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नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah

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सलमा में चुपचाप रख लिए। मैंने अब उसके पेटीकोट को ऊपर उठा दिया और उसके पेटीकोट के नाड़े में उसका पेंटीकोट मोड़कर फैंसा दिया। फिर मैंने सलमा की पैटी के ऊपर से उसकी चूत को हल्का सा सहलाया। उसकी टांगों की कंपन में साफ देख रहा था। मैंने उसकी दोनों जांघों को अपने हाथ से पकड़कर घुमा दिया। अब अत की गाण्ड मेरे सामने थी। उसकी लाल रंग की कच्छी में उसके गोरे-गोरे चूतड़ बड़े प्यारे लग रहे थे। फिर मैंने उसकी कच्छी के इलास्टिक में उंगली डालकर कच्छी को आधा नीचे किया। उसके चूतड़ों की दरार में मैंने अपनी उंगली फिरानी शुरू कर दी। चिकने चूतड़ों में उंगली फिसली जा रही थी।

 

नवाबी खानदानी निकाह  Nawabi Khandani Nikah 6

 

नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah | Part 6

रिज़वान  बोला  मैंने अब उसकी पेंटी को थोड़ा और उत्तार दिया उसके चूतड़ों को कच्छी से बाहर निकाल दिया और उसके चूतड़ों पर किस करा। फिर मैंने पी से ही उसकी चत के मुँह पर उंगली रख दी। उसकी चूत में जैसे आग निकल रही थी। मैंने अपनी उंगली को जरा सा अंदर डाला, तो वो सीईईईll कर उठी, मैंने अब उसकी पूरी पैंटी उतार दी।

रिज़वान  बोला  मैंने सलमा से कहा- "सलमा अब तुम मेरे लण्ड को अपने मुँह में लेकर चूसाl"
 
सलमा ने अपनी जीभ से मेरे लौड़े को चाटना शुरू कर दिया। मैं पलंग पर लेट गया और मैंने सलमा का अपने पेट पर बैठा लिया। फिर मैंने सलमा की चूत अपने मुँह के पास कर ली। अब हम दोनों 69 पोज में थे। सलमा की चूत आज बिल्कुल चिकनी थी। मैंने उसकी चूत पर अपनी जीभ रख दी। बड़ी मस्त सी महक मेरी सांसों में समा गई। सलमा मेरा लौड़ा अब अपने मुँह में लेकर चूस रही थी। मैं उसकी चूत को अपनी जीभ से रगड़ रहा था। थोड़ी देर बाद मैंने ऋत को सीधा लिटा दिया और उसकी टांगों के बीच में बैठ गया। मेरा लौड़ा अब पूरी तरह टाइट था और चूत में जाने को बेकरार था।
 
रिज़वान  बोला  मैंने अपने लण्ड का सुपाड़ा सलमा की कुँवारी चूत के छोटे से छेद पर रख दिया। सलमा अब लंबी-लंबी साँसे लेने लगी थी। मैंने अपने लौड़े को जरा सा जोर से दबाया तो थोड़ा सा लण्ड उसकी चूत में घुसा। सलमा के चेहरे पर दर्द दिखाई दे रहा था। मैं उसको अभी और तड़पा के चोदना चाहता था। मैंने उसकी चूत में अपना लण्ड थोड़ा  सा और घुसा दिया, तो उसकी चीख निकल गईं। और लगभग उसी समय मुझे ज़ीनत की भी  चीख  सुनाई दी l  जिसे सुन मेरा जोश बढ़ गया l
 
अब सलमा की आँखों में आँसू आने लगे। रिज़वान  बोला  मैंने अबकी बार अपना लौड़ा चूत से सटाकर कसकर शाट मारा, तो मेरा लण्ड उसकी कुँवारी चूत की झिल्ली को चीरता हुआ आधा अंदर चला गया। सलमा ने जोर से एक चीख मारी। मैंने भी उसको रोका नहीं। क्योंकी में यही चाहता था की सलमा की चीख उसके भाई  सलमान को भी को सुनाई देनी चाहिए। मैं जानता था की वो साथ वाले रूम में मेरी बहन की चीखे निकलवा रहा था । मुझे  महसूस हुआ कि मेरे लिंग को सलमा ने अपनी  योनी रस ने भिगो दिया था, जिसकी वजह से लिंग आसानी से अन्दर और बाहर हो पा रहा था. और अगली बार के धक्के में मैंने  थोडा दवाब बड़ा दिया. मेरी साँसे जल्दी जल्दी आ रही थीं. सलमा  ने अपनी टंगे मेरे चूतड़ों से  और बाहें मेरे  कंधे पर लपेट दी थीं और अपने  नितम्बो को ऊपर कि ओर उठा दिया. अन्दर अवरोध महसूस होने लगा था.
 
रिज़वान  बोला  मैंने अपना लण्ड थोड़ा सा बाहर निकाला और अब मैंने कस के शाट मारा, तो मेरा पूरा लण्ड अब सलमा की चूत में घुस गया था। सलमा की आवाज में दर्द था और वो रोने लगी।  मैंने पूरी ताकत के एक धका लगा दिया “ आप की टांगो ने भी मेरे चूतड़ों की नीचे की और कस लिया ओह अम्मी ” आपा के मुह से निकला. सलमा के  स्तन ऊपर की ओर उठ गए और शरीर एंठन में आ गया जैसे ही मेरा १० इंची  गर्म, आकार  में बड़ा लिंग पूरी तरह से  गीली हो चुकी योनी में घुस गया. अन्दर, और अन्दर वो चलता गया, चूत के लिप्स को खुला रखते हुए क्लिटोरिस को छूता हुआ वो पूरा १० इंच अन्दर तक चला गया था. आपा  की योनी मेरे लिंग के सम्पूर्ण स्पर्श को पाकर व्याकुलता से पगला गयी थी. उधर मेरे  हिप्स भी कड़े होकर दवाब दे रहे थे और लिंग अन्दर जा चूका था . सलमा भी  दर्द के मारे चिलाने लगी जो पूरी हवेली में गूँज उठी होंगी आहहहहह रिज़वान  आएीी 
 
सलमा बोली- "प्लीज रिज़वान बाहर निकाल लीजिए। मैं मर जाऊँगी, बड़ा दर्द हो रहा हैl" और वो ऊऊऊll आईईईll की आवाजें निकालने लगी।
 
 उउउउउइइइइइइ  ओह्ह्ह्हह बहुत दर्द हो रहा है  प्लीज इसे बाहर निकल लो  मुझे नहीं  चुदना तुमसे  तुम बहुत जालिम हो  यह क्या लोहे की गर्म रॉड घुसा डाली है तुमने मुझ में  निकालो इसे  न्यूऊओ  प्लीज बहुत दर्द हो रहा है  मैं दर्द से मर जाऊँगी प्लीज निकालो इसे और  सलमा  की  से आँखों से आंसू  की धरा बाह निकली  मैं उन आंसूओं को पि गया .. बोला मेरी रानी बस इस बार बर्दाश्त कर लो आगे मजा ही मजा हैl
 
 रिज़वान  बोला  सलमा की चूत बहुत टाइट थी मुझे लगा मेरा लैंड उसमे जैसे  फस गया  और छील गया है मेरी भी चीखे निकल  गयीl हम दोनों एक साथ चिल्ला रहे थे ऊह्ह्हह्ह मर गएl मैंने एक बार फिर पूरी ताकत लगा कर पीठ उठा कर लैंड को बाहर खींचने की कोशिश की   लेकिन लण्ड  टस से  मस नहीं हुआ सलमा की चूत ने मेरा लण्ड जकड लिया था. मैंने बहुत आगे पीछे होने की कोशिश की लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा  फिर मैंने पूरी ताकत से एक  और धक्का लगाया और  लण्ड पूरा अंदर समां गया और मैं सलमा के ऊपर गिर गया फिर में कुछ देर के लिए उसके ऊपर ही पड़ा रहा तो कुछ देर के बाद वो शांत हुईl

फिर सलमा की चूत संचुकन करने लगी और लंड चूसने लगी और मैं झड़ गया और चूत ने जैसे मेरे लंड को चूस चूस का निचोड़ दिया .. ये  अनोखा अनुभव मुझे पहली किसी चुदाई में नहीं हुआ था ....

भाई उसके बाद तो मेरा मन कर रहा था बस ऐसे ही लंड सलमा के अंदर  डाले पडा  रहू और मजे लेता रहू ..
 
रिज़वान  बोला   मेरा लंड सलमा की चूत के अंदर ही था l मैंने चूत पर हाथ लगाया तो वह सूज चुकी थी  एक दम सुर्ख लाल हो गयी थी  सलमा कहने लगी क्या हुआ, मैंने कहा झड़ने के बाद भी लण्ड बहार नहीं निकल रहा है. सलमा की  चूत ने मेरे लंड को जैसे जकड लिया था. सलमा रोने लगी है मर गयी मेरी चूत फाड़ डाली और लण्ड फसा डाला जालिम ने मुझे बर्बाद कर दिया अब तो मैं मर जाऊँगी  अब मैं क्या कर्रूँगी ..  कुछ देर बाद जब मुझे लगा झड़ने के बाद भी मेरा लंड खड़ा है  सलमा सुबक रही थी   . मैंने उसके होंठों से अपने होंठ सटा कर एक जोरदार धक्का मारा और मेरा लंबा और मोटा लंड पूरा अन्दर चला गया था। इस बार के झटके से उसकी चीख उसके गले में ही रह गई और उसकी आँखों से तेजी से आँसू बहने लगे। उसने चेहरे से ही लग रहा था कि उसे बहुत दर्द हो रहा है।  मैंने सलमा को धीरे धीरे चूमना सहलाना और पुचकारना शुरू कर दिया,  मैं बोला मेरी रानी डर मत कुछ नहीं होगा थोड़ा देर में सब ठीक हो जाएगा.
 
रिज़वान  बोला   मैंने उसे लिप किश किया मैं उसे लिप किश करता ही रहा वह भी कभी मेरा उप्पर लिप  तो कभी  लोअर लिप चूसती रही मैंने उसके लिप्स पर काटा उसने मेरे लिप्स को काट  कर  जवाब दिया,फिर मैं उसके होंठो  को चूमने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी  फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी और वह मेरी जीभ  को चूसने लगी. फिर मैंने  भी उसकी जीभ को चूसा.   सलमा  मुझे बेकरारी से चूमने चाटने  लगी  और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। फिर मैंने उसकी चूची  सहलानी और दबानी शुरू कर दी वह सिसकारियां ले मजे लेने लगी  मैंने धीरे धीरे उसकी चूत पर अपने  दूसरी ऊँगली से से उसके क्लाइटोरिस तो सहलाना शुरू कर दिया सलमा गर्म होने लगी  धीरे धीरे चूत ढीली और गीली होनी शुरू हो गयी  फिर मेरे लण्ड पर चूत की कसवत भी कुछ ढीली पड़ गयी  इक मिनट रुकने के बाद मैंने धक्का लगाना शुरू किया..  फिर कुछ देर में ही वो भी मेरा साथ देने लगी। मुझे जैसे जन्नत का मज़ा आ रहा था। सलमा ने  ढेर सारा पानी मेरे  लंड पर छोड़ दिया.  मैं झड़ने के बाद भी लिप्स किस करता  रहा . करीब 30 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों ही साथ में झड़ गए। दो-तीन झटकों बाद मैंने लण्ड निकाल लिया ।
 
हां रिज़वान मैंने कहा - तुम दोनों की ये चीख तो  मैंने भी सुनी थी पर उस समय मेरा लंड भी ज़ीनत की चूत में थाl
 
रिज़वान  बोला    मैंने अब उसकी चूची को मुँह में ले लिया और हल्के-हल्के धक्के मारने लगा। सलमा को अब जरा सा आराम मिला था जैसे।  मैंने उसके होंठों को चसते हुए कहा- "अब कैसा लग रहा है?"
 
सलमा  ने कोई जवाब नहीं दिया।
 
रिज़वान  बोला     मैंने उसको कहा- "अपनी जीभ मेरे मुँह में दोl' उसने दे दी। मैं उसकी जीभ को चूसने लगा। फिर मैंने उसको कहा- "अपने दोनों हाथ मेरी कमर पे रख दोll"
 
रिज़वान  बोला     उसकी चूड़ियों की खनक सेक्स का मजा दोगुना कर रही थी। उसका नाजुक बदन मेरे जिम से चिपका हुआ था। मैंने उसकी टांगों को थोड़ा और फैला दिया। मैंने अब धक्कों की स्पीड बढ़ा दी। सलमा की अब जोर-जोर से सिसकियां निकल रही थी। उसकी चूड़ियां में हर धक्के पर खनक उठती थी। उसकी पायजेब और चूड़ियां मेरे हर धक्के के साथ लय बना रही थी। फिर मैंने उसके होंठों पे होंठ रख दिए और कस-कस के धक्के मारे। 20-25 धक्कों में मेरा सारा वीर्य उसकी चूत में भर गया। मैं उसके ऊपर ही लेट गया मेरा। लौड़ा झड़ने के बाद भी सलमा की चूत में चिपक कर फंसा हुआ था। फिर धीरे-धीरे लण्ड सिकुड़कर बाहर आने लगा।
 
रिज़वान  बोला     सलमा  तेज-तेज सांसें ले रही थी। उसकी चूचियां अब ऊपर-नीचे हो रही थी। मैंने उसकी टांगों को अपनी टांगों में फंसा लिया था। मेरे हाथ जब उसकी गाण्ड पर लगे तो कुछ गीला-गीला सा लगा। मैंने देखा तो उसके सफेद चादर पर खून के धब्बे साफ दिख रहे थे। वो मुस्कुराने लगी और मुझसे चिपक गई।
 
रिज़वान  बोला     मैंने उसको कहा- "अपने पेटीकोट से मेरा लण्ड पॉछ दो, और अपनी चूत  भी इसी से साफ कर लोl" उसने ऐसा ही किया। हम दोनों लिपटकर लेटे रहे।
  
रिज़वान  बोला    लगभग पांच मिनट बाद हम उठे फिर हम दोनों से साथ में बाथ लिया और मैंने सलमा को उठा कर गोद में बिठा लिया और थोड़ी देर में ही दूसरा राउंड भी स्टार्ट हो गया। 

रिज़वान  बोलता रहा  मैं  सलमा से बोला - अपनी चूचियों से मेरे चेहरे पर मसाज करl सलमा ने अपनी चूचियाँ पकड़ कर मेरे  क्लीन शेव चेहरे पर रगड़ना शुरू कर दिया। मेरा  लण्ड ठीक मेरी चूत के नीचे था, तभी मैंने सलमा की कमर पकड़ कर एक जोरदार धक्का माराl वो  उछल पड़ीl तब तक मगर मेरा टोपा चूत में फंस चुका था।
 
मेरा लंड इस समय लोहे की सलाख  जैसा सख्त और गर्म था और सलमा उस पर पर बैठी हुई थी। मैंने  जोर लगाया तो सलमा  चिल्ला पड़ी। मैंने उसे  खिलौने की तरह उठाया और खड़े हो कर एक और झटका दिया।
 
सलमा बोली प्लीज आराम से करो नहीं तो मैं मर जाऊँगी, इतना अधिक दर्द मुझे कभी नहीं हुआ था, सलमा बेहोश सी होने लगी। पता नाहीउ मुझे क्या हुआ था एक तो सलमा का हुस्न गोरा रंग खूबसूरती और फिर तुम्हारे कमरे से आ रही आवाज़े मेरे जोश को बढ़ा रही थी l
 
फिर मैं सलमा को  गोद मे ले कर बैठ गया  और वो मेरे  होंठ चूसने लगी , लगभग दो मिनट तक हम  ऐसे ही बैठे रहे, दो मिनट बाद सलमा को थोड़ा आराम मिलाl तो मैं फिर बोला - सलमा  बेगम अपनी चूत को ऊपर-नीचे करोl
 
सलमा  रोते-रोते अपनी चूत को ऊपर-नीचे करने लगी, बीस-पच्चीस बार ऊपर-नीचे करने के बाद मुझे अच्छा लगने लगा। मैं सलमा  को ही देख रहे था और बोला - जब दर्द ख़त्म हो जाए तो बताना।
सलमा  बोली- अब दर्द हल्का हो गया है।
 
बस यह सुनते ही मैंने सलमा  कमर पकड़ कर उसे थोड़ा  ऊपर उठाया और नीचे से जोर-जोर से धक्के लगाने लगा ।

सलमा के  बड़े-बड़े कोमल मम्मे किसी फुटबॉल की तरह उछाल मार रहे थे और मेरे ,मुँह से टकरा कर मुँह की मालिश लकर रहे थे । और उसकी चूत भी अब गीली हो गई थी।

फिर मैं बोला - चल सलमा अब पहले अपनी चूत पूँछ और फिर  कुतिया बन जा।
 
सलमा उठी तो मैंने एक रूमाल से उसकी चूत पूँछी और बोलै अब  जब रगड़ कर अंदर जाएगा तो देख कितना मजा  आएगा और  मेरे  ऊपर से उठ कर हाथ-पैरों के बल झुक गई। मैंने  पीछे आकर लण्ड को चूत पर रख कर जोर से झटका मारा और एक ही बार में पूरा लण्ड अन्दर डाल दिया।

सलमा अब किसी कुतिया की तरह चुद रही थी। और लंड जब शुकी हुई चूत को रगड़ता हुआ अंदर बाहर हो रहा था तो सच बहुत मजा आया  और फिर सलमा जल्द ही झड़ गयी ।
 
उस रात मैंने सलमा को ऐसे ही दो बार और चोदा और उस सूखी चुदाई से चूत बिलकुल सूज गयी थीl
 
रिज़वान बोला  अगले दिन जब बड़ो ने हमे बुला कर डांटा  और कहा  कल  रात   जो  चीखने  चिल्लाने  की  आवाज़  आयी  थी    जो  भी  करो  नज़ाकत  को  देख  कर  करो l तो  मेरा मन किया कह दू ये सब शुरू तो सलमान ने किया था l ज़ीनत आपा के कमरे से आ रही आवाज़ों और चीखे ने ही मेरा जोश बढ़ाया था l कई बार तो जब ज़ीनत आपा सलमान से कहती थी और जोर से तो मुझे लगता था सलमा मुझे जोर से करने को कह रही है और मैं शुरू हो जाता थाl
 
रिज़वान बोला मैं  जानता था की हम जो भी कर रहे हैं, वो सलमान तुम्हे और  ज़ीनत आपा दोनों को सब  पता चल रहा है क्योंकि हमारे सुहागरात वाले रूम  बिलकुल एकदूसरे के साथ जुड़े हुए थे और मुझे भी तुम्हारी आवाज़े साफ़ सुनाई दे रही थी । मैंने रूम में जाकर पहली सलमा को किस किया उसके कपडे निकाले और सलमा को लण्ड पकड़ा दिया और कहा- "अब चूसोl"
 
सलमा मेरे लौड़े को चूसने लगी। दो मिनट में मेरा लौड़ा टनटना का पूरा तैयार हो गया। सलमा पलंग पर जाकर लेट गई, और अपनी दोनों टांगों को फैला दिया। मुझे देखकर हँसी आ गई।
 
मैंने उसको कहा- "मैं अब तुमको आगे से नहीं पीछे से चोदूंगाl"
 
सलमा सुनकर घबरा गई। हाथ जोड़कर बाली- "प्लीज ! आप वहां मत करिए मैंने सुना है वह बड़ा दर्द होता है l"
 
मैंने कहा- "सुनो। मैं तमको जैसा कहें वैसा करोl मेरा  मूड खराब मत करो समझी?"
 
मैंने जब गुस्से से कहा तो वो डर गईं।
 
मैंने उसको कहा- "चलो एक काम करो, कोई तेल लेकर आओl"
 
उसने कहा- "सामने खिड़की के पास से उठा लीजिएl"
 
मैंने सलमा को कहा- "तुम घोड़ी बन जाओl"
 
मुझे याद आया मेरे दोस्तों ने कहा था बीवी अपनी ही है आराम से करना l तभी दोनों को पूरा मजा आएगा मैंने उसकी पीठ को चूमाl
 
 
उसने एक बार फिर मिन्नत की तो मुझे तरस आ गया और मैंने  कहा अच्छा फिर लेट गया और बोला चलो मेरा लंड चूसो l और मैं उसका  सर पकड़ कर अपने लन्ड पर रगड़ने लगा ।
 
सलमा ने  जोर लगाने की कोशिश कीl मगर मेरे आगे उसकी एक न चली  उसके  होंठ न चाहते हुए भी मेरे लन्ड पर फिर रहे थे। मुझे अच्छा लगा रहा था और मेरा लंड अकड़ रहा थाl
 
एक मिनट बाद सलमा को भी  अच्छा लगने लगा,और उसने  भी जोर लगाना बंद कर दिया।

तभी मैंने उसके  बाल जोर से खींचे तो उसका मुँह खुल गया। जैसे ही  मुँह खुला वैसे ही मैंने  अपना लण्ड अन्दर करके उसका  सर अपने लण्ड पर दबा लिया।
 
मेरे  लण्ड ने मुँह में  अपना आकार बढ़ाना शुरू कर दियाl सलमा छटपटा उठीl  गूँ  गूँ करती हुई हाथ-पांव पटकने लगीl मगर मैंने उसे  नहीं छोड़ा!
 
मेरा  लण्ड मुँह से होते हुए गले तक चला गया है।सलमा की  आँखों से आंसुओं की धार निकल पड़ी। वो मेरी जाँघों पर पंजे मार रही थीl नाखून गड़ा रही थीl मगर मुझ पर इसका  कोई असर न हुआ। उल्टा मैंने उसका  सर जोर से दबा दिया ।
 
सलमा ने हाथ जोड़ लिए और  मुझे लण्ड निकालने के लिए विनती वाली नजरों से देखा।

मैं  सलमा से बोला l जैसे बोलूँगाl वैसे ही करेगी न?
सलमा ने  तुरंत आँखों से हामी भरी। मैंने सलमा का सर छोड़ दियाl
 
सलमा  बिस्तर पर गिर पड़ी,  और एक दमे के मरीज की तरह हांफ रही थी।
इतने में मैं बोला  हाँl अब  सलमा पूरी कुतिया लग रही है।
 
फिर मैं उसके  दोनों हाथ फैला कर उनके ऊपर अपने घुटने रख कर सलमा के  सीने पर बैठ  गया  और कहा- अब इस लण्ड को  चाटो ।
अमेरा  हलब्बी लण्ड देख कर सलमा की आँखें फ़ैल गईं।

मेरा करीब आठ इंच लंबा और तीन इंच मोटा कालाl लौकी जैसा लण्ड, सलमा  मुँह पर रखा हुआ था।
सलमा लण्ड देख के हक्की-बक्की थी।

मैं बोला - चाट इसे जल्दी नहीं तो फिर मुँह में डालू क्या ।

सलमा ने जल्दी से जीभ निकाल कर लण्ड चाटना शुरू कर दिया।

मैं बोला - हाँl अब तू पूरी कुतिया बनी।
 
सलमा  रोती जा रही थी और लंड चाटती जा रही थी, उसके दोनों हाथ मेरे  पैरों के नीचे दबे हुए थे।

बीच बीच में मैं लण्ड को पकड़ कर सलमा के  चेहरे पर मार देता था , उसके  गोरे गालों पर मेरा भारी लण्ड मुक्के की तरह पड़ रहा था।
 
फिर मैंने कहा अब खड़ी हो जाओ  और अपने पैरो को ढीला कर दिया और उसे पकड़ कर किश किया और उसके स्तनों को मसल दिया l
 
फिर मैंने सलमा  को कहा- "अब तुम मेरे ऊपर आ जाओ और मेरे लण्ड पर अपनी चूत रखकर बैठ जाओl" ये सोच कर के गांड बची लाखो पाए  सलमा फट से मेरे ऊपर आ गई। उसने अपने नाजुक हाथ से मेरा लौड़ा पकड़ा और अपनी चूत के मुंह पर लगा दियाl
 
और हल्का सा दबाया। मैं तो इसी माके की इंतजार में था। जैसी ही सलमा ने अपनी चूत को मेरे लण्ड पर दबाया, मैंने नीचे से जोर का धक्का मारा।
 
सलमा को शायद इसकी उम्मीद नहीं थी, इसलिए उसने एक जार की चौख मारी- "उईईई मर गईl" मैंने उसकी कमर को कस के पकड़ रखा था। वो उठ नहीं पाई। एक मिनट तक लण्ड पूरा उसकी चूत में घुसा रहा।
 
फिर मैंने उसकी गाण्ड के नीचे हाथ रखकर उसको ऊपर उठाया और कहा- "अब मेरे लौड़े पर उछल-उछलकर इसको अपनी चूत में अंदर-बाहर करती रहोll
 
सलमा ने हल्के-हल्के ऊपर-नीचे होना शुरू कर दिया।
 
मैंने सलमा में कहा- "अगर हर बार में पूरा लण्ड अंदर नहीं लिया तो मैं नीचे से फिर धक्का मारूंगाl"
 
सुनते ही सलमा ने कहा- “नहीं नहीं प्लीजll आप मत करनाl"
 
में मुश्कुरा पड़ा। मैं जानता था अब वो सही से लौड़ा खायेगी। फिर मैंने सलमा से कहा- "मेरे मुँह में अपने हाथ से पकड़कर अपनी चूची चुसवाओl"
 
उसने मेरे मुँह में अपनी चूची लगा दी। मैं उसकी चूची चूसने लगा। अब मेरा लण्ड सलमा की चूत में फिसल फिसल के जा रहा था। क्योंकी सलमा की चूत अब पानी छोड़ रही थी। फिर सलमा की चूत संचुकन करने लगी . ये  अनोखा अनुभव मुझे पहली किसी चुदाई में नहीं हुआ था ..
 
सलमा ने कहा- "अब आप मेरे ऊपर आ जाइएl"
 
मैंने कहा- "ऐसे नहीं, पहले तुम मुझे कहाँ की- 'प्लीज मेरे ऊपर आकर मेरी चूत मारोl"
 
सुनकर सलमा शर्मा गईं। मैंने जरा जोर से खा सलमा !
 
सलमा ने हल्के से कहा- "मेरी जान मेरे ऊपर चढ़ कर मुझे चोदोl"
 
मैंने कहा- "ऐसे नहीं,जोर  में बोलो  साथ वाले कमरे में सलमान को सुनाई देना चाहिए l"
 
सलमा ने अब जोर से कहा- "मेरी जान मेरे ऊपर चढ़कर मुझे चोदोl"
 
ये सुनकर मेरा जोश और बढ़ गया। मैंने सलमा को नीचे कर दिया और उसकी चूत में अपना लण्ड अंदर-बाहर करने लगा। मैंने सलमा से कहा- "अब तुम भी नीचे से अपनी चूत को उठा-उठाकर चुदवाओ"l

सलाम को अब मजा आ रहा था। वो अब नीचे से अपनी चूत  उठा रही थी। ऐसा करने में उसकी चूत  दो बार झड़ गई। उसने अपनी आँखों को बंद कर लिया और उसके चेहरा पर स्माइल दिखने लगी। 5 मिनट ऐसे ही चलता रहा।  सलमा ने मेरी पीठ पर अपने नाख़ून गड़ा दिए थे। चुदाई में इसका पता नहीं चला। पर अब इसका एहसास होने लगा था। मैं सलमा के ऊपर से उठने लगा, पर उसने मुझे अपनी बाहों में कसकर दबा लिया।

 सलमा की चूत फिर संचुकन करने लगी और लंड चूसने लगी और मैं झड़ गया.  फिर मैंने अपना सारा जोर लगाकर 10-15 शाट में सलमा की चूत में माल झाड़ दिया।और चूत ने जैसे मेरे लंड को चूस चूस का निचोड़ दिया ..

मैंने कहा- "क्या हुआ?"
 
सलमा ने कहा- "प्लीजll ऐसे ही लेटे रहिए ना l"
 
फिर सलमा ने  कहा  देखो मेरी चूत की तुमने क्या हालत कर दी है  और मुझे अब नींद  भी आ रही हैll मैंने अपने मोबाइल  में 5 बजे का अलार्म लगा दिया और  सलमा  से कहा- " अलार्म बजते ही मेरा लौड़ा मुँह में लेकर चसना शुरू कर देना। पांच बजे का अलार्म लगया है अगर पहले उठ जाओ तो चूस कर मेरा लौड़ा खड़ा करोगी तो मैं उठ जाऊँगा समझी या नहीं?"
 
सलमा ने सिर हिला दिया।
 
मैं भी रात भर का जगा हुआ था और नींद मुझे भी आ रही थी और मैंने तुम्हारे कमरे से भी कोई आवाज नहीं आ रही थीl  मुझे लगा आज तुम भी सो गए हो तो मैंने सोचा थोड़ा आराम कर लेते हैं
 
मैं सलमा को अपनी बांहों में भरकर लेट  गया। फिर मुझे नींद आने लगी।  सुबह लगभग  3-4 बजे तुम्हारे कमरे से भी ज़ीनत  आपा  की आहों की आवाज आनी  शुरू हो गयी  थीl  मैं जाग गया आँख खोली  तो पता चल गया की मेरे लौड़े को सलमा चूस रही हैं।  पर आँखें बंद करके लेटा रहा। सलमा मुझे हिलते देखा तो जोर से चूसने लगीl  ऐसें चुप्पा लगवाने में मुझे बड़ा मजा आ रहा था।
 
फिर मैंने अपनी आँखों को खोला, और  सलमा को कहा- जो काम रात में अधूरा रह गया  था  उसे अब पूरा करते हैंl
 
सलमा समझ गयी मेरा इरादा और सुनकर घबरा गई। हाथ जोड़कर बाली- "प्लीजll आप वहां मत करिए बड़ा दर्द होगाl"
 
मैंने कहा- "सलमा । मैं तमको जैसा कहें वैसा करोl मेरा दिमाग खराब हो जाएगा तो उसकी जिम्मेदार तुम होगी ?"
 
मैंने जब गुस्से से कहा तो वो डर गईं।
 
मैंने उसको कहा- "चलो तेल पकड़ाओ l"
 
उसने चुपचाप तेल की शीशी  मुझे दे दी l
 
मैंने तेल की शीशी ली और सलमा को कहा- "तुम घोड़ी बन जाओl"
 
वो घोड़ी बन गई। मैंने खूब सारा तेल उसके चूतड़ों पर डाल दिया। तेल की धार उसके चूतड़ों की दशा में होती हुई उसकी गाण्ड तक जा रही थी। मैंने अपनी उंगली उसकी गाण्ड में घुसा दी। सलमा ने अपनी गाण्ड आगे कर दी।
 
मैंने उसको कहा- "अगर अब तेरी गाण्ड एक इंच भी हिली तो मैं बिना तेल के ही गाण्ड मार दूँगा l"

सुनकर सलमा बोली- "नहीं-नहीं अब नहीं हिलाऊँगीll"
 
फिर मैंने उसकी गाण्ड में उंगली पेल दी। अब उसकी गाण्ड हिल नहीं रही थी, बस वो अपनी गाण्ड को सिकोड़ रही थी। दो-तीन मिनट मैं उसकी गाण्ड में उंगली चलाता रहा। फिर मैंने अपनी दूसरी उंगली भी उसकी गाण्ड में पेल दी। अब सलमा को दर्द होने लगा और वो रोने लगी। मैंने उसको कुछ कहा नहीं, अपना काम करता रहा। जब मैंने देखा इसकी गाण्ड अब लौड़ा लेने को तैयार हैं तब मैंने उसको पलंग के कार्जर में घोड़ी बना दिया, और मैं नीचे खड़ा होकर उसकी गाण्ड पर अपना लौड़ा अइजस्ट करने लगा।
 
फिर मैंने उसकी गाण्ड में उंगली पेल दी। अब उसकी गाण्ड हिल नहीं रही थी, बस वो अपनी गाण्ड को सिकोड़ रही थी। दो-तीन मिनट मैं उसकी गाण्ड में उंगली चलाता रहा। फिर मैंने अपनी दूसरी उंगली भी उसकी गाण्ड में पेल दी। अब सलमा को दर्द होने लगा और वो रोने लगी। मैंने उसको कुछ कहा नहीं, अपना काम करता रहा। जब मैंने देखा इसकी गाण्ड अब लौड़ा लेने को तैयार हैं तब मैंने उसको पलंग के कोने  में घोड़ी बना दिया, और मैं नीचे खड़ा होकर उसकी गाण्ड पर अपना लौड़ा अइजस्ट करने लगा।
 
सही  कोन बनाकर  मैंने उसको कहा- "में अब लौड़ा पेलने जा रहा हैl"
 
उसने फिर से रोना शरू कर दिया और बोली- "प्लीज मान जाइए नाl"
l
मैंने कहा- "चुपचाप घोड़ी बनी रह, नहीं तो कुतिया बनाकर चोदूंगाl"
 
फिर मैंने अपना लण्ड उसकी गाण्ड में जैसी ही डाला वो उछल पड़ी और मेरे पैरों में गिर के रोने लगी। मैंने उसको गुस्स से कहा- "प्यार से गाण्ड मरवा लें, नहीं तो तेरी अम्मी  और भाई को अभी  यही बुलाता है। उनके  सामने ही तेरी गाण्ड मार्रूंगा ll"
 
से सुनकर वो सिहर कर रह गई, और चुपके से फिर से घोड़ी बन गई।
फिर मैंने सलमा के पेट  के नीचे एक तकिये लगाए र उसके दोनों पैरों को फैलाया और अपना लंड उसकी गांड  में डाल दिया।  मेरा सुपाड़ा अब उसकी गाण्ड के छेद में चला गया था।
 
मैंने उसको कहा- "तू अपनी गाण्ड को पीछे की तरफ जोर लगाकर धकेलl" मैं जानता था वो ऐसा नहीं कर पाएगी पर में देखना चाहता था की वो करती है या नहीं?
 
उसने करने की कोशिश की।  और फच की आवाज हुई  और  खून निकला   और  एक  ही  धक्के  अब मेरा पूरा लण्ड उसकी गाण्ड में था।  l बेचारी पाऊँ पटकती रही और मैंने उसे अपने  हांथो  से  जकड  रखा  था l मेरी हर चोट पर उसकी एक जोर की चीख निकल रही थी। मैं उसकी चीखों की परवाह करें बिना उसकी गाण्ड में अपना लण्ड पेले जा रहा था।  में उसे  लगातार धक्के देकर चोदता रहा । 
 
सलमा इस बीच - "उईईई माँ उईईई माँl  बस करो , मर गयी  l" करती जा रही थी।
 
करीब 20-25 मिनट बाद मुझे लगा की मैं अब झड़ने वाला हूँ, तो मैंने कस के धक्के मारने शुरू कर दिए। उसकी- चीखें और तेज हो गई। मैंने कस के एक शाट मारा और मैं उसकी गाण्ड में झड़ गया। उसकी गाण्ड में मैंने अपना लण्ड ऐसे ही पड़ा रहने दिया। मेरे लण्ड को उसकी गाण्ड ने अभी तक कस के दबाया हुआ था। सलमा अभी तक अपनी गाण्ड को आगे पीछे किये जा रही थी। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरे लण्ड की मालिश हो रही हो। अब मैंने अपना लण्ड बाहर खींचा तो फुच्च की आवाज के साथ मेरा लौड़ा बाहर आ गया और  खून की धारा बह निकलीl
 
 मैं पलंग पर लेट गया । सलमा भी पेंट के बल पलंग पर लेट गई फिर  बोली- "आपने मुझे इतना दर्द दिया है, आप बड़े खराब होll"
 
मैंने सलमा के गाल को चूमते हुए कहा- "जान अब इस दर्द की आदत डाल लोl" बोली मैं बाथरूम  हो कर आती हूँl
 
मैं समझ गया उसकी गाण्ड में मेरा माल चिपचिप कर रहा होगा, मैंने कहा- "जाओ। लेकिन जल्दी से आ जाना ll"
वो उठकर चली गई। थोड़ी देर में सलमा आ गई। तो मैंने उसे कहा अब तोड़ी देर आराम कर लो पर वो बेतहाशा रो रही थी  बोल रही थी बहुत दर्द हो रहा हैl तुम आराम से नहीं कर सकते क्या?  कल तुमने तुमने मेरी चूत फाड़ी और आज  गांड  दोनों फाड़ डालीl   मैं तुमसे नहीं  बोलती  और मेरे सीने पर सर रख कर लेट गयीl
 
पर मेरा लंड अभी भी शांत नहीं  हुआ था और मैंने सलमा को थोड़ा सा पुचकारा और बोलै पहली बार थोड़ी तकलीफ तो होती ही है  तुम्हे रुकसाना आपा ने बताया तो था  आगे तो मजे ही मजे हैं और फिर तुम इतनी प्यारी हो की मैं तुमसे दूर रह ही नहीं पा रहा हूँlउसे पाय से चूमा और सहलाया  एक दर्द की गोली दी और और दो बारी और उसकी चूत सुबह सुबह चोद डालीlआगे तो तुम्हे पता ही है क्या हुआ  डॉक्टर ने सुबह  क्या कहा.

फिर रिजवान मुस्कुराते हुए बोला सलमान भाई मेरे कमरे के ही साथ मेरे और तुम्हारे अब्बू का भी कमरे हैl  रात भर वहां से भी आवाजे आ रही थीl  लगता है,  पिछली दो रातो से  मेरे और तुम्हारे अब्बू अम्मी भी सोये नहीं हैंl  ये सुन कर रुखसाना बोली धत आप दोनों भी बहुत बदमाश हो  और बाकी  लड़किया रुखसाना  के साथ शर्मा कर उठ कर चली गयी l  
 
रिजवान बोला सलमान भाई lजब मैं ज़ीनत की चीख सुनता था तो जोर से झटका मारता था जिससे सलमा और जोर से चिलाती थी और फिर उसे सुन कर उतने ही जोर की आवाज ज़ीनत आपा की भी आती थीl
 

मैं ज्यादा कुछ नहीं बोला बस मुस्कुरा कर हम्म्म बोल कर रह गयाl
 
तभी अब्बू वहाँ  आ गए और छड़ी लहराते हुए बोले  बर्खुदारो तुम्हे कितना समझाया था आराम से करना l  अपनी तहजीब का ख्याल रखना, पर दोनों में एक तरह का कम्पटीशन चल रहा था कौन कितना कस कर चुदाई करता है और अपनी बीवी की  ज्यादा चीखे निकलवाता हैl  तुम दोनों ने तो आपस के कम्पटीशन में अपने खानदान की माँ चुदवा लीl  हम दोनों वहां से अपनी गांड बचाकर भाग गए l

To be Continued  

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रिजवान बोला सलमान भाई lजब मैं ज़ीनत की चीख सुनता था तो जोर से झटका मारता था जिससे सलमा और जोर से चिलाती थी और फिर उसे सुन कर उतने ही जोर की आवाज ज़ीनत आपा की भी आती थीl
 

मैं ज्यादा कुछ नहीं बोला बस मुस्कुरा कर हम्म्म बोल कर रह गयाl
 
तभी अब्बू वहाँ  आ गए और छड़ी लहराते हुए बोले  बर्खुदारो तुम्हे कितना समझाया था आराम से करना l  अपनी तहजीब का ख्याल रखना, पर दोनों में एक तरह का कम्पटीशन चल रहा था कौन कितना कस कर चुदाई करता है और अपनी बीवी की  ज्यादा चीखे निकलवाता हैl  तुम दोनों ने तो आपस के कम्पटीशन में अपने खानदान की माँ चुदवा लीl  हम दोनों वहां से अपनी गांड बचाकर भाग गए l

नवाबी खानदानी निकाह Nawabi Khandani Nikah  Part 7

नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah | Part 7

अब तक मैंने आपको अपनी बड़ी बीवी जीनत आपा जो की मेरी की चुदाई की दास्ताँ सुनाई और फिर मेरी मौसी का लड़का रिज़वान, जिसका निकाह मेरी सगी बहन रुकसाना और सलमा की चुदाई की दस्ताने सुनाई । अब आप को जूनि मेरी सबसे छोटी कजिन की कहानी सुनाता हु । जूनि के साथ मेरा निकाह तो हो गया था लेकिन उम्र में सबसे छोटी होने के कारन उसकी सुहागरात मेरे साथ दो साल बाद होनी थी और उसकी बड़ी बहनो रुक्सार और आरसी की सुहागरात पहले होनी थी ।

तो तय तो ये हुआ था कि ज़ीनत के बाद आरसी की सुहागरात होगी लेकिन खुदा के खेल न्यारे हैं । और उसी पहले चुदाई हो गयी मेरी सबसे छोटी बीवी जूनि की ।

हमारे रात भर चलने वाले चुदाई कम्पटीशन से परेशान हो कर घरवालों ने रामपुर के पास हमारी बहुत बड़ी खेती है और एक हवेली भी है और इस बार खेती के काम के सिलसिले में मेरा वहाँ 15 दिन रहने का प्रोग्राम बना डाला ताकि मेरे हनीमून भी हो जाए और घरवाले रात भर आराम से सो सकें इसलिए ज़ीनत के साथ मेरा प्रोग्राम बन गया, लेकिन ज़ीनत ने कहा की अकेले उसका मन नहीं लगेगा इस लिए जूनि भी जाएगी और इस तरह हम हवेली के लिए निकल पड़े ।

क्योंकि दोनों मेरी बीविया थी इसलिए मैंने सबसे बड़े कमरे में सोने का प्रोग्रम बनाया जिसमे की बहुत बड़ा पलंग या आप समझ लीजिये जिसमे दो पलंग लगे हुए थे, इसका एक और कारन था की जूनि को अलग सोने में डर लग रहा था और अभी वह 18 साल की उम्र को क्रॉस ही की थी लेकिन वह लगती बिलकुल 14 साल की थी ।

मैंने जीनत से बोला क्या बेगम तुम कबाब में हडि साथ ले आयी हो और अब उसे साथ में भी सुलाने जा रही ही । अब कैसे होगा । तो जीनत आप बोली । आप तो दिन भर खेती का काम देखोगे और मैं बोर हूँगी इसीलिए इसे साथ ले आयी हूँ और फिर वह अकेली सोने में डरती है । तीसरी इससे कैसी शर्म एक तो मेरी बहन है , दूसरा आपकी बीवी है और इससे कैसे शर्म । कुछ देख लेगी तो सीख जायेगी उसमे आपका ही फायदा है? मुझे बात जचि. पर फैसला किया उसके सोने के बाद ही हम कुछ करेंगे ।

रामपुर की हवेली में पहली रात मुझे लगा वह गहरी नींद सोयी हुई थी और उसके सोने के बाद मैंने ज़ीनत की 3 बार चुदाई की। । लेकिन पूरे रूम में हमारी चुदाई का नंगा नाच जूनि लेटे हुए चुपचाप देख रही थी उसने सुबह मुझ से पुछा?

उसने कहा भाई जान आपा की पेशाब वाली जगह आपने क्या घुसा दिया था और आपा और जोरसे और जोरसे क्यों बोल रही थी । मैंने बोलै तुम चुप चाप सो जाय करो नहीं तो अकेले सोना पड़ेगा और आपा की बात अपनी आपा से पूछ लेना । मैंने ज़ीनत आपा से बाद में जूनि के बारे में पूछा इसको पीरियड्स चालू हो गए क्या? इसको कुछ पता है के नहीं सेक्स के बारे में, तो उन्होंने बताया अभी वह 18 साल की उम्र को क्रॉस ही की है लेकिन वह लगती बिलकुल 14 साल की है और पीरियड्स 6 महीने पहले स्टार्ट हो गए है पर सलमान अभी बिलकुल नाजुक बच्ची है इसको अभी मत छूना , मर जाएगी बेचारी ।

बाद में जब में खेती देखने चला गया तो जून ने जीनत से वही सवाल किया - आपा रात भाई जान ने आपकी पेशाब वाली जगह क्या डाला था और आप जोर से और जोर से क्यों चिल्ला रही थी?

ज़ीनत आपा ने जूनी से पूछा-जूनि, तुझे सेक्स और सुहागरात के बारे में कुछ नालेज है कि उस रात शौहर और उसकी बीबी के बीच क्या होता है? फिर न कहना कि मुझे इस बारे में किसी ने कुछ बताया ही नहीं था।

जूनी थोड़ी अनजान तो थी ही उसे पढाई भी बहुत पहले छोड़ दी थी और मुश्किल से 6-7. क्लास पास की थी और उसने जीनत आपा से शरमाकर पूछा-क्या होता है आपा, उस रात को? बताइये, मुझे कुछ नहीं मालूम।

ज़ीनत आपा बोली-पगली, इस रात को शौहर और उसकी बीबी का जिस्मी मिलन होता है।

'कैसे आपा, जरा खुल के बताओ न, कैसा मिलन?'

'अरी पगली, शौहर और उसकी बीबी एक दूसरे को प्यार करते हैं। शौहर और उसकी बीबी के ओठों का चुम्मन लेता है, उसके ब्लाउज के हुक खोलता है और फिर उसकी ब्रा को उतार कर उसकी चूचियों का चुम्मन लेता है, उन्हें दबाता है। धीरे-धीरे शौहर अपना हाथ बीवी के सारे शरीर पर फेरने लगता है, वह उसकी छातियों से धीरे-धीरे अपना हाथ उसकी जाँघों पर ले जाता है और फिर उसकी दोनों जाँघों के बीच की जगह को अपनी ऊँगली डाल कर उसका स्पर्श करता है।'

'फिर क्या होता है आपा, बताइये न, आप कहते-कहते रुक क्यों गईं?'

'कुछ नहीं, मैं भी तुझे कैसी बातें बताने लगी। ये सारी बातें तो तुझे खुद भी आनी चाहिए, अब तू बच्ची तो नहीं रही।' ज़ीनत आपा ने नकली झुंझलाहट का प्रदर्शन किया।

'आपा, बताओ प्लीज, फिर शौहर क्या करता हैअपनी बीवी के साथ?'

'उसे पूरी तरह से नंगी कर देता है और फिर खुद भी नंगा हो जाता है। दोनों काफी देर तक एक दूसरे के अंगों को छूते हैं, उन्हें सहलाते हैं और अंत में शौहर अपनी बेगम की योनि में अपना लिंग डालने की कोशिश करता है। जब उसका लिंग आधे के करीब योनि के अन्दर घुस जाता है तो बीवी की योनि की झिल्ली फट जाती है और उसे दर्द होता है, योनि से कुछ खून भी निकलता है। कोई-कोई बीवी तो दर्द के मारे चीखने तक लगती है। परन्तु शौहर अपनी मस्ती में भर कर अपना शेष लिंग भी बीवी की योनि में घुसेड़ ही देता है।'

ओह तो आपा इसीलिए आप और सलमा बाजी सुहागरात वाली रात चिल्ला रही थी 'फिर क्या होता है आपा?'

'आपा, बताओ प्लीज, फिर शौहर क्या करता है बीवी के साथ?'

'होता क्या, थोड़ी-बहुत देर में बीवी को भी पति का लिंग डालना अच्छा लगता है और वह भी अपने कूल्हे मटका-मटका कर शौहर का साथ देती है। इस क्रिया को सम्भोग-क्रिया या मैथुन क्रिया कहते हैं।'

To be Continued

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'उसे पूरी तरह से नंगी कर देता है और फिर खुद भी नंगा हो जाता है। दोनों काफी देर तक एक दूसरे के अंगों को छूते हैं, उन्हें सहलाते हैं और अंत में शौहर अपनी बेगम की योनि में अपना लिंग डालने की कोशिश करता है। जब उसका लिंग आधे के करीब योनि के अन्दर घुस जाता है तो बीवी की योनि की झिल्ली फट जाती है और उसे दर्द होता है, योनि से कुछ खून भी निकलता है। कोई-कोई बीवी तो दर्द के मारे चीखने तक लगती है। परन्तु शौहर अपनी मस्ती में भर कर अपना शेष लिंग भी बीवी की योनि में घुसेड़ ही देता है।'

ओह तो आपा इसीलिए आप और सलमा बाजी सुहागरात वाली रात चिल्ला रही थी 'फिर क्या होता है आपा?'

'आपा, बताओ प्लीज, फिर शौहर क्या करता है बीवी के साथ?'

'होता क्या, थोड़ी-बहुत देर में बीवी को भी पति का लिंग डालना अच्छा लगता है और वह भी अपने कूल्हे मटका-मटका कर शौहर का साथ देती है। इस क्रिया को सम्भोग-क्रिया या मैथुन क्रिया कहते हैं।'

नवाबी खानदानी निकाह Nawabi Khandani Nikah  Part 8

नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah | Part 8

अब जूनी के बारे में बताता हूँ उसका रंग गोरा , कद 5-5″,फीचर्स लम्बा चेहरा तब्बू जैसा आवाज़ वैसी ही तब्बू जैसी भोली पर बजन 39 kg, बूब्स 34″, कमर 20″ और चुतर 34″ के हैं , मैंने अभीतक उसको चोदने की नज़र से नहीं देखा था क्योंकि मुझे वह बहुत छोटी लगती थी ।

उस रात के लाइव चुदाई देखने के बाद से मुझे देख वो उसका लिप्स बाइट करना,नज़रे मटकाना. उसके बाद उसकी रसीली मटकती हुई गान्ड जिसे देख लगता था कि जैसे 2 लीटर पानी से भरे बलून्स हो . छूकर ही स्खलन हो जाए. आख़िर खाते पीते घर की हैं. उसे भी पता था वो मेरी बीबी है ऐसे में उसका मेरी ओर खिंचाव प्राकृतिक था। वह हमेशा मुझे आकर्षित करने लगी रहती थी और मेरे आस पास मंडराने लगी ।

जूनि ने एक दिन एक टी-शर्ट और स्कर्ट पहना था जिसमे उसके मस्त और मांसल टांगे दिखाई दे रही थी. यार क्या फिगर था यार मस्त माल थी . उसका जिस्म बहोत ही गरम हैं. बेहद खूबसूरत,गोरी चिट्टि, बेबी डॉल रेड टाइट टी-शर्ट में उसके स्तन अभी बड़े होने आने शुरू हो गए थे साफ़ दिख रहे थे , पर उसके निपल्स बड़े सेन्सिटिव हैं उसकी बूब्स एक दम नोकिले और टाइट लग रहे थे और उसकी गाँड मस्त थी . मैं काफ़ी देर तक उसे देखता रहा उसके मुममे बाहर की तरफ उभरे हुए थे, होंठ मस्त और उसकी गाँड फूली हुई. फिर मुझे ज़ीनत आप की बात याद आयी. अभी बच्ची है . तो मैने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया।

एक दिन जब मैं खेतो से लौटा तो ज़ीनत आपा रसोई में मेरे लिए चाय बना रही थी, तो जूनि तेजी से मेरी पास पानी लेकर आ रही थी फर्श गीला था और अचानक उसका पांव फिसल गया और वो धड़ाम से गिर गई। गिरने की आवाज़ और चीख सुनकर मैं भागा भागा उसके पास गया । जूनि के दाहिने पैर में मोच आ गई थी और उसने अपना दाहिना घुटना पकड़ा हुआ था।

मैंने उसका पैर सीधा किया और घुटने की तरफ देख कर पूछा,"क्या हुआ?"

जूनि बोली मेरा पाँव फिसल गया और मेरा पांव फिसलते वक्त मुड़ गया था और मैं घुटने के बल गिरी थी। मैंने बिना हिचकिचाहट के उसकी स्कर्ट को घुटने तक ऊपर किया और जूनि का हाथ घुटने से हटाने के बाद उसका मुआयना करने लगा। मैंने जिस तरह जूनि की टांगें घुटने तक नंगी की उससे जूनि को बहुत शर्म आई तभी उसने ज़ीनत आपा को भी आते हुए देखा और उसने झट से अपना घाघरा नीचे खींचने की कोशिश की।

ऐसा करने में जूनि के मोच खाए पैर में ज़ोर का दर्द हुआ और वो नीचे लेट गई। इतने में ज़ीनत आपा भी वहाँ आ गयी और बोली "ओह... जूनि ... क्या हुआ?"

"यहाँ पानी किसने गिराया था? मैं फिसल गई..." जूनि ने करहाते हुए कहा।

"सॉरी जूनि ... पानी की बोतल भरते वक्त गिर गया होगा..." ज़ीनत ने कहा तुम भी थोड़ा ध्यान से चला करो अब बच्ची नहीं रही हो ।

अब ज़ीनत आपा की ये बात सुन कर मेरे कान खड़े हो गए।

अब मैंने अपने हाथ जूनि की गर्दन और घुटनों के नीचे डाल कर जूनी को उठा लिया और खड़ा हो गया। जूनी ने अपनी दाहिनी टांग सीधी रखी और दोनों हाथ मेरी गरदन में डाल दिए। उसने मुझे अपने बदन के साथ सटा लिया और मैं छोटे छोटे कदमों से मेरे कमरे की ओर चलने लगा। मुझे उसके नरम जिस्म का स्पर्श बहुत अच्छा लग रहा था ।

मुझे कोई जल्दी नहीं थी... मैंने देखा जूनी ने हल्का मेकअप किया हुआ था और ओंठो पर गुलाबी लिपस्टिक भी लगा रही थी अपर दर्द से कराह रही थी . मुझे उसकी मजबूर हालत में मौका दिया था जिससे वो मेरे बिलकुल करीब हो गयी थी । जूनी को भी मेरा स्पर्श अच्छा लग रहा था . उसकी पकड़ इस तरह थी कि जीनी का एक स्तन मेरे सीने में गड़ रहा था। मेरी नज़रें जूनी की आँखों में घूर रही थीं... दर्द के मारे जूनी ने अपनी आँखें बंद कर लीं थी ।

मैंने उसे ठीक से उठाने के बहाने एक बार अपने पास चिपका लिया और फिर अपना एक हाथ जूनी की पीठ पर और एक उसके चूतड़ों पर लगा दिया। मुझे उसका स्पर्श अच्छा लग रहा था। पहली बारमैंने जूनी को इस तरह उठाया था। मेरे बदन में एक सुरसुराहट सी होने लगी थी।

कमरे में पहुँच कर मैं ने धीरे से झुक कर जूनी को बिस्तर पर इस तरह से डालने की कोशिश की जिससे मैंने उसको अपने बदन से सटाते हुए नीचे सरकाना शुरू किया जिससे मेरी पीठ उसके पेट से रगड़ती हुई नीचे जाने लगी और एक क्षण भर के लिए मेरे उठे हुए लिंग का आभास कराते हुए जूनी की पीठ बिस्तर पर लग गई।

अब वो बिस्तर पर थी और मेरे दोनों हाथ उसके नीचे। थे मैंने धीरे धीरे अपने हाथ सरकाते हुए बाहर खींचे... उसकी आँखों में एक नशा सा था और उसकी सांस मानो रुक रुक कर आ रही थी। वह मुझे एक अजीब सी नज़र से देख रही थी।मेरा ध्यान मेरे स्तनों , पेट और जाँघों पर केंद्रित था।

वो भी चोरी चोरी नज़रों से हलके हलके कराहते हुए मुझे देख रही थी। पर मैं उसे बेशर्मी से घूर रहा था आखिर मेरी बीबी थी तो उससे मुझे क्या शर्म थी।

मैंने सीधे होकर एक बार अपने हाथों को ऊपर और पीछे की ओर खींच कर अंगड़ाई सी ली जिससे मेरा पेट और जांघें आगे को जूनी की तरफ झुक गईं। अब मेरे तने हुए लंड का उभार मेरी पैन्ट में साफ़ दिखाई दे रहा था। कुछ देर इस अवस्था में रुक कर मैंने हम्म्म्म की आवाज़ निकालते हुए अपने आप को सीधा किया।

फिर मैंने जीनत आपा को थोड़ा गरम पानी और तौलिया लाने को कहा और बोलै जूनी जब तक जीनत आपा ये लेकर आती है तब तक मैं तुम्हारी चोट के बारे में कुछ करता हूँ। ठीक है?"

मैंने बिना हिचकिचाहट के एक बार फिर उसकी स्कर्ट को घुटने तक ऊपर किया और जूनि के घुटने का मुआयना करने लगा। जूनि को बहुत शर्म आई तभी उसने ज़ीनत आपा को गरम पानी और तौलिया लाते हुए देखा और उसने झट से अपना घाघरा नीचे खींचने की कोशिश की।

तो मैंने कहा जूनी अब इसे छोड़ो और मुझे देखने दो , मुझसे क्यों शर्मा रही हो मैं तुम्हारा शौहर हूँ ।

सलमान तुम जूनी को देखो मैं तुम्हारे लिए चाय लाती हूँ "कुछ चाहिए हो तो मुझे बुला लेना..." कहती हुई जीनत आपा ने मुझे पानी का गिलास पीने के लिए दिया और चाय के लिए रसोई में चली गई।

मैंने एक कुर्सी खींच कर बिस्तर के पास की और उस पर गरम पानी और तौलिया रख दिया... फिर खुद जूनी के पैरों की तरफ आकर बैठ गया और जूनी का दाहिना पांव अपनी गोद में रख लिया। फिर तौलिए को गरम पानी में भिगो कर उसी में निचोड़ा और गरम तौलिए से जूनी के पांव को सेंक देने लगा। गरम सेंक से जूनी को आराम आने लगा। थोड़ा सेंकने के बाद मैंने उसके पांव को हल्के हल्के गोल-गोल घुमाना शुरू किया। जूनी का दर्द पहले से कम था पर फिर भी था। जूनी के "ऊऊंह आह" करने पर मैंने पांव फिर से अपनी जांघ पर रख दिया और गरम तौलिए से दुबारा सेंकने लगा। ठोड़ी देर में पानी ठंडा हो गया तो मैंने ज़ीनत आप को बुला कर और गरम पानी लाने को कहा।

जब तक वह लाती मैंने उसका दाहिना पैर और पिंडली को सहलाना और दबाना शुरू कर दिया। मैं प्यार से हाथ चला रहा था... सो जूनी को भी मज़ा आ रहा था।

मैंने पुछा कैसा लग रहा है तो वो बोली अब ठीक लग रहा है। तो मैंने कहा अब और देखने दो कहीं और चोट तो नहीं है? और ये कह कर मैने धीरे धीरे उसके जिस्म को टच करना स्टार्ट किया। अपनी उंगलियो से उसके पेट के उपरी हिस्सो को छूने लगा मज़ाक करते हुए. फिर मैने उसे अपनी बाहो मे लिया और उसके गालो पे किस कर दी। वो शरमाने लगी।

जूनी बोली आपा आ जायेगी !! मैं रुक गया और मैने उसे चूमना बंद कर दिया पर अपने बाहो मे थामे रखा. और फिर उससे बाते करने लगा. मैने उसको कहा कि वो बहोत सुंदर और सेक्सी हैं. तो शरमा गयी. बोली ये सेक्सी क्या होता हैं??

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जब तक वह लाती मैंने उसका दाहिना पैर और पिंडली को सहलाना और दबाना शुरू कर दिया। मैं प्यार से हाथ चला रहा था... सो जूनी को भी मज़ा आ रहा था।

मैंने पुछा कैसा लग रहा है तो वो बोली अब ठीक लग रहा है। तो मैंने कहा अब और देखने दो कहीं और चोट तो नहीं है? और ये कह कर मैने धीरे धीरे उसके जिस्म को टच करना स्टार्ट किया। अपनी उंगलियो से उसके पेट के उपरी हिस्सो को छूने लगा मज़ाक करते हुए. फिर मैने उसे अपनी बाहो मे लिया और उसके गालो पे किस कर दी। वो शरमाने लगी।

जूनी बोली आपा आ जायेगी !! मैं रुक गया और मैने उसे चूमना बंद कर दिया पर अपने बाहो मे थामे रखा. और फिर उससे बाते करने लगा. मैने उसको कहा कि वो बहोत सुंदर और सेक्सी हैं. तो शरमा गयी. बोली ये सेक्सी क्या होता हैं??

नवाबी खानदानी निकाह Nawabi Khandani Nikah  Part 9

नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah | Part 9

"एक मिनट !" कहकर मैं वाशरूम जा कर फ्रेश हो कर आया और पेण्ट और अंडरवियर निकाल कर लुंगी पहन ली। और जीनत के पास गया तो वो सज संवर कर पड़ोस में जाने की तयारी कर रही थी । जीनत आपा बहुत सुंदर लग रही थी। उसे देख कर मेरा लंड अकड़ने लगा और मैंने जीनत आपा को चूमाँ और पुछा आज तो कयामत ढाने का इरादा है मेरी जान का । .. तो वो बोली मेरे सरताज अभी पड़ोस में ठाकुर साहब के पोता हुआ है उनके यहाँ फंक्शन में जा रही हूँ। मैंने आपा को चूमा और उन्हें गले लगाया और बोलै मुझे जूनी को देखना है। लगता है उसे ज्यादा चोट नहीं लगी है। वो नहीं जा पाएगी। और मुझे उसके लिए रुकना चाहिए । आप लाजो के साथ चली जाओ । मैं वापिस जूनी के पास लौट आया ।.

फिर लाजो आयी और गरम पानी देकर चली गई और बोली वो जीनत आपा के साथ जा रही है।फिर मैंने जूनी के दाहिने पैर को अपनी जाँघों के बीच में बिस्तर पर टिका दिया। मेरी दाईं टांग उसकी टांगों के बीच, घुटनों से मुड़ी हुई बिस्तर पर टिकी थी और मेरी बाईं टांग बिस्तर से नीचे ओर लटक रही थी। अब मैंने तौलिए को गीला करके जूनी के दाहिने घुटने की सेंक करना शुरू किया। ऐसा करने के लिए जब मैं आगे को झुकता तो जूनी का दाहिने पांव का तलवा मेरी जाँघों के बीच मेरी तरफ खिसक जाता। एक दो बार इस तरह करने से मेरा लंड उसके तलवे को छूने लगा। उसके छूते ही जहाँ मेरे शरीर में एक डंक सा लगा मैंने देखा कि जूनी के शरीर से एक गहरी सांस छूटी और मैंने एक क्षण के लिए घुटने की मालिश रोक दी। फिर मैंने अपने कूल्हों को हिला-डुला कर अपने आप को थोड़ा आगे कर लिया। अब जब मैंने आगे झुकता उसका तलवा मेरे लंड पर अच्छी तरह ऐसे लग रहा था मानो ड्राईवर ब्रेक पेडल दबा रहा हो। उसके तलवे पर लुंगी में छुपे मेरे लिंग का उभार महसूस हो रहा था।

"एक मिनट !" कहकर मैंने अपना हाथ से अपने लिंग को व्यवस्थित किया . फिर मैं पहले की तरह आगे खिसक कर बैठ गया और जूनी के तलवे का संपर्क दोबारा अपने अर्ध-उत्तेजित लिंग से करा दिया।

जूनि चुप रहीं, फिर उसने उठने की कोशिश की, लेकिन नहीं कर सकीं, उसे कमर के पीछे दर्द महसूस हुआ। उसने दर्द के साथ कहा, "ओह्ह ... भाई जान , मुझे अपने शरीर के पिछले हिस्से में तेज दर्द महसूस हो रहा है।"

मैंने चिंताजनक लहजे में कहा, "जूनि रुको, और उठने की कोशिश मत करो, मुझे कुछ प्राथमिक चिकित्सा-उपचार करने दो।"

यह कहकर मैं भाग कर आइस ,दर्द निवारक मरहम की एक ट्यूब और एक एंटीसेप्टिक ट्यूब के साथ लौटा। जूनी दर्द में थी। लेकिन वह मुझे सराहना और आभारी आँखों में देख रही थी।

मैंने कहा, "अब, जूनी आप पेट के बल पट्ट लेट जाओ ताकि मैं आपकी पीठ को जांच कर वहां मलहम लगा सकूँ जिससे आपको स्थायी रूप आराम मिल जाएगा । "

मैंने उसकी टी शर्ट को निकलने को कहा वह बहुत घबरायी हुई थी, और संकोच महसूस कर रही थी । फिर उसने एक चादर ओढ़ ली और उसके अंदर अपनी टी शर्ट निकाल दी और उसने नीचे ब्रा नहीं पहनी हुई थी।

मैंने जूनी चेहरे का अध्ययन किया और उसकी भावना को पढ़ा, और गंभीर स्वर में कहा, "जूनी डरने, शर्म करने और संकोच करने की कोई आवश्यकता नहीं है मैं आपका शौहर हूँ और शौहर और बीबी में संकोच का कोई काम नहीं है । मैं जो करने जा रहा हूं वह एक प्राथमिक उपचार है और इन परिस्तितियों में दर्द से तत्काल राहत के लिए जरूरी है।

मेरी शांत आवाज़ सुनने के बाद, जूनि पलटी और पेट के बल लेट गई, अपनी पीठ मेरे सामने नग्न थी ।

"ओह्ह ... माई गॉड, शानदार ," मैंने सोचा, मैं अपनी ही आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था जूनि का सफेद शरीर अद्भुत था । उसकी बल कहती हुई उसकी पतली कमर को देख मेरा लंड उग्र होने लगा इस नज़ारे ने मुझ पर जादू किया , स्कर्ट के नीचे उसके नितम्ब गोल और उठे हुए थे। मैंने उनके ऊपरी शरीर का बारीकी से अवलोकन किया। कही कोई चोट नजर नहीं आयी ।

मैंने बोला जूनी मुझे जांच करने दो आपको चोट कितनी और कहाँ लगी है और फिर मैंने धीरे धीरे जूनी के कंधो से लेकर दबाब दे कर धीरे धीरे नीचे सरका कर पता लगाया अंदरूनी चोट ज्यादा गहरी नहीं थी और बोला जूनी खुशकिस्मती से आपकी चोट गहरी नहीं है. और पीठ में दर्द गिरने की वजह से है l

उसके बाद मैंने 10 मिनट तक आइस पैक को उसकी चिकनी पीठ पर धीरे से लगाया । फिर इस क्षेत्र को सुखा दिया। उसके बाद मैंने जूनी की पीठ पर औषधीय तेल मिला दर्द निवारक मरहम लगाया।

फिर मैंने पुछा अब कैसा लग रहा है तो भाभी बोली पहले से दर्द कुछ कम हुआ है पर अभी दर्द है l

मैंने उसकी रीढ़ की हड्डी और उसके किनारों पर मालिश करना शुरू कर दिया, मैंने अपनी उँगलियों से उसके उभरे हुए स्तनों के किनारे से मसलते हुए मालिश की जिससे मेरी हथेलियाँ उसकी रीढ़ के दोनों ओर दबाव डालते हुए तनाव को कम कर रही थी ।

मैं धीरे-धीरे उसकी पीठ की मालिश कर रहा था और फिर जैसे-जैसे समय बीतता गया मेरे हाथ ऊपर जाने लगे, और उसकी पीठ उसके कंधों पर। उसके स्तनों के बड़े और सुडोल होने में कोई संदेह नहीं था, और मुझे उसके नग्न स्तन दिख रहे थे। मुझे अपने कठोर हो चुके लण्ड को काबू में रखने के लिए कठिनाई हो रही थी क्योंकि मैंने सिर्फ लुंगी पहनी हुई थी और इसलिए इसे छुपाना और भी मुश्किल था क्योंकि जब मैं उसे मसाज दे रहा था मेरा लंड उसके बदन को छू रहा था l

मुझे लगा, वो भी मालिश का मज़ा ले रही थी। और जब मेरा लंड उसे बदन को छूता था तो उसकी एक आह निकलती थी जो मुझे और आगे जाने के लिए उत्साहित करती थी. हर बार जब मैंने उसके बाजू , कंधे और स्तन की मालिश की, तो वह झूम उठी थी ।

मेरी उँगलियाँ घुटने के पीछे वाले मुलायम हिस्से और घुटने से थोड़ा ऊपर और नीचे चलने लगी थीं। जूनी की मोच और घुटने का दर्द काफूर होता लगने लगा था। जूनी को लगा उसे सुसू आ रहा है और मैंने उसको रोकने के यत्न में अपनी जांघें जकड़ लीं।''

मैंने जूनी को अपने शरीर को पलटने पीठ के बल चित लेटने का का निर्देश दिया और वो एक आज्ञाकारी रोगी की तरह, उसने अपने शरीर को घुमाया पलटा और पीठ के बल चित लेट गयी। मैंने उसकी स्कर्ट ऊपर की और "ओह माय गॉड!" मैंने कहा , "मुझे लगता है जब जूनी तुम गिरी तो आपके शरीर के कुछ हिस्सों में हलकी खरोंच लग गयी है . जहाँ खरोच के निशान है मुझे वहां मुझे वहां एंटी-सेप्टिक मरहम लगाना होगा।"

कमर के नीचे उसके दाहिने जांघ क्षेत्र में एक खरोंच थी। मैंने वहां मरहम लगाया।

फिर मेरा दूसरा हाथ उसकी दूसरी टांग पर भी चलने लगा है। जूनी का शरीर में कंपकंपी सी होने लगी। मैंने थोड़ा और आगे हुआ जिससे जूनी के तलवे का मेरे लिंग पर दबाव और बढ़ गया था। मेरा लंड पहले से बड़ा हो गया और उसका रुख जूनी के तलवे की तरफ हो गया था। जूनी के तलवे के कोमल हिस्से पर लंड बेशर्मी से लग रहा था।

मैं थोड़ा आगे की ओर खिसका और अपने दोनों हाथ उसके घुटनों के ऊपर... निचली जाँघों तक चलाने लगा। जूनी ले तन-बदन में चिंगारियाँ फूटने लगीं। मेरी उंगलिया अब जूनी की अंदरूनी जाँघों तक जाने लगी थीं। बहुत मज़ा आ रहा था। जूनी का दर्द मालिश और मलहम के कारण काफूर हो गया था।

मैंने पुछा अब कैसा है घुटना तो वो बोली अब बहुत बेहतर है।

वो बोली भाईजान आपने बताया नहीं ?

मैंने पुछा क्या ?

वही सेक्सी क्या होता हैं??

मैंने कहा तुझे जीनत आपी ने बताया नहीं कुछ ?

जूनी बोली हाँ आप और आपी जो रात को करते हैं उसके बारे में कुछ बताया था ।

मैं हसते हुए बोला जो कुछ बताया था आपी ने वो तुझे समझ आया ?

जूनी बोली हां !

अच्छा बता क्या बताया था आपी ने ?

जूनी बोली आपी ने बताया था की निकाह के बाद रात को शौहर और उसकी बीबी का जिस्मी मिलन होता है।

और ?

फिर शौहर और उसकी बीबी एक दूसरे को प्यार करते हैं। शौहर और उसकी बीबी के ओठों को चूमता है। उसके ब्लाउज खोल उसकी ब्रा को उतार कर उसकी चूचियों का चुम्मन लेता है और उन्हें दबाता है। धीरे-धीरे शौहर बीवी के सारे शरीर पर हाथ फेरने लगता है, वह अपना हाथ उसकी जाँघों पर ले जाता है और फिर उसकी दोनों जाँघों के बीच की जगह को अपनी ऊँगली डाल कर उसका स्पर्श करता है। उसे पूरी तरह से नंगी कर देता है और फिर खुद भी नंगा हो जाता है। दोनों काफी देर तक एक दूसरे के अंगों को छूते हैं, उन्हें सहलाते हैं और अंत में शौहर अपनी बेगम की योनि में अपना लिंग डालता है तो बीवी की योनि की झिल्ली फट जाती है और उसे दर्द होता है, योनि से कुछ खून भी निकलता है। बीबी को दर्द होता है इसलिए वो थोड़ा बहुत चिल्लाती है थोड़ी-बहुत देर में बीवी को भी पति का लिंग डालना अच्छा लगता है और वह भी अपने कूल्हे मटका-मटका कर शौहर का साथ देती है। इस क्रिया को सम्भोग-क्रिया या मैथुन क्रिया कहते हैं।''

जूनी एक सांस में सब बोल गयी और अब उसकी आँखे बंद थी और चेहरे पर शर्म थी ।

मैंने फिर उसके गालो पे किस कर दी . उसे अपने बाहो मे थामे रखा. और कहा कि वो बहुत भोली प्यारी , सुंदर और सेक्सी हैं. ??

जूनी बोली भाई जान बताओ न "सेक्सी" का मतलब ?

मैंने कहा आपी ने जिस क्रिया को सम्भोग-क्रिया या मैथुन क्रिया बताया है उसे ही सेक्स भी कहते हैं। और सेक्सी शब्द का यौनिक अभिव्यक्ति के लिए उपयोग किया जाता है। जब किसी लड़का या लड़की की सुंदरता तथा बनावट को देखकर आप आकर्षित होते है या सेक्स करने का मन चाहने लगता है।

मेरी बात सुन वो शर्माने लगी और अपने हाथो में अपना मुँह छुपा लिया ।

तो मैंने कहा अगर छुपना है तो मेरे सीने में अपना चेहरा छुपा लो मुझे भी अच्छा लगेगा वो झट से मेरे से लिप्त गयी और अपना चेहरा उसने मेरे सीने में छुपा लिया।

मैने उसे बड़े प्यार से अपनी बाहों मे उठाया और इस तरह बैठाया अपनी गोद मे कि उसकी नाज़ुक गान्ड मेरे लेग्स पे आ जाए. मैं सब्र से काम लेना चाहता था सो अपने लंड से दूर ही रखा उसे. अब उसकी गान्ड मेरे पैर पे, हाथ मेरे हाथ मे और नज़र मेरे चेहरे पे और कुछ इंचस का डिस्टेन्स मेरे और उसके होंठो मे।

जूनी बोली भाई जान आपी कहाँ गयी ?

मैंने कहा पड़ोस के ठाकुर साहब के यहाँ बच्चा हुआ है। बधाई देने गयी है ।

मैने उससे कहा कि," जूनी तुम जानती हो क्या कि बच्चे कैसे होते हैं?" हर बच्चे की तरह उसे भी बकवास बाते बताई गयी थी। मैने उससे कहा की सब झूठ हैं। तो बोली,"फिर कैसे?". मैने उससे कहा कि मैं बताउन्गा उससे मगर तुम्हे मेरी फीस देनी पड़ेगी ।

तो बोली कितनी पर मेरे पास तो कुछ भी नहीं है।मैं तो कुछ भी पैसे साथ लेकर नही आयी ? आपो बताओ भाई कितनी मैं आपी से लेकर दे दूँगी।

मैने उस पे ज़ोर दिया कि पहले जो मांगूगा वो देगी हाँ बोल. फिर वो मानी।

मैने उसे अब धीरे धीरे अपनी बाहो मे उठाना स्टार्ट किया और अपने लंड की तरफ उसे खीचा।
फाइनली उसकी नरम गान्ड मेरे लंड पे आ टिकी. मैने उसे उठाया सिर्फ लुंगी पहनने की वजह से मेरा लंड उसकी गान्ड पे सॉफ महसूस हो रहा था जब मैने उससे अपनी बाहो मे उठाने की कोशिश की और फिर खेल खेल मे उसे पकड़ने लगा और जितना उसका जिस्म हो सके अपने जिस्म से दबाने लगा। अब मैने उसके हाथो को उसके सिर के उपर कर दिया और अपने हाथो से उसे दबा दिया और मिशनरी पोज़िशन मे आ गया।वो पैर झटक रही थी। मैने उसकी आखो मे देखा. बोली "भाईजान , छोड़ो मुझे!". आपने ये तो बताया नहीं बच्चे कैसे होते हैं ?

मैंने कहा ऐसे ही होते हैं जो मैं और तुम्हारी आपी करते हैं उसी से बच्चे होते हैं ।

कुछ देर सोच कर जूनी बोली भाई जान क्या रुखसाना आपी और सलमा आपी भी रिजवान भाई के साथ यही सेक्स करती है और बच्चे होने में कितना समय लगता है ?

मैंने कहा लगभग नौ महीने ।

और ये कब पता चलता है की बच्चा होने वाला है ?

जब लड़की का पेट फूलने लगता है।

लेकिन रुखसाना आपी के निकाह को तो साल से ऊपर हो गया उसके कोई बच्चा क्यों नहीं हुआ ?

अब मेरा मुँह बंद हो गया।

रुखसाना आपी की बात अपनी रुखसाना आपी से पूछना। अभी मैंने तुम्हे इतना कुछ बताया है चलो उसकी फीस दो !

वो बोली मतलब?? तब मैने उसकी आखो मे देखते हुए उसके लिप्स पे किस किया। सॉल्टी टेस्ट आया। वो शरम से तड़पने लगी पर मैने उसे दबा रखा था। मैने उसे उसका प्रॉमिस याद दिलाया । उससे कहा," कि बच्चे जिस तरह नंगे होते हैं उसी तरह उन्हे पैदा करने वाले भी नंगे ही होने चाहिए।." और फिर सीधा बता दिया कि जब लंड चूत मे जाता हैं तो बच्चा होता हैं। तो उसे कुछ समझ नही आया। मैने कहा जानना चाहती हैं । वो हाँ बोली । मैने उसे खड़ा किया और उसे नंगा करने लगा। और उसकी चड्डी निकालने के बाद तो मानो मेरी साँसे ही रुक गयी । दुनिया की सबसे कीमती,सुंदर चीज़ मेरे सामने थी। उसकी पिंक,बॉल्ड, स्मूद चूत। मन तो किया कि अभी उसी वक़्त उसे चोद डालु । एक भी बाल नही था। बिल्कुल कुवारि चूत । और जिस बात की खुशी मुझे हुई वो ये कि वो गीली थी। मतलब जो भी जिस्म से मैं खेल रहा था वो रेस्पॉंड कर रही थी !!.

To be Continued

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वो बोली मतलब?? तब मैने उसकी आखो मे देखते हुए उसके लिप्स पे किस किया। सॉल्टी टेस्ट आया। वो शरम से तड़पने लगी पर मैने उसे दबा रखा था। मैने उसे उसका प्रॉमिस याद दिलाया । उससे कहा," कि बच्चे जिस तरह नंगे होते हैं उसी तरह उन्हे पैदा करने वाले भी नंगे ही होने चाहिए।." और फिर सीधा बता दिया कि जब लंड चूत मे जाता हैं तो बच्चा होता हैं। तो उसे कुछ समझ नही आया। मैने कहा जानना चाहती हैं । वो हाँ बोली । मैने उसे खड़ा किया और उसे नंगा करने लगा। और उसकी चड्डी निकालने के बाद तो मानो मेरी साँसे ही रुक गयी । दुनिया की सबसे कीमती,सुंदर चीज़ मेरे सामने थी। उसकी पिंक,बॉल्ड, स्मूद चूत। मन तो किया कि अभी उसी वक़्त उसे चोद डालु । एक भी बाल नही था। बिल्कुल कुवारि चूत । और जिस बात की खुशी मुझे हुई वो ये कि वो गीली थी। मतलब जो भी जिस्म से मैं खेल रहा था वो रेस्पॉंड कर रही थी !!.

नवाबी खानदानी निकाह Nawabi Khandani Nikah  Part 10

नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah | Part 10

मैने सिर्फ़ उसकी पेंटी निकाली तो वो पीछे होने लगी. मैने फिर उसे अपनी बाहो मे जकड़ा और बेड पे पटक दिया. उसकी शक़्ल रोने जैसी हो गयी थी. मैने फिर उसे पुचकारा . . मैं खड़ा हो गया उसके सामने और मेरा लंड टेंट बनाए हुए था पॅंट मे. मैने उसे मेरा लंड पकड़ने को कहा. वो ना कहने लगी और खुद की नंगी चूत छुपाने लगी. . मैने उसका हाथ पकड़ा और अपने लंड पे घुमाने लगा और वो अपना हाथ पीछे लेने लगी. मैने उसको कहा कि तू जानती हैं ये क्या हैं.

उसने बड़ी मासूमियत से कहा; लुल्ली . इसी को आप आपी की सुसु वाली जगह में घुसाते हो रात को .

मैने उसे कहा " छोटे बच्चो की लुल्ली होती है और इसे लंड कहते हैं और ये जो तेरे पैर के बीच हैं इसे चूत!!". मैने उससे कहा "देखेगी लंड?". तो वो ना कहने लगी मगर उसकी वो आखे मेरे लंड की ओर ही देखने लगी थी.

मैं समझ गया और अपने लंड को आज़ाद कर दिया. उसने एक झलक देख कर अपनी आखे बंद कर ली. अब उसके दोनो हाथ उसके चेहरे पे थे. उसने अपनी टाँगो को दबा लिया.

मैने उसे फिर से पकड़ा और अपने पास लाया और उसे बिठा दिया और टाँगे बिस्तर पर फैलाने के लिए कहा. उसने टाँगे फैलाई इस बार इसने अपनी टाँगे स्प्रेड कर ली थी. और नंगी होने की वजह से उसकी खूब सूरत चूत मेरी आखो के सामने थी.और मैं अपने दोनों हाथ जूनि के घुटनों के ऊपर... निचली जाँघों तक चलाने लगा। मैंने उससे पुछा अब दर्द कैसा है ?

वो बोली अब कम है .

मैं थोड़ा आगे हुआ और उसका तलवा अब मेरे लंड को छूने लगा था। मैं टांग और घुटने की मालिश करने लगा तो उसका दायाँ पांव अपने आप दायें-बाएं और ऊपर-नीचे होकर उसके लिंग को अच्छी तरह से से छूने लगा था। मेरे तन-बदन में चिंगारियाँ फूटने लगीं। वो टाँगे भींचने लगी जिससे लगा , वो अब खुद को रोक नहीं पा रही थी । उधर मेरी उँगलियाँ अब अंदरूनी जाँघों तक जाने लगी थीं।

मैं अब बेहिचक आगे-पीछे होते हुए अपने हाथ जूनि की जाँघों पर चला रहा था... जूनि का पैर मेरे लिंग का मर्दन कर रहा था। फिर मैं थोड़ा ज्यादा ही आगे की ओर हुआ और मेरे दोनों अंगूठे हल्के से जूनि की चूत से पल भर के लिए छू गए। जूनिएअसे काम्पी जैसे उसे कोई करंट लगा हो ... वो उचक गई और उसने अपनी टांगें हिला कर मेरे हाथों को वहाँ से हटाया और अपने दोनों हाथ योनि पर रख दिए। उसे शर्म आ रही थी कि उसका सुसू निकलने वाला है ।

जूनि की साँसें तेज़ होने लगी... वो बोली मुझे ज़ोरों का सुसू आ रहा है ।

मैं उसे पकड़ कर सहारा देकर बाथरूम ले गया इस बीच मैं उसकी पीठ सहला रहा था .. उसने सुसु करने के लिए बोली मुझे शर्म आती है आप बाहर जाओ तो मैं दरवाजा ब्नद कर बाहर खड़ा हो गया . दो मिनट वाद वो लंगड़ाती हुई बाहर आ गयी ।

मैंने पुछा सुसु हो गया तो वो बोली नहीं ?

तो मैं मुस्कुराया तो वो बोली भाईजान मुझे लगा मेरा सुसु निकल जाएगा पर आया ही नहीं .

"अब दर्द कैसा है?" मैंने पूछा।

"पहले से कम है...अब मैं ठीक हूँ।"

"नहीं... तुम ठीक नहीं हो... अभी लंगड़ा रही हो आराम करो चोट इतनी नहीं है।

तभी घंटी बजी मतलब जीनत आपा वापिस आ गयी थी ..

जूनी बोली आपा आ गयी !! मैं रुक गया और इस बीच जूनी ने जल्दी से अपने कपडे पहन लिए . मैने कंबल उसे से ढक दिया मैं दरवाजा खोलने गया.

उस रात मैंने ज़ीनत आपा की बड़ी धुआंदार चुदाई की . जूनी की कमसिन चूत देखकर मैं बहुत जोश में था और मैंने सारी कसर ज़ीनत आपा पर निकाल दी क्योंकि उस दिन ज़ीनत आपा भी बहुत खूबसूरत लग रही थी . जूनी सारी रात हमारी चुदाई का नंगा नाच देखती रही .

इस तरह 10 दिन निकल गए और जूनी की चोट भी ठीक हो गयी और फिर एक दिन ज़ीनत को पीरियड्स हो गए और मैं उस रात में ज़ीनत आपा को चोद नहीं पाया और ज़ीनत के बूब्स के अंदर ही अपना लैंड डालकर अपना पानी निकाल दिया और ज़ीनत सो गयी ,

इतने में जूनि बोली भाई आज ज़ीनत आपी के अंदर नहीं घुसाया , रोज़ कितना मज़ा आता था उनको , आज कैसा ख़राब लग रहा होगा .

मैंने बोला की ख़राब तो मुझे भी लग रहा है क्योंकि मेरा लैंड भी तो कही नहीं घुस पा रहा हु ज़ीनत को पीरियड्स है ,

जूनी बोली मेरे अंदर घुसा लो में भी तो तुम्हारी दुल्हन हु .

मैंने पूछा चुदाई किसको कहते है मालूम है , वह बोली ज्यादा नहीं, कुछ आपी ने उस दिन बताया था कुछ आपने, लेकिन इतना मालूम है की दूल्हे के अलावा कोई दूसरा मर्द मुझे छूये नहीं, और जब आप आपा में घुसाते हो तो मुझे अच्छा लगता है .

To be Continued

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