेरी भतीजी शीला १२वीं में आ गयी थी और बहुत खूबसूरत माल बन गयी थी। समय के साथ उसका जिस्म भर गया था और जिस्म में बहुत बदलाव हो गया था। अब शीला वो पहले वाली शीला नही रह गयी थी। वो ५ फुट २ इंच लम्बी हो गयी थी और बिलकुल मस्त चोदने लायक माल हो गयी थी। अब तो मेरा लंड उसे देखते ही खड़ा हो जाता था। धीरे धीरे मैं सोचने लगा की कैसी अपनी खूबसूरत भतीजी की चूत मारू।
अब तो मैं यही बात सोचा करता था। जब एक दिन दोपहर में मैं अपनी भतीजी शीला को साईकिल से लेकर आ रहा था। रास्ता कच्चा था और गाँव का रास्ता तो कच्चा होता ही है। कुछ देर बाद शीला कहने लगी की उसे प्यास लग रही है। तो मैंने एक बड़े से पीपल के पेड़ के पास अपनी साइकिल रोक दी। वहां पर एक सरकारी नल लगा हुआ था। मैं नल चलाने लगा और शीला पानी पीने लगी। वहां पर झाडी में एक लड़का लड़की चुदाई कर रहे थे उस बड़े से पीपल वाले पेड़ के पीछे वो दोनों थे। शीला ने वो चुदाई वाली आवाज सुनी तो वो कुछ समझ नही पायी और उस पेड़ के पीछे देखने चली गयी।
वहां पर एक लकड़ा और लड़की घास पर नंगे लेटे हुए थे और जमकर चुदाई कर रहे थे। वो जवान लड़की“……अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….” बोल बोलकर चिल्ला रही थी। उसका प्रेमी उसे जल्दी जल्दी चोद रहा था। जब शीला ने वो चुदाई देखी तो बिलकुल चौंक गयी।
“चाचा वो लड़के लड़की क्या कर रहे है???” मेरी भतीजी पूछने लगी
“शीला वो दोनों चुदाई के मजे ले रहे है!!” मैंने कहा
उसके बाद वो शर्मा गयी और हम दोनों पुरे रास्ते कुछ नही बोले। आज पहली बार मेरी खूबसूरत भतीजी को चुदाई के बारे में पता चला था। इससे पहले वो बहुत मासूम थी और चूत चुदाई के बारे में कुछ नही जानती थी। कुछ दिन बाद जब मैंने उसको अपनी साईकिल पर डंडे पर बिठाया तो मेरा हाथ उसके बूब्स पर लग गया। दोस्तों अब मेरी भतीजी शीला बहुत मस्त माल बन चुकी थी और उसके बूब्स ३६” के हो गये थे। जैसे ही मेरा हाथ उसके मम्मो से टकरा गया मुझे बहुत अच्छा लगा। शीला का चेहरा बता रहा था की उसे भी मजा आ रहा था। मैंने उसे अपनी साईकिल पर बिठा लिया और स्कूल को जाने लगा। पर ना जाने क्यों आज मेरा अपनी सगी भतीजी को चोदने का बहुत मन था। मेरा लंड तो साइकिल चलाते हुए ही खड़ा हो गया था। शीला बिलकुल चुप थी। हमारे बीच एक सन्नाटे की दिवार थी। मुझे इस तरह का सन्नाटा जरा भी पसंद नही था। इसलिए मैं बात करने लगा।
“शीला तूने कभी चुदाई की है????” मैंने पूछा
पहले तो वो झेप रही थी। पर मैं फिर वो इस मुद्दे पर बात करने लगा। शायद आज उसका भी चुदने का दिल कर रहा था।
“नही चाचा….मैं आजतक नही चुदी हूँ!!” शीला बोली
“शीला अगर तुझे लंड खाना हो और चुदाई का मजा लेना हो तो बता!!” मैंने कहा।
दोस्तों पता नही क्यों आज मेरा भी उसे स्कूल ले जाने का मन नही कर रहा था। बस मैं अपनी सगी भतीजी को कसकर चोदना और पेलना चाहता था।
“पर चाचा आखिर मुझे कौन चोदेगा!! मेरी रसीली बुर में कौन मर्द लंड डालकर मुझे सेक्स और ठुकाई का मजा देगा????” शीला बोली
“अरी पगली…मैं तेरी कुवारी सील तोड़कर तुझे चोदूंगा और सेक्स के मजे दूंगा!!” मैंने कहा
उसके बाद मैं जल्दी जल्दी साईकिल के पैडल मारने लगा। और कुछ ही देर में एक आम का बगीचा आ गया। दोस्तों आमो के पेड़ में आम लगे हुए थे पर आज तो मेरा मेरी सगी भतीजी के आम खाने का मन था। मैं शीला को एक बड़े आम के पेड़ के नीचे ले गया। वहां पर कोई नही था। मैंने अपनी शर्ट और पेंट निकाल दी और शीला को घास पर लिटा दिया। उस आम के बगीचे में बहुत अच्छी ठंडी हवा चल रही थी। मैंने शीला को घास पर लिटा दिया और उसे अपनी बाहों में भर लिया। वहां पर बड़ी छाँव थी इसलिए बहुत ठंडा ठंडा लग रहा था। मैंने अपनी सगी भतीजी को बाहों में भर लिया और किस करने लगा। विश्वास ही नही हो रहा था की आज मैं उसकी गुलाबी चूत मारने जा रहा था। कुछ साल पहले तक शीला बहुत छोटी और मासूम हुआ करती थी। पर धीरे धीरे समय के साथ उसकी कद और वजन बढ़ गया था और अब मेरी भतीजी १८ साल की मस्त चोदने लायक माल हो गयी थी।