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नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah

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अब उनकी सुगंध से मेरा लंड जो कि अब 11 इंच लंबा और 4 इंच मोटा हो गया था, फंनफना कर ज़ीनत की चूत में घुसने की कोशिश करने लगा था। फिर बड़ी मुश्किल से मेरा लंड 2 इंच अंदर घुसा ही था कि जीनत की चीख निकल पड़ी, सलमान आईईईईईईईई दर्द उउउउइईईईईई हो रहा है और उनकी चीख से में और मदहोश हो गया और उनकी हथेलियों को अपनी हथेली से दबाते हुए उनकी चूत पर एक ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लंड 2 इंच अंदर घुस गया। अब दर्द से दोहरी आपा अम्म्म्मा अम्मी जान कहकर चीखने लगी और छटपटाने लगी थी। फिर मैंने उसकी चीखों की परवाह किए बिना एक ज़ोर का धक्का और मारा तो मेरा फनफनाता हुआ लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ 5 इंच अंदर घुस गया।

नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah

 

Nawabi Khandani Nikah

 

मेरा नाम सलमान है और हम लखनऊ के नवाब खानदान से ताल्लुक रखते है, हमारे यहाँ शादी केवल खानदान में ही होती है। हमारे खानदान में सिर्फ़ दो लड़के है में और मेरी मौसी का लड़का रिज़वान, जिसका निकाह मेरी बहन रुकसाना से हुआ है। मेरे दो और बहनें है सलमा और फ़ातिमा और उनका निकाह भी रिज़वान से ही होगा। मेरी मौसी के दो लड़कियां है ज़ीनत और आरसी, मेरे चाचा के दो लडकियाँ है रुक्सर और ज़ूनी, ज़ीनत 26 साल की, आरसी 18 साल की, रुक्सर 20 साल की और ज़ूनी 19 साल की है। फिर तय हुआ की मेरा निकाह ज़ीनत और आरसी से एक दिन और रूक्सर और ज़ूनी से दूसरे दिन हो जाए और रिज़वान का निकाह सलमा और फातिमा से हो जाए, ताकि खानदान घर में ही बढ़े और सब हवेली में ही रह जाए। फिर मैंने मेरी पहली सुहागरात ज़ीनत के साथ चुनी और हर एक महीने के बाद सुहागरात मनाने का फ़ैसला लिया और क्योंकि उम्र में सब उससे छोटी थी इसलिए घरवालों को भी कोई ऐतराज़ नहीं हुआ।

अब दोस्तों में आपको ज़ीनत के बारे में और उनकी चुदाई की कहानी सुनाता हूँ। वो मुझसे 4 साल बड़ी थी, लेकिन वो बला की खूबसूरत थी, हाईट 5 फुट 9 इंच, गोरी, भूरे बाल, भरा हुआ मांसल बदन, वो एकदम सुष्मिता जैसी लगती थी। मेरी उससे बहुत कम बात हुई थी, लेकिन मुझे मालूम था कि आज जन्नत की सैर करने का मौका खुदा ने दे ही दिया है। में आज उस लंबी नाजुक ज़ीनत को सोने नहीं दूँगा। फिर रात को रुकसाना और सलमा, फ़ातिमा मुझे ज़ीनत के कमरे में ले गयी और बाहर से दरवाज़ा बंद कर हंसते हुए चली गयी। अब वो कमरा गुलाब के फूलों से सज़ा था और सेज़ पर ज़ीनत बैठी थी। फिर में उनके पास गया और उनका हाथ अपने हाथ में लेकर उनसे बातें करने लगा और बोला कि आप तो यह बताओ कि मुझे आपके साथ करना क्या है? तो उन्होंने शरमाते हुए मुझे अपनी बाहों में लिया और कहने लगी कि मेरा बच्चा तुझे सब मालूम है। अब ज़ीनत हरे रंग की बनारसी साड़ी और पूरी गहनों से लदी हुई थी। फिर मैंने धीरे से उनके होंठो को चूमा, उफ उनकी खुशबू ही क्या सेक्सी थी? और मेरे चूमते ही उनकी सिहरन और उनके सोने के कंगनो की टकराहट से छन की आवाज़ मेरे लंड को फौलादी बना गयी थी। फिर मैंने धीरे से उन्हें अपनी बाहों में लिया और उनके होंठो पर चूमना और अपनी जीभ से गीली चटाई शुरू कर दी। अब ज़ीनत सिहरकर मुझसे लिपट गयी थी और उसकी 38 साईज की चूचीयां मेरे सीने से दब गयी थी।

फिर मैंने उत्तेजना में उन्हें जकड़कर अपनी बाहों में मसल डाला। तो जीनत ने कहा कि सलमान मेरे दूल्हे धीरे करो बहुत दर्द होता है। फिर मैंने उनके गालों पर अपनी जीभ फैरनी चालू कर दी और फिर उनके ऊपर के होठों को चूमता हुआ, उनके नाक पर अपनी जीभ से चाट लिया। अब ज़ीनत उत्तेजित हो चुकी थी और सिसकारियां भरती हुई मुझसे लिपटी जा रही थी। अब में उनके चेहरे के मीठे स्वाद को चूसते हुए उनकी गर्दन को चूमने, चाटने लगा था और मेरे ऐसा करते ही वो सिसकारी लेती हुई मुझसे लिपटी जा रही थी। अब में ज़ीनत आपा के ब्लाउज के ऊपर से ही उनके बूब्स को दबाने लगा था। अब उनके मांसल बूब्स दबाने से वो सिहरने, सिकुड़ने और छटपटाने लगी थी, जिससे मैंने जोश में आकर उनका ब्लाउज फाड़ दिया और उसे अलग करके उनकी काली ब्रा भी उतार दी। उफ़फ्फ़ अल्लाह ने उसे क्या खूबसूरती से बनाया था? अब मेरा लंड तनकर पूरा खड़ा हो गया था और उनका सुडोल, चिकना, गोरा बदन, मेरी बाहों में सिर्फ़ साड़ी और पेटीकोट में था। 

अब उनके होंठो को किस करते हुए उनके मुँह का स्वाद और उनके थूक का मीठा और सॉल्टी टेस्ट मुझे मदधहोश कर रहा था। अब उनकी आहें भरने की सेक्सी आवाज़ और नंगे जिस्म पर आभूषण मेरे लंड के लिए एक वियाग्रा की गोली से कम नहीं थे। फिर वो उत्तेजना से सिसकारी भरते हुए बोली कि ओह सलमान 26 साल से तड़पति ज़ीनत पर ये क्या हुआ? मुझे मसल दो, मुझ पर छा जाओ, में मदहोश हूँ, मुझे अब और मत तड़पाओ, आओ मेरे राजा मेरी प्यास बुझा दो। अब उनकी हालत देखकर मैंने भी सोचा कि देर करना उचित नहीं है और उनको पूरा नंगा कर दिया, क्या मस्त माल था? थैंक यू अल्लाह, शुक्रिया। फिर मैंने सिर्फ़ गहनों में लदी ज़ीनत के पेट की अपनी जीभ से ही चुदाई कर डाली, सपाट पेट, लहराती हुई कमर, गहरी नाभि और बूब्स पर तनी हुई निपल्स, आँखे अधमुंदी चेहरा और गला मेरे चाटने के कारण गीला और शेव्ड हल्के ब्राउन कलर की चूत, केले के खंभे जैसी जांघे और गोरा बदन।

अब मेरा मन तो कर रहा था कि बस चूमता, चाटता रहूँ और अपनी बाहों में जकड़ कर मसल डालूँ और जिंदगी भर ऐसे ही पड़ा रहूँ और उफ क्या-क्या नहीं करूँ? और फिर अपनी जीभ उनकी चूत पर लगाकर उनकी चूत को चाटने लगा। तो वो उछल पड़ी और मेरे बालों को अपने हाथ में लेकर सिसकारी भरने लगी और बड़बडाने लगी कि सलमान में 10 साल से तेरे बड़े होने का इंतज़ार कर रही थी, मेरी 26 साल की कुँवारी चूत की प्यास तूने आज और भड़का दी है। फिर वो मेरी जीभ की मस्त चटाई में ही झड़ गई और मेरे बालों को कसकर पकड़कर मेरे होठों को चूसने लगी। फिर में उठकर उनकी जाँघो के बीच में आ गया और अपने मुँह में उनकी निपल्स लेते हुए अपनी एक उंगली उनकी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगा, लेकिन उनकी टाईट चूत बहुत सख्त और तंग थी और मेरी कोशिश पर आपा चीखने लगती थी, लेकिन बड़ी मुश्किल से मेरी 1-2 उंगली उनकी चूत में अंदर जा पाई।

फिर मैंने आपा से कहा कि एक बार दर्द होगा, लेकिन आप अगर बर्दाश्त करोगी तो सारी जिंदगी मस्ती ले पाओगी। फिर मैंने उनको चूमते हुए और बूब्स दबाते हुए अपना लंड उनकी चूत के मुँह पर सेट किया और उनको चूमता चाटता रहा। अब उनकी सुगंध से मेरा लंड जो कि अब 11 इंच लंबा और 4 इंच मोटा हो गया था, फंनफना कर ज़ीनत की चूत में घुसने की कोशिश करने लगा था। फिर बड़ी मुश्किल से मेरा लंड 2 इंच अंदर घुसा ही था कि जीनत की चीख निकल पड़ी, सलमान आईईईईईईईई दर्द उउउउइईईईईई हो रहा है और उनकी चीख से में और मदहोश हो गया और उनकी हथेलियों को अपनी हथेली से दबाते हुए उनकी चूत पर एक ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लंड 2 इंच अंदर घुस गया। अब दर्द से दोहरी आपा अम्म्म्मा अम्मी जान कहकर चीखने लगी और छटपटाने लगी थी। फिर मैंने उसकी चीखों की परवाह किए बिना एक ज़ोर का धक्का और मारा तो मेरा फनफनाता हुआ लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ 5 इंच अंदर घुस गया।

अब वो अम्मी अम्मी कहकर ज़ोर से चिल्लाने लगी थी और चीखने लगी थी, अम्मी मुझे मार डाला इसने, मेरा दूल्हा कसाई है, जालिम है, मार डालेगा मुझे आआईईईईई रे सलमान, प्लीज़ अपनी मुझ पर रहम कर, यह लोहे की रोड घुसा दी, में मर जाउंगी, आआई रे मेरे ज़नाज़े का इंतज़ाम कर लो आईईईई। फिर मैंने कहा कि अच्छा में 2 मिनट में बाहर खींच लूँगा और अब और नहीं फाड़ूँगा और धीरे से उन्हें सहलाने लगा और चूमने लगा और अपना लंड 2 इंच बाहर निकालकर फिर से एक ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ चूत की जड़ में समा गया। फिर जो वो चीखी, तो पूरी हवेली जाग गयी, लेकिन में उसे चोदता रहा, चोदता रहा।

फिर 10 मिनट की बेरहम चुदाई के बाद जब उसकी चीखे कम हुई और सिसकारी में बदलने लगी तो मैंने अपना लंड आधा बाहर कर लिया और अंदर बाहर करने लगा। फिर अचानक से आपा ने मुझे कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और झड़ गयी और मुझे चूमने लगी। फिर मैंने कहा कि कसाई कैसा है? तो आपा ने कहा कि अरे बड़ा जालिम है, लेकिन प्यारा और मस्त है, चोदो सल्लू मुझे चोदो, अपनी मौसी की लड़की को चोदो और फिर मैंने उसकी जमकर धुनाई करते हुई चुदाई की और उसको 3 बार और झड़ाने के बाद अपना रस उसकी चूत में ही डाल दिया। दोस्तों उस आनंद का अंदाज जो अपनी मौसी की लड़की को चोदेगा वही जान पाएगा। फिर उस रात मैंने ज़ीनत को 4 बार चोदा और जब वो सुबह लंगडाते हुए चल रही थी, तो आरसी ने मेरे पास आकर कहा कि पूरी हवेली को रातभर सोने नहीं दिया, ऐसा क्या कर डाला जीनत के साथ? तो मैंने कहा कि अगले महीने तेरी भी यही हालत करूँगा साली, तो आरसी ने कहा कि तो कर लेना, आओ तो सही, में चैलेंज देती हूँ तुम हार जाओगे, जीनत तो सीधी थी मीठी, नमकीन और कमसिन का मज़ा तो में ही दूँगी ।।

To be Continued

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पूरी हवेली को रातभर सोने नहीं दिया, ऐसा क्या कर डाला जीनत के साथ? तो मैंने कहा कि अगले महीने तेरी भी यही हालत करूँगा साली, तो आरसी ने कहा कि तो कर लेना, आओ तो सही, में चैलेंज देती हूँ तुम हार जाओगे, जीनत तो सीधी थी मीठी, नमकीन और कमसिन का मज़ा तो में ही दूँगी ।।

 

नवाबी खानदानी निकाह  Nawabi Khandani Nikah

 

नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah | Part 2

सुबह मुझसे मिलने रुकसाना आयी तो मैंने उसे पूरा हाल बताया ,, रुकसाना आप मुझसे पूरी खुली हुई थी मैंने सलमा और रिज़वान का हालचाल पुछा तो रुकसाना ने कहा रिज़वान  रात  भर सलमा को बेदर्दी से चोदता रहा और  सलमान  से  मेरी  आपा  ज़ीनत  की  चुदाई  का  बदला  लेना  है  और  ज़ीनत  और  सलमा  की  चीखो  से  पूरी  हवेली  गूँज  रही  थी .

जैसे  ही  रात  हुई  अब्बा  जान  और  ज़ीनत  के  अब्बा  और  मेरे  मामू  ने  मुझे  और  रिज़वान  को  बुलाया  और  कहा  कल  रात   जो  चीखने  चिल्लाने  की  आवाज़  आयी  थी  वह  नवाबी  तेहज़ीब  के  मताबिक  सही  नहीं  हैं  जो  भी  करो  नज़ाकत  को  देख  कर  करो . सारे   नौकर  नौकरानी  सुनते  है  और  बातें  बहार  जा  सकती  है .

हम  ने  सर  झुका  कर  आदाब  किया  और  कमरे  में  चले  गए , इतने  में  ही  लाइट  चली  गयी  और  घोर  अँधेरा  छा गया . में  भूल  गया  की  मुझे  ज़ीनत  के  रूम  में  जाना  है  और  अपने  रूम  में  चला  गया  और  रिज़वान  सलमा  के  पास  चला  गया .

दोस्तों  ज़ीनत  की  पर्सनल नौकरानी   हिन्दू  लड़की  हमारे  घर  में  ही  रहती  थी  और  उसका  नाम  लाज्जो  था . वह  ज़ीनत  के  साथ  ही  सोती  थी  और  क्योंकि  में  ज़ीनत  के  कमरे  में  सोनेवाला  था  इसलिए  वह  मेरे  रूम  में  सो  रही  थी .

में  जब  बिस्तर   पर  पंहुचा  तो  लाइट  आ  चुकी  थी  और  मेरे  बिस्तर  पर  लाज्जो  बेखबर  सोई  पड़ी  थी , उसका  बदन  गठीला , सुडोल  स्तन , पतली  कमर  और  ठिगना  कद  था  और  मादकता  से  लबरेज  21 साल  की  5’कद  की  इस  तरह  सोयी  थी  की  उसकी  साड़ी  जांघो  तक  और  पेट  साफ  दिख  रहा  था . एकदम  स्पंजी  कमर  मांसल  यौवन  देख  कर  मैंने  उसे  चोदने  का  मन  बना  लिया  और  कमरे  को  बंद  कर  उसको  चूमने  चाटने  लगा . जानबूझकर  भी  वह  अनजान  सोती  रही  और  मैंने  उसे  पूरा  नंगा  कर  दिया . उसकी  चुत  काली  पर  गद्देदार  थी  और  वह  शादी  शुदा  थी  लेकिन  उसका  पति  खेती  करने  के  लिए  गांव  गया  हुआ  था

जल्दी  से  मुझे  चोद कर     ज़ीनत  के  पास  जाइये  नहीं  तो  सबको  मालूम  पड़  जायेगा  ऐसा  कहते  हुए  वह  उठी  और  मुझे  अपने  लिप्स  और  जीभ  से  चाटने  लगी  . उसके  ऐसा  करने  से  मैं  जोश   में  भर  कर  अपने  लैंड  को  उसकी  चुत  में  घुसेड़  दिया , और  जैसे  माखन  की  टिकिआ  में  चाकू  जाता  है  उसी  सरलता  से  वह  अंदर  चला  गया . साहब  बेरहमी  से  छोड़िये  और  मज़ा  लूटिये . और  मेने  उसकी  बेरहमी  से  उछाल  उछाल  कर  चुदाई  की  और  उसने  भी  चूतड़  उठा  उठा  कर  चुदाई  का  मज़ा  लिया  और  अचानक  हम  दोनों  एक  दूसरे  की  बांहो  जकड़  कर  जन्नत  के  आनंद  का  मज़ा  लिए  और  मैंने  ढेर  सारा  वीर्य  उसकी  योनि  में  छोड़ा .

उठकर  तैयार  हो  कर  मैं    अपनी दुल्हन आप  के  पास  पहुंचा  तो  देखा  की  वह  सो  रही  थी . गोरी  सुष्मिता  की  तरह  आज  वह  चूड़ीदार  और  कुरता  में  थी  और  उसे  थकी  हुयी  सोते  देख  मुझे  उस  पर  प्यार  आया  और  धीरे  से  मैंने  उसकी  गोरी  पेशानी  चुम  ली . मेरे  स्पर्श  से  वह  जग  गयी  और  बड़े  प्यार  से  बोली  तुम  कब  आये  सलमान  मेरी  आँख  लग  गयी  थी . मैंने  पूछा  आपा  आपकी  तबीयत  कैसी  है  आज  आप  ठीक  से  चल  नहीं  प्  रही  थी . मैंने प्यार से उनके गुलाबी  होंठो को चूमते हुए पुछा क्या आपको अच्छा नहीं लगा वह धीरे से बोली अच्छा तो लगा  मजा भी बहुत आया पर दर्द बहुत हुआ और उन्हों मेरे होंठो को चुम लिया आराम से करो न मेरे राजा मैं पूरी तुम्हारी हूँ.  शरमाते   हुए  उसने  कहा  अपनी  दुल्हन  और  आपा   को  बड़ी  बेरहमी  से  किया  ,ऐसा  भी  करते  है  कोई , कल रात तुमने बहुत तंग किया आज  मैं   तुमसे  कुछ  भी  नहीं  करवाऊंगी.  देखो कैसे सूज गयी है. और मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चुत पर रख दिया. उसने पैंटी भी नहीं पहनी थी  चुत एकदम सूजी हुई थी मैंने प्यार से चुत सलवार की ऊपर से ही  को सहलाया  फिर मैं उसके होंठो  को चूमने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी  फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी और वह मेरी जीभ  को चूसने लगी.

फिर मैनी भी उसकी जीभ को चूसा. मेरी जीभ जब उसकी जीभ से मिली तो उसका शरीर सिहरने लगा  और वह झड़ने  लगी और मेरे हाथो को उनके चूक गीली गीली लगने लगी.  मैंने उनकी चुत को ऊपर से हो चूमा और बोला आज इसे थोड़ा आराम देता हूँ उसके बाद मैंने अपने हाथो के उसके मोमे दबाने लगा और तभी उनका निप्पल मुझे कड़ा सा महसूस हुआ तो मैंने अपनी उंगलियों से निप्पल को खींचा को आपा कराह उठी आआह मेरे राजा धीरे बहुत दुख रहे हैं. मैंने निप्पल को किस की और फिर उनके ओंठो को चूमा.   क्योंकि  मैंने  लाजो  की  जम  कर  चुदाई  की  थी  इसलिए  थका  हुआ  था  मैंने  कहा  आओ  आपा  अपनी  बांहो  में  सुला  दो  सुबह  चार  बजे  का  अलार्म  लगा देते है  अगर  तुम्हारा  मन  करे  तो  फिर  मेरे  को  करने  देना  और  हम दोनों एक दुसरे को चूमते हुए लिपट कर सो  गए .

अचानक  मेरी  नींद  खुली  करीब  रात  के  तीन  बजे  थे  ,आपा  मेरे  सीने  से  लिपटी  हुई  सो  रही  थी  और  बड़ी  प्यारी और मासूम  लग  रही  थी  ,उनको  देखते  ही  मेरा  संयम  टूट  गया  और  इस  दर  से  की  कहीं  मना   नहीं  कर  दे  मैंने  उन्हें  दबोच  कर  लिप्स  किस  करने  लगा , जिसका  की  उन्होंने  बड़ी  कामुक  और  मादक  अंदाज  में  जवाब  दिया   वह  नींद  से  भरी  बोली  सलमान  मेरी  आदत  मत  बिगाड़ो  , तेरी  चार  बीवी  है  और  में  सबसे  बड़ी  हूँ  मेरा  तो  नंबर  ही  नहीं  लगेगा , मैंने  कहाँ   आपा  इसकी  फ़िक्र  न  करे , आप  सबसे  सुन्दर ,गोरी  और  मेरे  से  5 साल  बड़ी  होने  के  बावजूद  मस्त  माल  हो . आपको  देखकर  तो  कोई  भी  पागल  हो  जाये  जैसे  की  मैं  हूँ आपको मालूम नहीं है मेरी क्या हालत है. मेरे मन आपको देखते हे बेकाबू हो जाता है तुम तो मेरे दिल की मल्लिक्का हो   उनकी गोल गोल बूब्स से भरी उसकी छाती और भरे भरे गालों के साथ उसकी नशीली आंखें मुझे नशे में कर रही थी। मैं उनको बोला आपके होठों की बनावट तो ऐसी थी, अगर कोई एक बार उनका रस चूसना शुरू करे तो रूकने का नाम ही न ले। और  फिर  मैंने  कहा  आपा  हमारे  खानदान में  गांड  मरने  की  रिवाज़  है  और  आप  चीखती  बहुत  हैं  इसलिए  अगर  आप  इज़ाज़त  दे  तो  आपकी  कलाई  में  रस्सी  बांधकर  आपको  उल्टा  कर  आपके  दोनों  हाथ  बीएड  पोस्ट  से  बांध  देता  हूँ  और  आपके  मुंह  को  कपडे  से  बांध  कर  आपकी  गांड  मर  लेता  हूँ .

मेरे  राजा  सलमान  पहले  मेरी  चुत  चोदो  फिर  जैसा  चाहे  वैसा  कर  लेना  लेकिन  धीरे  से  ताकि  दर्द  न  हो . मैं   उन पर चढ़ कर बेकरारी से चूमने लगा। और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट तक उसका लिप्स किस लेता रहा मैंने अपना हाथ उठाया और उनके बूब्स दबाने लगा, वो भी मेरा साथ देने लगी, मैंने उनकी चूड़ीदार सलवार कमीज अपने हाथों से उतार दी,

मै उनकी चुचियों को मसलने लगा, और वो मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें पुरे कमरे में गूंज रही थी, फिर मैंने उनके मोमो को चूसना शुरू कर दिया उनके मोमो कड़क हो गए थे और चुच्चिया कह रही थी हमे जोर से चूसो .. मैंने चूचियों को दांतो से काटा  आपा कराह उठी  आह यह आह आपा  कह रही थी धीरे मेरे राजा धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है उसके बूब्स अब लाल हो चुके थे  फिर मैंने उनकी नाभि को चूमा अपनी जीभ उनकी नाभि में डाल दी  आपा मस्त हो गयी और मेरे सर अपने पेट पर दबाने लगी आपा का पेट एकदम सपाट था कमर पतली और नाजुक  मैंने उनके एक एक अंग  को चाट डाला और   उनकी चूत पर हाथ फेरने लगा उन्हें जैसे करंट सा लगा और उन्होंने मुझे कस  कर पकड़ लिया और मुझसे लिपट गयी, उनका गोरा बदन सुर्ख लाल हो गया था. उनकी  चूत गीली होने लगी मैंने पुछा अब चूत कैसी है  उन्हों ने कहा तुम खुद देख लो तुम्हारे लिए तड़प रही है  मैंने उनकी चुत को चूमा उनकी खुशबू ने मुझे मदहोश कर दिया  मैं उनकी चूत को चाटने लगा, उनके चूत के रस में क्या गज़ब का स्वाद था,  आपा  बोली बहुत अच्छा लग रहा है बहुत आराम मिल रहा है .फिर उसकी चूत पर अपना मुँह रखते ही वो जोर से चिल्ला उठी आआहह, ओमम्म्मममम, चाटो ना जोर से, सस्स्सस्स हहा और मचलने लगी और अपनी गांड को इधर उधर घुमाने लगी। अब वो सिसकारियाँ मारने लग गई थी। अब वो अहाह, आहहह, आहहह कर रही थी। अब उसके ऐसा करने से मेरे लंड में भी सनसनी होने लगी थी। फिर मैंने अपनी पेंट खोली और अपना लंड उसके हाथ में थमा दिया। अब मेरा लंड तनकर पूरा 90 डिग्री का हो गया था। उन्होंने मेरा सारा कपड़ा अपने हाथों से निकाल दिया और मेरे लंड पकड़कर सहलाने लगी

 मैंने उसको उठाकर उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी, तो वो ज़ोर से चिल्लाई आहह अब लंड डाल दो, अब और इंतज़ार नहीं होता, प्लीज जल्दी करो ना, प्लीज आहहह। फिर जब मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली की तो वो मेरे लंड को ज़ोर से आगे पीछे करने लगी और ज़ोर से मौन करने लगी। उसकी चूत पूरी डबल रोटी की तरह फूली हुई थी।  अब में उन्हें ऊँगली  से  लगातार चोद रहा था और वो ज़ोर से मौन कर रही थी, ये तूने क्या कर दिया? अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है, जल्दी से चोद दो, मेरी चूत में आग लग रही है। अब वो ज़ोर-जोर से हाँफ रही थी और जैसे कोई कई मीलों से दौड़कर आई हो और आहह, एम्म, ओह, आआआआआआअ, डालो ना अंदर जैसी आवाजे निकल रही थी।

फिर मैंने उनकी  गांड के नीचे एक तकिया लगाया और उसके दोनों पैरों को फैलाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया। अब जब मेरे लंड का सुपड़ा ही उसकी चूत में गया था तो वो ज़ोर से चिल्लाने लगी कि नहीं मुझे छोड़ दो, नहीं में मर जाउंगी, अपना लंड बाहर निकाल लो, लेकिन मैंने उसे अनसुना करते हुए एक ज़ोर का धक्का लगाया तो वो और ज़ोर से चिल्लाई। फिर मैंने उसके लिप्स पर किस करते हुए उसके मुँह को बंद किया और अपने धक्के लगाता गया। अब वो झटपटा रही थी और अपने बदन को इधर से उधर करने लगी, लेकिन में नहीं माना। अब में धक्के पे धक्के लगाए जा रहा था और अब उसकी आँखों से आसूँ निकल रहे थे। एक जोर का झटका लगाया, एक ही झटके में पूरा लंड उनकी चूत के अंदर चला गया, उनकी आह निकल गयी,

फिर में कुछ देर के लिए उसके ऊपर ही पड़ा रहा तो कुछ देर के बाद वो शांत हुई अब में उसके बूब्स को चूसने लगा था और अपने एक हाथ से उसके बालों और कानों के पास सहलाने लगा था और फिर कुछ देर के बाद मैंने उसके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया तो कुछ देर के बाद वो फिर से गर्म हो गई। फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाना शुरू किया तो पहले तो वो चिल्लाई, लेकिन फिर कुछ देर के बाद मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है। फिर वो बोली कि हाँ बहुत मज़ा आआआआ रहा है, इस चूत का इलाज सिर्फ तुम्हारी चुदाई है ..हाईईईईई, म्‍म्म्मम और फिर वो जोर-जोर से चिल्लाने लगी। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब वो पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी अआह्ह्ह आाआइईई और करो, बहुत मजा आ रहा है। अब वो इतनी मस्ती में थी कि पूरा का पूरा शब्द भी नहीं बोल पा रही थी। अब में अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाता जा रहा था हाआअ, राआआआआजा, आईसीईई, चोदो और जोर से चोदो। आज मेरी चूत को फाड़ दो, आज कुछ भी हो जाए लेकिन मेरी चूत फाड़े बगैर मत झड़ना, आआआआ और ज़ोर से, उउउईईईई माँ, आहह हाँ, अब ऐसे ही वो मौन कर रही थी।

फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वो भी अपना पानी छोड़ने वाली थी, अब वो नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी आहहहहहह और चोदो मेरी चूत को, आज मत छोड़ना, इसे भोसड़ा बना देना और फिर कुछ देर के बाद वो बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ। और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वो भी कुछ देर के बाद झड़ गई।

 फिर वो अचानक से चिल्ला भी नहीं सकी, क्योंकि उसका मुँह मेरे मुँह में था और में उसको ज़ोर-ज़ोर से किस करता गया और धक्के लगाते गया। तभी वो बोली कि आज फाड़ डाल मेरी चूत को, वो तुम्हारे जैसा ही लंड मांगती है। फिर वो कुछ नहीं बोली। अब में उसे लगातार धक्के लगा रहा था और फिर में ऐसे ही 15-20 मिनट तक उसको उसी पोज़िशन में चोदता गया। फिर अब उसे भी मज़ा आने लग रहा था, अब वो भी अपने कूल्हे उछाल-उछालकर मुझसे चुदवा रही थी। अब मैंने उसे और ज़ोर-जोर से चोदना शुरू कर दिया था। फिर थोड़ी देर के बाद वो फिर  झड़ गयी और शांत पड़ गयी।

मैं उनको चूमता रहा और उनके बूब्स को सहलाता रहा  फिर मैंने कहा इस बार आपा आप ऊपर आ जाओ फिर में उनके नीचे और आपा मेरे ऊपर थी। मेरे तनकर खड़े लंड पर धीरे धीरे अपनी चूत दबाकर लंड को अंदर घुसा रही थी। दोस्तों आज पहली बार में उसकी चूत की चमड़ी को अपने लंड की चमड़ी पर रगड़ते हुए देख रहा था और में आपको बता नहीं सकता कि मुझे उस समय कितना मज़ा आ रहा था। वो मेरे लंड पर धीरे से उठती और फिर नीचे बैठ जाती जिसकी वजह से लंड अंदर बाहर हो रहा था और वो खुद अपनी चुदाई मेरे लंड से कर रही थी और बहुत मज़े कर रही थी । सच कहो आपा बहुत मादक लग रही थे उनके रेशमी सुनहरी बाल चारो तरफ फ़ैल गए थे आपा उन्हें पीछे करते हुए मेरी छाती पर अपने हाथ रख देती थी   

मैंने भी अपने चूतड़ उठा कर उनका साथ दिया.. मेरा लंड उनकी चूत  के अंदर पूरा समां जाता था तो दोनों के आह निकलती थी .फिर मेरे हाथ उनके बूब्स को मसलने लगे  फिर मैं उनकी चूचियों को खींचने लगता था तो आपा सिहर जाती थी और सिसकने लगती थी .. उसके बाद आपा मेरे ऊपर झुक गयी और हम लिप किस करते हुए लय से चोदने में लग गए.. मैं   आपा को बेकरारी से चूमने लगा। और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी  फिर  मैंने  ज़ीनत  आपा   की  जम  कर  चुदाई  की  और  उनको  जन्नत  की  सैर  कराइ ।   फिर थोड़ी देर के बाद वो फिर  झड़ गयी ।

फिर मैंने उसको घोड़ी बना दिया।  और अब मैंने उसकी चूत में पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरू किया  मुझे लगा पीछे से लंड ज्यादा अन्दर तक गया और पहले से ज्यादा मजा आया.  आपा भी मस्ती में गांड आगे पीछे कर मेरा साथ देने लगी उनका चिलाना एकदम बंद हो गया. और फिर में उसे लगातार धक्के देकर चोदता रहा। बीच बीच में पीछे से उनके मोमो पकड़ कर दबाता रहा जब मैं उनके मोमे दबाता था तो वह मुँह पीछे कर मुझे किस करने को कहती थी और मैं उनके लिप्स चूसने  लगता करीब 25 मिनट तक लगातार उसको उस पोज़िशन में चोदा उनकी हालत बुरी थी वह कई बार झड़  चुकी थी

आपा निढाल हो कर लेट गयी  मैं उनको प्यार से सहलाने लगा और किस करने लगा और बोला आपा क्या आपको मजा आया दर्द तो नहीं हुआ.  आपा बोली बहुत मजा आया. मेरे  दुखती चूत का इलाज तुम्हारे लंड की चुदाई ही है . चूत बुरी तरह से सूज चुकी थी .. लेकिन मैं एक बार भी नहीं झडा था और लंड तनतनय हुआ खड़ा था. आपा ने लंड को सहलाते हुए कहा आज क्या बात है  मैंने कहा आज इसका ये गांड मारे बिना नहीं रूकेगा  आपा शर्मा कर सिकुड़ गयी और मुझसे लिपट गयी  

फिर थोड़ी देर बाद आपा ने  मुझसे कहा कि तुम मेरे हाथ पैर दोनों को बांध दो और फिर मेरी जमकर मेरी गांड की चुदाई करो, में आज तुम्हे नहीं रोकूंगी। और  फिर  उनके  हाथ  बांध  कर  मुंह  पर  सलवार  बांध  दी  और  खूब  देर  तक  उनकी  पीठ  पर  चुम्बन  करते  हुए  बॉडी  लोशन  उनकी  प्यारी  बिन  बालों  वाली  गोरी  गांड  पर  लगाया  और  उसके  पहले  मैंने  उनकी  मांसल  गोरी  चूतड़ों  की  जम  कर  जीभ  से  चटाई  की  और  दन्त  से   हलके  हलके  कटा  भी  और  आपा  मस्त  हो  उठी  और  मैंने  टनटनाया  हुआ 9 इंची   लोडा उनकी  गांड  में  दे  डाला  और  पहच  की  आवाज़  के  साथ  खून  के  फुव्वारे  छूटे  और  एक  ही  धक्के  में  लंड समां  गया  . क्योंकि  उनका  मुंह  बंधा  था  बेचारी  केवल  पाऊँ  पटक  सकती  थी  जिन्हे  मैंने  अपने  हांथो  से  जकड  रखा  था  और में अब लगातार धक्के देकर चोदता रहा और  फिर  ३०  मिनट  उस  नाज़ुक  गांड  की  लगातार चुदाई  के  बाद हम दोनों झड़ गये।  

में  धन्य  हो  गया .  क्या  गद्देदार  चूतड़  थे , नरम मुलायम  गोरी  चमड़ी  जो लाल सुर्ख हो गयी थी और  सख्त  टाइट  मांस  और  बस  मत  पूछो  यार  मज़ा  आ  गया .  आपा का शरीर पर कई नील पड़ गए थे और बचपन  में  आपा  बहुत  मरती  थी  मैंने  जवानी  में  दूल्हा  बनकर  आज  सारा  बदला  ले  लिया  और  फिर  उनको  प्यार  से  सहलाते  हुए  उनका  हाथ  और  मुंह  खोल  दिया . और उनके लिप्स पर किस किया और कहा आय  लव यू आपा आपको चोद कर मैं धन्य  हो गया  रट  और  सिसकते  हुए  बहुत  प्यारी  लग  रही  थी  लेकिन  मुझसे  गुस्सा  थी  और  बोली  जाओ  हम  तुमसे  अब  कभी  नहीं  छुड़वाते  कोई  ऐसे  भी  अपनी  खला  की  लड़की  को  चोदता  है . उसकी आँखो से आंसू आ गये, लेकिन मुझे  उनके चेहरे पर संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी।

सुबह  ज़ीनत  को  डॉक्टर  को  दिखाया  गया  और  लेडी  डॉक्टर  ने  सलमा  और  ज़ीनत  के  लिए  3 दिन  चुदाई  बंद  का  हुकम  दे  दिया .

To be Continued

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दोस्तों  मैं सलमान मेरी पहली कहानी भाग १-२  में आपने मेरे ज़ीनत आपा के साथ निकाह के बाद सुहागरात की दास्तान पढ़ी अब आगे..

 

नवाबी खानदानी निकाह  Nawabi Khandani Nikah 2

 

नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah | Part 3

जैसा की मैंने पहले कहानी में बताया मेरे मामू के बेटे रिज़वान का निकाह मेरी  आपा  रुकसाना के साथ हुआ लगभग एक महीने पहले ही हुआ था .. मैं थोड़ा सा रुकसाना के बारे में बताता हूँ .. उसकी उम्र २३ साल की है रंग गोरा  बाल सुनहरी और फिगर मस्त ३६ २४ ३६ है  वह इतनी गोरी है के अँगरेज़  मेम जैसी लगती है.. उसकी कमर बेहद पतली और नाज़ुक है उसके गुलाब की पंखुड़ी जैसी होंठ नाज़ुक होटों के नीचे काला  तिल !और आवाज़ बहुत मीठी है .. उसकी एक झलक जो देख ले वह दीवाना हो जाता है  देखने में बिलकुल मुमताज़ लगती है
 
जब लेडी डॉक्टर ने मेरी शादी के दुसरे  दिन बाद  सलमा  और  ज़ीनत  के  लिए  3 दिन  चुदाई  बंद  का  हुकम  दे  दिया . तो मैं और रिज़वान दोनों  जल बिन मछली की तरह तड़पने लगे  ज़ीनत और सलमा को डॉक्टर से दिखने के बाद हम दोनों बैठक में बैठ कर बात कर रहे थे .. मैंने रिज़वान से कहा भाई रुकसाना कह रही थी के आप ने रात भर  सलमा आपा  को बेदर्दी से चोदा  क्योंकि मैंने  आपा  ज़ीनत  की बुरी तरह से  चोदा है और आपने सलमा से  चुदाई कर  बदला  लिया .. रिज़वान बोला भाई सलमा आपा है ही इतनी हसीं कमसिन के उसको कस कर चोदे बिना अब रहना मुश्किल है  मैंने भी कहा हाँ भाई हमारी बहने और कजिन इतनी मस्त हैं की जो भी उनको एक बार देख ले वो  पागल  हो  जाये.. फिर मैंने कहा रिज़वान भाई तुम्हारी तो रुकसाना से शादी पहले हो गयी थी तुम तो आज रात उसको चोद कर काम चला लोगो  मेरी चार बीविया होने के बावजूद आज रात तो सूखा ही सोना पड़ेगा.  क्योंकि आरसी, रुक्सर और ज़ूनी के साथ तो मेरी सुहागरात में अभी एक महीने का टाइम है.
 
इस पर रिज़वान बोला भाई सलमा जो की २१ साल की थी वह भी बला की  ख़ूबसूरत है. उसे देख मेरा लंड बेकाबू हो गया. सलमा का भी रंग दूध जैसा गोरा, इतना गोरा के छूने से मैली हो जाए .  बड़ी बड़ी काली मदमस्त आँखे   गुलाबी  होंठ  हलके भूरे रंग के लम्बे बाल, बड़े बड़े गोल गोल बूब्स. नरम चूतड़,  पतली कमर, सपाट पेट, पतला छरहरा बदन और फिगर ३४ २४ ३६ था. कद ५ फुट ५ इंच था दिखने में एकदम माधुरी  जैसी थी  आवाज़ मीठी कोयल  जैसी .. मेरा तो मन ही नहीं लगता अब उसके बिना फिर मैंने कहा रिज़वान भाई कम तो रुखसाना आपा भी नहीं है  पर उसके साथ निकाह के बाद तो आपका ऐसा हाल नहीं था..

तो रिज़वान ने कहा मेरे हाल तो रुकसाना से निकाह के बाद भी ऐसा ही था और कल तो सलमा के साथ मेरा लंड शांत  होने का नाम ही नहीं ले रहा था.. रिज़वान  जो मेरी हमउम्र था बोला सलमान भाई अपने खानदान के परंपरा के अनुसार मुझे पहले से ही पता था के रुकसाना  सलमा और फातिमा मेरी ही होंगी. क्योंकि खानदान में तुम्हारे सिवा और कोई लड़का तो है नहीं इसलिए इन तीनो कजिन  का निकाह मुझसे ही होगा और तीनो की खूबसूरती और नजाकत का मैं  कायल था और मन ही मन तीनो को बहुत चाहता था  फिर वह बोला मेरा बस चलता तो कब का तीनो को चोद देता.  फिर बोला मुझे ये भी पता था की ज़ीनत और आरसी का निकाह सलमान तुमसे ही होगा .. सिर्फ मन में यही संशय था के रुक्सार और जून किसको मिलती हैं   तुम्हे या फिर मुझे.  तुम यार किस्मत वाले हो तुम्हे चारो मिली.  मुझे तुमसे कोई गिला नहीं है  और उसने मुझे मुबारकबाद दी  . .   फिर रिज़वान मुझे रुकसाना आपा के साथ अपनी  सुहागरात का किस्सा सुनाने लगा
 
रिज़वान बोला "  मैं निकाह में  सजी धजी रुकसाना को निकाह के जोड़े में देख कर दीवाना हो गया था. और उसकी एक झलक के लिए बेकरार था.  मैं बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था के कब रुकसाना मेरे पास आएगी.  थोड़ी देर बाद लगभग ११ बजे मेरी बहने ज़ीनत और आरसी गहनों और  फूलों से सजी धजी रुकसाना को मेरे फूलों से सजे कमरे में ले हमारी सुहागरात के लिए आयी और मुझे छेड़ने लगी है भाई आराम से करना हमारी भाभी बहुत नाजुक हैं.  वह हँसते हुए रुखसार को मेरे पास छोड  कर दरवाजा बंद कर बहार चली गयी.
 
रुकसाना ने लाल लेहंगा चोली चुनरी और ढेर सारे गहणे पहने हुए थे. और साथ में गजरा और फूलों से श्रृंगार  किये हुए स्वर्ग से आयी हुई अप्सरा लग रही थी. मेरा तो लंड उसे देख कर बेकाबू हो गया और मेरी हालत काम रोग से ग्रस्त हो गयी.  रुकसाना बिस्तर  के पास शर्मायी हुई अपने पैरो की तरफ देख रही थी.  उसने हल्का सा घूंघट किया हुआ था.  उसका चेहरा शर्म  और आगे जो होने वाला था वह सोच कर  लाल हो रहा था. वह थोड़ी सी घबराई हुई थी.. मैं थोड़ा सा आगे होकर  और उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया और उसको बेड पर ले गया .. या खुदा !! उसका नरम गर्म हाथ पकड़ते ही मेरे तनबदन की आग और भड़क गयी और मेरा लंड  सनसनाता  हुआ पूरा १० इंची बड़ा हो गया और सलामी देने लगा.

बेड पर बैठ कर हमने अपनी शादी की बात करि और अपने आगे के सपनो के बारे में बाते करि .. वह पूनम की चांदनी रात थी और कमरा चांदनी से नहाया हुआ था. रुकसाना के आने से मानो कमरा पूरा रोशन हो गया था.  हमारी बातो में लगभग एक बज गए. और रुकसाना आपा मेरे साथ थोड़ा सहज हो गयी थी.

मैंने रुकसाना आपा  की तारीफ  करना शुरू कर दिया.मैंने  कहा रुकसाना आपा  बहुत सुन्दर हो आप मेरे सपनो की रानी हो जब से मैं जवान हुआ हूँ और आप को देखा है तब से आप से बहुत प्यार करता हूँ और आप  को पाना चाहता था. आज अल्लाह के करम से आप मेरी हो गयी हैं. .. वह और भी शर्माने लगी और मेरे बहुत कहने पर मीठी आवाज़ में बोली मैं भी जब से जवान हुई हूँ तब से आप को प्यार करती हूँ.  फिर मैंने  अपनी जेब  से निकाल  कर एक हीरे का हार उनको अपनी  शादीशुदा  जिंदगी  के पहले नज़राने के तौर  पर दिया. वह बोली  आप ही पहना दीजिये और उसके गहने खड़कने लगे.
 
मैंने उसे हार पहनाया फिर धीरे से उसका घूंघट उठा दिया दूध जैसी गोरी चिट्टी लाल गुलाबी होंठ नाज़ुक होटों के नीचे काला तिल ! नाक पर बड़ी  नथ, मांग में टिका बालो में गजरा उसका चेहरा नीचे को झुका हुआ था इतनी सुन्दर दुल्हन देख मेरे मुँह से निकला वाह !! तुम तो  क़यामत हो मेरी जान मेरा लंड फुफकारने लगा...  मैंने धीरे से उसके चेहरे को ऊपर किया रुकसाना आपा की आँखे बंद थी .. इतनी सुन्दर दुल्हन मुझे अता फरमाने के लिए मैंने अल्लाह का शुक्रिया अदा  किया और बोला  मेरी जान अपनी आँखे खोलो और अपने दूल्हे को देखो  उसने आँखे खोली और हलकी से मुस्करायी  मैंने उसका ओंठो पर एक नरम सा चुम्बन ले लिया  .. ये उसका पहला चुम्बन था  वह फिर शर्मा कर सिमट कर मुझ से लिपट गयी. मैंने रुकसाना को अपने गले लगाया और पीठ पर हाथ फिरा कर पुछा उसकी पीठ बहुत चिकनी थी मैंने पुछा क्या तुम्हे मालूम है शोहर बीबी सुहागरात में क्या करते है?. उसने अपना सर हाँ मे हिलाया और  मुझसे और कस का लिपट गयी.

मेरे हाथ ने महसूस किया  उसने बैकलेस चोली पहनी हुई थी जो सिर्फ दो डोरियों से बंधी हुई थी और ब्रा नहीं पहनी हुई थी फिर मेरे फिसल हाथ  की कमर तक पहुँच गए थे.. क्या चिकनी नरम और नज्जुक कमर थी  मैंने फिर  पुछा क्या तुम थकी हुई तो नहीं हो सोना तो नहीं चाहती? उसने न में सर हिलाया . मेरे हाथ फिसल कर उसकी गांड पर पहुँच गए थे उसने लेहंगा अपनी नाभि की नीचे और चूत के ऊपर पहना हुआ था उसकी गांड की दरार को मैंने मह्सूस किया.आअह्ह्ह उसकी सिसकी निकल गयी . मैंने फिर पुछा क्या तुम त्यार हो उसने हाँ में सर हिलाया और धीरे से बोली इस रात का इंतज़ार तो हर लड़की करती है. मेरे सपनो की रानी मेरे साथ थी दुल्हन बन मेरे से चुदने  को त्यार मैंने फिर आपा से कहा  आप  सबसे  सुन्दर ,गोरी    मस्त  माल  हो . आपको  देखकर  मैं तो दीवाना हो गया हूँ  मैंने हल्की सी आवाज में ‘ आई लव यू  आपा ‘ आपको मालूम नहीं है मेरी क्या हालत है. मेरे मन आपको देखते हे बेकाबू हो जाता है तुम तो मेरे दिल की मल्लिक्का हो..मैं उनको बोला आपके गुलाबी नरम गुलाब के पंखुरियों जैसे होठों का रस चूसना शुरू करे तो रूकने का नाम ही न ले। मैंने आज तक तुम जैसी सेक्सी लड़की नहीं देखी !
 
मैंने फिर उसको अपने से हल्का सा दूर किया हाथो से उसका चेहरा ऊपर किया और होंठो पर एक लम्बी किस की उसकी आँखे बंद थी  मैंने उसके होंठो को छोड कर चेहरा ऊपर किया तो आपा ने आँखे खोली और मुस्करायी मैं  फिर मैं उसके होंठो  को चूमने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी  फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी और वह मेरी जीभ  को चूसने लगी. फिर मैंने  भी उसकी जीभ को चूसा. मेरी जीभ जब उसकी जीभ से मिली तो उसका शरीर सिहरने लगा. फिर मैंने अपने होंठ उसके होंठो से अलग किये हम दोनों मुस्कराये और फिर बेकरारी से लिप्प किस करने लगे  और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट तक उसका लिप्स किस लेता रहा वह मेरा लिप किस में भरपूर साथ दे रही थी

और उनके होटों के नीचे वाले काले तिल को अपने दाँतों में बुरी तरह दबोच लिया और चूसने लगा। आपा को दर्द हो रहा था मगर आपा  मुझ से भी ज्यादा प्यासी थी, उसे दर्द में भी मज़ा आ रहा था। हम लोग एक दुसरे को किस करने लगे थे. मैंने आपा की  मेरी पींठ, कमर पर अपनी उंगलियाँ फेरनी शुरू कर दी थीं. मेरे हाथ उनके कन्धों पर थे और वह मुझको अपनी और धकेल रही थी.

मैंने महसूस किया की आपा की जीभ मेरे होंठों में से मेरे मुह में अन्दर जाना चाह रही थी. मेरे होंठों को खोलती हुयी जीभ मेरे मुह में चली गयी और उसी बीच मेरे  हाथ उनके चोली  पर से होते हुए आपा की पीठ  कमर पर होते हुए उनके स्तनों पर पहुँच गया. मेरा  हाथ  चोली के ऊपर से स्तनों को दबा रहा था. आपा की आँखें पूरी तरह से बंद थी. वह मेरे  हर प्रयास को अनुभव कर रही थी और उसका पूरा मजा ले रही थी.
 
जब मैंने उसके कपडे उतारने शुरू किये तो आपा बहुत उत्तेजित थी, कि आज वह पहली बार किसी लड़के के सामने बिना कपडों के होने वाली थी. और तो और आज एक पुरुष को पूर्ण नग्न देखने का मौका मिलने वाला था.

फिर धीरे  से  मैंने  उसकी  गोरी  पेशानी  चुम  ली  और धीरे से उसकी चुनरी हटाने लगा . उसने भी मुझे चुनरी हटाने में मदद करि   उसका रूप धीरे धीरे मेरे सामने आने लगा था.  वाह क्या रूप था मैं तो एकदम सन्न देखता रह गया ..गोरी चिट्टी कमसिन तीखी नैन नक्श. मुमताज़ का चेहरा. ..मेरा लंड तो फुफकारने लगा ..  मैंने रुकसाना को कहा रुकसाना आपा आप मुझे बिलकुल मुमताज लगती हैं  तो वह बोली मेरे शाहजहां  मैं आपकी मुमताज ही हूँ   आप आगे से मुझे मुमताज ही कहें ..

अब मैंने  उसका मांग  टिका हटा दिया और  धीरे  से  मैंने  उसकी  गोरी  पेशानी  चुम  ली . उसकी नशीली आंखें मुझे नशे में कर रही थी। फिर मैंने उसकी दोनों  नशीली आँखों पर एक चूमा दिया. फिर मुमताज का नाक को चूमा तो वह सिहर उठी .. फिर मैंने उसके गालो पर चुम्बन  किया वह हलके हलके खुलने और मुस्कराने लगी  मैंने फिर उसके गालो को चाटा. बहुत मोठा स्वाद था  फिर मैंने ऊपरी होंठ पर किस किया और उसको धीरे धीरे चूसा  आअह्ह्ह उसकी सिसकी निकल गयी और उसका शरीर सिहरने लगा फिर मैंने निचला होंठ चूमा  और चूसा. फिर मैं उसके होंठो  को चूमने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी  . और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था। कम से कम 15 मिनट तक उसका लिप्स किस लेता रहा वह मेरा लिप किस में भरपूर साथ दे रही थी फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी और वह मेरी जीभ  को चूसने लगी. फिर मैंने  भी उसकी जीभ को चूसा मेरी जीभ जब उसकी जीभ से मिली तो उसका शरीर सिहरने लगा. आपा मुझसे कस कर लिपट गयी.. मेरे हाथ अब उनके  मोमो पर जा चुके थे  मैंने ऊके गोल गोल बूब्स को पहले सहलाया फिर चोली के ऊपर से ही दबाया.  मैंने महसूस किया उसके अनछुए बूब्स बहुत नरम मुलायम गोल और सुडोल थे.. तभी मेरा हाथ को उसके निप्पल कड़क मह्सूस हुए और लगा कबूतर आज़ाद होना चाहते हैं   मैंने चोली के ऊपर से ही उसके बूब्स  को चूमा और निप्पल्स को चूसा और उसके गले में पहने गहनों को उतार  दिया. जहाँ जहाँ के गहने उतरे मैंने वहां किस किया. बिच बिच में मैं उसकी मदहोश आँखों  में देकता  था तो वह मुस्करा देती थी  मेरे एक हाथ  उसकी पीठ पर था  ..
 
मैंने चुनरी के एक पल्लू को लहंगे और एक कंधे  से हटाया और वो एक तरफ गिर गया, अब चुनरी  एक कंधे पर थी साथ ही चुनरी का दूसरा हिस्सा जो लहंगे में घुसा हुआ था होता है, वह मेरे सामने लहंगे और चोली में थी.और चुनरी आधे बदन पर थी क्या क़यामत का नज़ारा था. लंड फिर संसानने लगा मैंने आपा को एक बार फिर से अपनी बाहों में भर लिया और हम दोनों एक दुसरे की आँखों में देखने लगे
 
उनकी चोली  जिसमे उनके स्तन पूरी तरह फिट थे और बाहर आने को आतुर थे.  उसकी चोली स्लीव लेस थी मैंने उसकी चोली   के ऊपर की डोरी खोल दी और उसके कंधो और बाँहों  पर किस करने लगा. उसके बाद नीचे की भी डोरी खिंच कर चोली की अलग कर दिया और कबूतर अज़्ज़ाद कर दिए . रुकसाना आपा शर्मा कर बाहों से छुपाने लगी और मुझसे लिपट गयी . मैंने धीरे से उसको अलग किया अभी भी उनके स्तन लाल चुनरी से ढके हुए थे मैंने धीरे उनके हाथ हटाए और चुनरी कंधे से हटाई  और छातियों को हाथो  से पकड़ लिया और जोर से दबाने लगा  दोनों बूब्स  एक दम लाल हो गए ..  फिर मैंने उनके निप्पल्स को पकड़ लिया और मसलने लगा दोनों  बूब्स एक दम नरम मुलायम गोल सुडोल थे  रुखसाना के पिंक गुलाबी चुचुक (निप्पल) उत्तेजना से खड़े हो चुके थे. मेरे  हाथों ने उनके  स्तनों को अपनी हथेलियों में भरा और उन्हें किस करने लगा . मैंने स्तनों को सहलाना शुरू कर दिया. हम दोनों की साँसे तेज तेज चलने लगी.
 
मैंने अपना कुत्ता उतार दिया और रुकसाना को अपनी छाती से लगा लिया और अपनी बाँहों में जकड लिया  उसके नरम मुलायम बूब्स का मेरी छाती  से दबने लगे  मैं अपने आनंद को बयां नहीं कर सकता ,, मैंने रुकसाना  का मुँह चूमा और  लिप किस करि. फिर मैं उनके निप्पल के साथ खेल रहे था . मैं उसके  स्तनों को देखे जा रहे था और उसका दिल जोर जोर से धड़क रहा था. मैंने एक निप्पल अपने मुह में रखा और उसे चूसने लगा . अल्लाह ….नहीं बता सकता  की उस पल क्या अनुभूति हुयी. फिर उन्होंने दुसरे निप्पल को किस किया और उसे भी चूसना शुरू कर दिया. उसने अपना सर उत्तेजना और आनंद के मारे पीछे की और कर लिया थी. मैंने चूचियों को दांतो से काटा  आपा कराह उठी
 
मै उनकी चुचियों को मसलने लगा, और वो मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें पुरे कमरे में गूंज रही थी, फिर मैंने उनके मोमो को चूसना शुरू कर दिया उनके मोमो कड़क हो गए थे और चुच्चिया कह रही थी हमे जोर से चूसो .. मैंने चूचियों को दांतो से काटा  आपा कराह उठी  आह यह आह आपा  कह रही थी धीरे मेरे राजा धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है उसके बूब्स अब लाल हो चुके थे
 
मैं बार बार बाएँ और दायें निप्पल को चूसना जारी करे रहे जब तक की उसके पूरे शरीर में एक आग सी न लग गयी. पहली बार कोई ऐसा उसके साथ सम्भोग कर रहा था. तभी पता नहीं क्या हुआ, उसके  शरीर में एक उफान सा आया और वह  निढाल सी हो गयी और मैंने पहली बार उसकी छूट को छूआ मुझे  योनी में गीलापन सा महसूस हुआ. वो उसका पहला ओर्गास्म था उस सुहागरात में और उसे लगा कि उसने  पैंटी में पेशाब कर लिया है. आपा बहुत शर्मिंदगी महसूस करने लगी.

मैं समझ गया  और  पुछा, “क्या हुआ, क्या तुम्हे ओर्गास्म हुआ ?”
 
“यह क्या था? मुझे लगा कि मेने पेशाब कर दिया.”, आपा के  पूछा.
 
“नहीं..तुम्हे जरूर ही ओर्गास्म हुआ होगा..”, मैंने  जवाब दिया.
 
 अब तो मेरे लिए रुकना असंभव हो गया मुझे जल्दी से जल्दी अपना वीर्य निकलना था. फिर सोचा रुकसाना मुँह में तो लेगी नहीं इसलिए इसे अब जल्द ही छोड़ कर इसका कुंवारा पण भंग करना पड़ेगा
 
फिर  मेरे हाथ  स्तनों पर से अपने हाथ नीचे की और बदाये और लहंगे पर पहुँच गए. मैंने लहंगे का  नाडा खोल दिया और  मेरी उँगलियों का उसकी पैंटी पर स्पर्श हुआ  वह गीली थी और मेरे बदन में सिरहन दौड़ गयी. मैं उसकी कमर पर किस करने लगा  और फिर मैंने उनकी नाभि को चूमा अपनी जीभ उनकी नाभि में डाल दी  आपा मस्त हो गयी और मेरे सर अपने पेट पर दबाने लगी आपा का पेट एकदम सपाट था कमर पतली और नाजुक  मैंने उनके एक एक अंग  को चाट डाला और   उनकी चूत पर हाथ फेरने लगा उन्हें जैसे करंट सा लगा और उन्होंने मुझे कस  कर पकड़ लिया और मुझसे लिपट गयी, उनका गोरा बदन सुर्ख लाल हो गया था.  और फिर पैंटी पर भी किस किया. मैंने उसके  हिप्स को पकडा और अपने चेहरे को पैंटी से सटा डाला और उसे चूमने लगा . मैंने  धीरे से अपनी उंगलियाँ पैंटी के इलास्टिक में डाली और धीरे धीरे उसे नीचे करना शुरू कर दिया. और  पैंटी उतर फेंकी  उसकी चुत पर कोई बाल नहीं था अच्छी तरह से उसने अपने चूत साफ़ करि  थी . रुकसाना ने अपनी चूत से बाल साफ़ किये हुए थे वह थोड़े गुलाबी रंग की थी और गीलेपन  की कुछ बूंदे साफ़ दिख रही थी रुकसाना की कमसिन कमर बल खा रही थी .. मेरी हालात भी ख़राब हो चली थी
 
अब आपा मेरे सामने बिलकुल नंगी थी सिर्फ उनके नाक में नथ थी, बालो में गजरा कमर में कमरघनी  हाथो में चुडिया  और पांव में पायल उनका एक एक अंग  बहुत सुन्दर है  फिर मैंने अपना  पायजामे का नाडा खोला और आपा ने  मेरा पायजामा अपने हाथों से निकाल दिया  फिर मेरे  कहने पर आपा ने अपना हाथ मेरे  अंडरवियर पर रखा और…और..आपा ने  मेरा कठोर लिंग पकडा.  अब मेरा १० इंची लम्बा ३ इंची मोटा लंड तनकर पूरा 90 डिग्री का हो गया था।और मेरे लंड पकड़कर सहलाने लगी  और अपनी उँगलियों में लपेट लिया. वो बहुत बड़ा था. आपा बोली रिज़वान क्या ये मेरे अंदर जा पायेगा .ये मेरी चूत फाड्  तो नहीं देगा   मैं बोला नहीं मेरी रानी ये तो तुम्हारा आशिक़ है  और हमारे प्यार और आनंद का औज़ार है  इसी से तो हम दोनों के प्यार के मजे मिलिंगे.  मैंने उन्हें उसे प्यार करने को कहा  पहले तो वह घबराई फिर मेरे कहने पर लंड पर एक मीठी किस करि. फिर  मेरे  हिप्स भी हरकत करने लगे थे. मैं खड़ा हुआ और अपना अंडरवियर उतार दिया.
 
उसके बाद मैंने आपा को खड़ा किया और उनसे चिपट गया  मेरा लंड उनकी चुत ढूंढ़ने लगा और उनकी  छाती मेरी छाती से दबने लगी और मैं उन्हें लिप किस करने लगा मेरे हाथ उनके पीठ और चूतड़ दबाने लगे उसके बाद मैंने अपनी मुमताज को इस तरह लिटा दिया कि मेरी छाती के साथ रुखसाना  की पीठ लगने लगी . मैंने अपने दोनों हाथों में उनके स्तन दबा लिए. हम दोनों पूरी तरह से नंगे थे और एक दुसरे के शरीर कि महसूस कर रहे थे. मेरा लंड उनकी चूतड़ों की दरार में फसाकर उनकी चूत पर हाथ फेरने लगा उन्हें जैसे करंट सा लगा और उन्होंने मुझे कस  कर पकड़ लिया और मुझसे लिपट गयी, उनका गोरा बदन सुर्ख लाल हो गया था. उनकी  चूत गीली होने लगी मैंने पुछा अब चूत कैसी है  उन्हों ने कहा तुम खुद देख लो तुम्हारे लिए तड़प रही है मैंने देखा चुत एक दम लाल हो रही थी. मानो मुझे आवाज दे रही हो जल्दी चोदो मुझे..  मैंने उनकी चुत को चूमा उनकी खुशबू ने मुझे मदहोश कर दिया  मैं उनकी चूत को चाटने लगा, उनके चूत के रस में क्या गज़ब का स्वाद था,  आपा  बोली बहुत अच्छा लग रहा है .फिर उसकी चूत पर अपना मुँह रखते ही वो जोर से चिल्ला उठी आआहह, ओमम्म्मममम, चाटो ना जोर से, सस्स्सस्स हहा और मचलने लगी और अपनी गांड को इधर उधर घुमाने लगी। अब वो सिसकारियाँ मारने लग गई थी। अब वो अहाह, आहहह, आहहह कर रही थी। अब उसके ऐसा करने से मेरे लंड में भी सनसनी होने लगी थी।

To be Continued

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अबतक आप लोगों ने पढ़ा कि सलमान भाई का निकाह  ज़ीनत से हुआ और उनकी तीन और कजिन बहनो के साथ हुआ और उनकी बहनो का  निकाह उनके कजिन बही रिज़वान के साथ हुआ और सलमान ने ज़ीनत  के साथ और रिज़वान ने सलमा के साथ सुहाग रात मनाईl फिर अगले दिन सलमा और ज़ीनत की जोरदार चुदाई हुई और डॉक्टर ने कुछ दिन चुदाई बंद का हुकुम सुना दिया तो मेरे कहने पर रिज़वान ने हमे मेरी सबसे बड़ी बहन रुख़्साना  की सुहागरात में हुई  चुदाई की  दास्ताँ सुनानी शुरू की lअब  आगे ….

 

नवाबी खानदानी निकाह  Nawabi Khandani Nikah 4

 

नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah | Part 4

मैंने उसको उठाकर उसकी चूत में अपनी एक उंगली की पंखुरियों को अलग करने की कोशिश की पर वह बहुत टाइट थी .. मैंने दो उंगलियों  की मदद से चूत  की पंखुड़ियों को अलग किया मैंने  धीरे धीरे चुत में ऊँगली घुसानी शुरू की डाल दी, तो वो ज़ोर से चिल्लाई आहह अब लंड डाल दो, अब और इंतज़ार नहीं होता, प्लीज जल्दी करो ना, प्लीज आहहह। अब में उन्हें ऊँगली  से  लगातार चोद रहा था और वो ज़ोर से मौन कर रही थी, ये तूने क्या कर दिया? अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है, जल्दी से चोद दो, मेरी चूत में आग लग रही है। अब वो ज़ोर-जोर से हाँफ रही थी और जैसे कोई कई मीलों से दौड़कर आई हो और आहह, एम्म, ओह, आआआआआआअ, डालो ना अंदर जैसी आवाजे निकल रही थी।
 
फिर मैंने आपा  के स्तनों को मसलना शुरू कर दिया. कभी मैं  निप्पल को उमेठता  तो कभी स्तनों को दबा देता  उसके बाद वो सीधी लेट गयी और मैंने  चूत को सहलाना शुरू कर दिया.  फिर मैंने  क्लिटोरिस को भी रगड़ दिया. आपा  का  बुरा हाल था. उनकी मुह से आहे निकल रही थी. वो  मेरी उँगलियों द्वारा  चूत पर किये जा रहे घर्षण को मजे से महसूस कर रही थी. हम दोनों ही आउट ऑफ़ कण्ट्रोल हो चुके थे.
 
अब मैं उसको चोदना चाहता था मैंने अपना लैंड उसकी चूत पर रखा और चूत खोलने की कोशिश की लेकिन वह बहुत टाइट थी  मैंने अपने उँगलियों से चूत को खोला और लैंड का गुलाबी सूपड़ा बिच  में रख  दिया

फिर रुखसाना से बोला आपा क्या आप तैयार हो .. वह बोली है मैं पूरी तरह से आपकी ही हूँ मुझे सुहागरात का पूरा सुख चाहिए

देखो, हो सकता है कि तुम्हे थोडा दर्द हो…पर बाद में अच्छा लगेगा.”, मैंने कहा.
“मैं जानती हूँ. बस आप मुझे प्यार करो.”, आपा  ने  बोला.

मैं बोला आपा आप मेरी आँखों में देखो मैंने उनकी छाती पर अपना हाथ फिराना शुरू कर दिया. फिर मैंने  धीरे धीरे अन्दर डालना शुरू किया. फिर धीरे से थोडा पीछे और फिर अन्दर की ओर बढे लेकिन चूत बहुत टाइट थी और आराम से अंदर जा नहीं रहा था, मेरे लिए भी रुकना मुश्किल हो रहा था.  फिर मैंने एक कस कर जोर लगाया और लैंड दो इंच अंदर चला गया. आपा   चीखने   चिलाने लगी . हाआअ, राआआआआजा, आईसीईई, चोदो और जोर से चोदो। आज मेरी चूत को फाड़ दो, आज कुछ भी हो जाए लेकिन मेरी चूत फाड़े बगैर मत झड़ना, आआआआ और ज़ोर से, उउउईईईई माँ, आहहहाँ,

आपा  अपने अन्दर उस गहरायी में हो रहे उस अनुभव को लेकर बहुत आश्चर्यकित थी. यहाँ तक की वोह मेरे  लिंग को अपनी योनी के दीवारों पर महसूस कर रही थी. एक बार फिर मैं पीछे हटा  और फिर अन्दर की ओर दवाब दिया.  मैंने थोड़ा सा लैंड पीछे किया  उठा  और फिरसे धक्का दिया, ज्यादा गहरायी तक नहीं पर लगभग आधा अंदर चला गया था . मुझे पता था कि मेरे लिंग को आपा  ने अपनी  योनी रस ने भिगो दिया था, जिसकी वजह से लिंग आसानी से अन्दर और बाहर हो पा रहा था. और अगली बार के धक्के में मैंने  थोडा दवाब बड़ा दिया. मेरी साँसे जल्दी जल्दी आ रही थीं. आपा  ने अपनी बाहें मेरे  कंधे पर लपेट दी थीं और अपने  नितम्बो को ऊपर कि ओर उठा दिया. अन्दर अवरोध महसूस होने लगा था. लैंड झिल्ली तक पहुँच चूका था  मेरा लैंड आपा  की  हायमन से टकरा रहा था और जब उसने उसे भेदकर आगे बढ़ना चाहा तो आपा  चिलाने लगी कि दर्द के मारे मैं मर जाउंगी.

मैंने पूरी ताकत के एक धका लगा दिया “ओह अम्मी ” आपा के मुह से निकला. आपा के  स्तन ऊपर की ओर उठ गए और शरीर एंठन में आ गया जैसे ही मेरा  गर्म, आकार  में बड़ा लिंग पूरी तरह से  गीली हो चुकी योनी में घुस गया. अन्दर, और अन्दर वो चलता गया, चूत के लिप्स को खुला रखते हुए क्लिटोरिस को छूता हुआ वो पूरा १० इंच अन्दर तक चला गया था. आपा  की योनी मेरे लिंग के सम्पूर्ण स्पर्श को पाकर व्याकुलता से पगला गयी थी. उधर मेरे  हिप्स भी कड़े होकर दवाब दे रहे थे और लिंग अन्दर जा चूका था . रुखसाना दर्द के मारे चिलाने लगी जो पूरी हवेली में गूँज उठी होंगी आहहहहह रिज़वान  आएीी   उउउउउइइइइइइ  ओह्ह्ह्हह बहुत दर्द हो रहा है  प्लीज इसे बाहर निकल लो  मुझे नहीं  चुदना तुमसे  तुम बहुत जालिम हो  यह क्या लोहे की गर्म रॉड घुसा डाली है तुमने मुझ में  निकालो इसे  न्यूऊओ  प्लीज बहुत दर्द हो रहा है  मैं दर्द से मर जाऊँगी प्लीज निकालो इसे और रुकसाना से आँखों से आंसू  निकल आये .. रुकसाना की चूत बहुत टाइट थी मुझे लगा मेरा लैंड भी छील गया है मेरी भी चीखे निकल  गयी.. हम दोनोंएक साथ चिल्ला रहे थे ऊह्ह्हह्ह मर गया... मर  गयी   मैंने एक बार फिर पूरी ताकत लगा कर पीठ उठा कर लैंड को बाहर खींचने की कोशिश की  और एक धका और लगाया लुंड फिर पूरा अंदर समां गया और हम दोनों झड़ गये.. और मैं आपा  के ऊपर गिर गया फिर में कुछ देर के लिए उसके ऊपर ही पड़ा रहा तो कुछ देर के बाद वो शांत हुई
 
मेरा लंड आपा  की चूत के अंदर ही था .. उनकी चूत ने मेरे लंड को जैसे जकड लिया था. कुछ देर बाद जब मुझे लगा झड़ने के बाद भी मेरा लंड खड़ा है  आपा  सुबक रही थी   .. मेरे साथ पहली बार ऐसा हुआ था के झड़ने के बाद भी लंड खड़ा था और चोदने के लिए त्यारर था मैंने उन्हें लिप किस करना शुरू कर दिया, और काफी देर तक उनको लिप किस करता रहा  फिर उनकी स्तनों को सहलाना और मसलना शुरू कर दिया आप्पा का चीखना  चिलाना बंद हो गया था .. वह अब मेरा पूरा साथ दे रही थी
 
अब में उसके बूब्स को चूसने लगा था और अपने एक हाथ से उसके बालों और कानों के पास सहलाने लगा था और फिर कुछ देर के बाद मैंने उसके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया तो कुछ देर के बाद वो फिर से गर्म हो गई। मेरा लंड और उनकी चूत  दोनों मेरे वीर्य और चुतरस से एक दम चिकने  हो चुके थे फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाना शुरू किया तो पहले तो वो चिल्लाई, लेकिन फिर कुछ देर के बाद मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है। फिर वो बोली कि हाँ बहुत मज़ा आआआआ रहा है,  ..हाईईईईई, म्म्म्मम और फिर वो जोर-जोर से चिल्लाने लगी। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब वो पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी अआह्ह्ह आाआइईई और करो, बहुत मजा आ रहा है। अब वो इतनी मस्ती में थी कि पूरा का पूरा शब्द भी नहीं बोल पा रही थी। अब में अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाता जा रहा था हाआअ, मेरे शहंशाह मेरे नवाब राआआआआजा, आईसीईई, चोदो और जोर से चोदो। आज मेरी चूत को फाड़ दो, आज कुछ भी हो जाए लेकिन मेरी चूत फाड़े बगैर मत झड़ना, आआआआ और ज़ोर से, उउउईईईई माँ, आहह हाँ, अब ऐसे ही वो मौन कर रही थी।
 
फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वो भी अपना पानी छोड़ने वाली थी, अब वो नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी आहहहहहह और चोदो मेरी चूत को, आज मत छोड़ना, इसे भोसड़ा बना देना और फिर कुछ देर के बाद वो बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ। और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वो भी कुछ देर के बाद झड़ गई।
 
 फिर वो अचानक से चिल्ला भी नहीं सकी, क्योंकि उसका मुँह मेरे मुँह में था और में उसको ज़ोर-ज़ोर से किस करता गया और धक्के लगाते गया। तभी वो बोली कि आज फाड़ डाल मेरी चूत को, वो तुम्हारे जैसा ही लंड मांगती है। फिर वो कुछ नहीं बोली। अब में उसे लगातार धक्के लगा रहा था और फिर में ऐसे ही 15-20 मिनट तक उसको उसी पोज़िशन में चोदता गया। फिर अब उसे भी मज़ा आने लग रहा था, अब वो भी अपने कूल्हे उछाल-उछालकर मुझसे चुदवा रही थी। अब मैंने उसे और ज़ोर-जोर से चोदना शुरू कर दिया था। फिर थोड़ी देर के बाद वो फिर  झड़ गयी और शांत पड़ गयी। सच कहो आपा बहुत मादक लग रही थे उनके रेशमी सुनहरी बाल चारो तरफ फ़ैल गए थे आपा उन्हें पीछे करते हुए मेरी छाती पर अपने हाथ रख देती थी कभी मुझे बहो में जकड कर अपने और खींचती थी  कभी मेरे हिप पर रथ रख कर दबा कर कहती थी और जोर से और जोर से चोदो    मैंने भी अपने चूतड़ उठा कर उनका साथ दिया.. मेरा लंड उनकी चूत  के अंदर पूरा समां जाता था तो दोनों के आह निकलती थी .फिर मेरे हाथ उनके बूब्स को मसलने लगे  फिर मैं उनकी चूचियों को खींचने लगता था तो आपा सिहर जाती थी और सिसकने लगती थी .. उसके बाद मैं आपा  के  ऊपर झुक गया और हम लिप किस करते हुए लय से चोदने में लग गए.. मैं   आपा को बेकरारी से चूमने लगा। और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी  फिर  मैंने  रुकसाना  आपा   की  जम  कर  चुदाई  की  और  उनको  जन्नत  की  सैर  कराइ ।   फिर थोड़ी देर के बाद वो फिर  झड़ गयी । आपा  तीन बार झड़ने के बाद निढाल हो रही थी मैंने धके लगाने चालू रखे आपा  फिर गर्म हो जाती  थी  और चौथी बार हम दोनों एक साथ झड़ गए  हम दोनों जन्नत में थे.. ..
 
फिर मैंने अपना लुंड बाहर निकाला तो वह वीर्य आपा  के चूतरस   और खून से भीगा हुआ था... बेड शीट खून से सन्न चुकी थी   मैंने फिर रुकसाना  को लिप किश दी और उनके बदन को सहलाया. उनके चुचो को दबाया  और चूत पर हाथ फेरा और बोला आप तो जानती हो पहली बार थोड़ा दर्द होता है और खून भी आता है उसके बाद तो मजा है मजा है .. आपा बोली पर क्या कोई ऐसे भी चोदता है जैसे आपने मुझे चोदा. आप बड़े जालिम हो .. अम्मी आपने मुझे किस निर्दयी जालिम से व्याह दिया. बहुत बेदर्दी से चोदता है फिर मैंने उनको प्यार से चूमा तो कहने लगी मेरा शौहर बड़ा प्यारा कसाई है जिसने मुझे जन्नत की सैर कराइ .. अब तो मैं रोज़ ऐसे ही ऐश करूंगी
 
फिर हम दोनों उठ कर वाशरूम  चले गए और अपने अंगो को धोया. फिर मैंने उनके सारे बदन और चूत पर क्रीम लगाई  उन्होंनेमेरे लंड को किश कर थैंक यू  बोला और मेरे लंड पर क्रीम लगाई  उनका स्पर्श पा कर लंड एक बार फिर जागने लगा.   फिर हम बिस्तर  पर वापिस आ गए तो आपा बोली चूत में अभी भी दर्द हो रहा है  मैंने कहा मुझे देखने दीजिये.  मैंने  चूत पर किश किया और चाटने लगा तो रुकसाना बोली आअह्ह्ह आराम मिल रहा है बहुत अच्छा लग रहा है  प्लीज और चाटो मैंने उन्हें दस मिनट तक चाटा और चूसा  और आपा फिर झड़ गयी..   मैंने उन्हें किश किया सुबह के 5 बज गए थे..  हम दोनों एक दूसे से चिपट कर सो गए..
 
कुछ देर बाद ६ बजे  जब मैं जगा तो वह मेरे सीने से लग कर सो रही थी.  सोती हुई बहुत प्यारी लग रही थी.  मैंने उन्हें किश किया  तो वह जग गयी.  मैंने उनकी चूत को सहलाया और पुछा अब कैसा लग रहा है तो वह शर्मा गयी और महजसे लिपट गयी.  मेरे लंड खड़ा हो चूका था .. मैंने उनका हाथ अपने लंड पर रखा तो मानो दोनों को करंट लगा. और लंड एकदम तन गया. मैंने उन्हें एक बार फिर चोदा और हम दोने ७.४५ तक सो गए.  फिर उठ कर मैं अपने आये हुए रिश्तेदारों से मिलने गया  तो हम दोनों  को शर्म आ रही थी क्योंकि लव बिट्स और किस्सेस के निशान रुकसाना के शरीर और चेहरे पर नज़र आ रहे थे.  उसके ओंठ सूज गए थे और क्योंकि वह सारी रात चुदी थी इसलिए ठीक से चल भी नहीं पा रही थी 
 
रिज़वान बोला इस तरह मेरा और रुकसाना का पहला मिलन हुआ.
 
जब हम अपनी बात ख़त्म कर चुके तो रुकसाना अंदर आ गयी  और पूछने लगी क्या चल रहा है..  मैंने कहा रिज़वान भाई तुम्हारे साथ अपनी सुहागरात की कहानी सुना रहे थे  तो रुकसाना बोली मुझे भी सलमान तुम्हारी और ज़ीनत आपा की सुहागरात की दास्ताँ बताओ

फिर मैंने फिर कहा रुकसाना आपा  कुछ कीजिये डॉक्टर ने ३ दिन ज़ीनत की चुदाई के लिए मना किया है  मेरी चार बीविया होने के बावजूद आज रात तो सूखा ही सोना पड़ेगा.  क्योंकि रुक्सर के साथ तो मेरी सुहागरात में अभी एक महीने का टाइम है. रुकसाना  बोली  इसीलिए तो तुम से पहले ही कहा था आराम से करना ज़ीनत आपा  कहाँ भागी जा रही हैं पर तुम को सब्र कहाँ. कर दी दन दना दन अब सब्र रखोl

मैं उनके हाथ जोड़ने लगा आपा  कुछ करो मैं मर जाऊँगा. 

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मेरी चार बीविया होने के बावजूद आज रात तो सूखा ही सोना पड़ेगा.  क्योंकि रुक्सर के साथ तो मेरी सुहागरात में अभी एक महीने का टाइम है. रुकसाना  बोली  इसीलिए तो तुम से पहले ही कहा था आराम से करना ज़ीनत आपा  कहाँ भागी जा रही हैं पर तुम को सब्र कहाँ. कर दी दन दना दन अब सब्र रखोl मैं उनके हाथ जोड़ने लगा आपा  कुछ करो मैं मर जाऊँगा. 

 

नवाबी खानदानी निकाह  Nawabi Khandani Nikah 5

 

नवाबी खानदानी निकाह | Nawabi Khandani Nikah | Part 5

दोस्तों  मैं सलमान मेरी पहली कहानी भाग १-२  में आपने मेरे ज़ीनत आपा के साथ निकाह के बाद सुहागरात की दास्तान पढ़ी,, भाग 3 में आपने मेरी कजिन भाई रिज़वान के निकाह के बाद मेरी बहन रुखसाना की सुहागरात  की कहानी पढ़ी अब आगे
 
जब रिज़वान ने रुखसाना के साथ अपनी सुहागरात की कहानी ख़त्म करि  तो उसे सुन मेरा ११ इंची लुंड  पूरा तन गया थाl और पायजामा में टेंट बन गया था  तभी रुकसाना  अंदर आ गयी  और पूछने लगी क्या चल रहा हैl  मैंने कहा रिज़वान भाई तुम्हारे साथ अपनी सुहागरात की कहानी सुना रहे थे  तो रुकसाना बोली मुझे भी सलमान तुम्हारी और ज़ीनत आपा की सुहागरात की दास्ताँ बताओ
 
फिर मैंने फिर कहा रुकसाना आपा  कुछ कीजिये डॉक्टर ने ३ दिन ज़ीनत की चुदाई के लिए मना किया है  मेरी चार बीविया होने के बावजूद आज रात तो सूखा ही सोना पड़ेगाl  क्योंकि रुखसार  के साथ तो मेरी सुहागरात में अभी एक महीने का टाइम हैl रुकसाना  बोली  इसीलिए तो तुम से पहले ही कहा था आराम से करना ज़ीनत आपा  कहाँ भागी जा रही हैं पर तुम को सब्र कहाँl कर दी दे दन दना दन अब सब्र रखो   मैं उनके हाथ जोड़ने लगा आपा  कुछ करो मैं मर जाऊँगाl   आपा को मुझ पर कुछ दया आ गयी  बोली अच्छा कुछ करती हूँ लेकिन पहले तुम अपनी और ज़ीनत की सुहागरात की कहानी मुझे सुनाओl  इतने में वहां रुखसार और आरसी भी आ गयी और बोली हमें भी सुहाग रात की कहानी सुननी है  सलमान  पूरी तफ्सील से बताना l  रिज़वान भी कहने लगा हैं भाई सुनाओ न तुम्हारे कमरे से बहुत आवाज़े मुझे भी आ रही थी  ज़ीनत आपा  के चीखने  चिल्लाने की आवाज़ों से मेरा भी जोश बढ़ गया था  और मैंने भी चीखे सुन कर सलमा को बढ़ चढ़ कर कस कस कर चोदाl 
 
 मैं उन्हें संक्षेप में अपनी सुहागरात की कहानी   सुनाई  मैं कमरे में ले गया तो सेज़ पर ज़ीनत बैठी थी और ज़ीनत हरे रंग की बनारसी साड़ी और पूरी गहनों से लदी हुई थीl कहानी की तफ्सील भाग 1-३ में पढ़ ले l
 
फिर में उनके पास गया और उनका हाथ अपने हाथ में लेकर उनसे बातें करने लगा फिर मैंने धीरे से उनके होंठो को चूमा, उफ उनकी खुशबू ही क्या सेक्सी थी? और मेरे चूमते ही मेरे लंड को फौलादी बन गया था  फिर मैंने धीरे से  उनकी गर्दन को चूमने, चाटने लगा था और मेरे ऐसा करते ही वो सिसकारी लेती हुई मुझसे लिपटी जा रही थीl
 
अब में ज़ीनत आपा के ब्लाउज के ऊपर से ही उनके बूब्स को दबाने लगा थाl  मैंने जोश में आकर उनका ब्लाउज फाड़ दिया और उनके सारे कपडे उतार दिए उनका सुडोल, चिकना, गोरा बदन, मेरी बाहों में नंगा था उनके बदन पर सिर्फ आभूषण थेl  फिर मैंने सिर्फ़ गहनों में लदी ज़ीनत के पेट की अपनी जीभ से ही चुदाई कर डाली,  और फिर अपनी जीभ उनकी चूत पर लगाकर उनकी चूत को चाटने लगाl
 
फिर वो मेरी जीभ की मस्त चटाई में ही झड़ गई फिर अपने मुँह में उनकी निपल्स लेते हुए अपनी एक उंगली उनकी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगा, लेकिन उनकी टाईट चूत बहुत सख्त और तंग थी और मेरी कोशिश पर आपा चीखने लगती थी, लेकिन बड़ी मुश्किल से मेरी 1-2 उंगली उनकी चूत में अंदर जा पाईl

फिर मैंने उनको चूमते हुए और बूब्स दबाते हुए अपना लंड उनकी चूत के मुँह पर सेट किया और उनको चूमता चाटता रहाl बड़ी मुश्किल से मेरा लंड 2 इंच अंदर घुसा ही था कि जीनत की चीख निकल पड़ी, सलमान आईईईईईईईई दर्द उउउउइईईईईई हो रहा है  और उनकी हथेलियों को अपनी हथेली से दबाते हुए उनकी चूत पर एक ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लंड 2 इंच अंदर घुस गयाl फिर मैंने उसकी चीखों की परवाह किए बिना एक ज़ोर का धक्का और मारा और मेरा लंड उसकी चूत की झिल्ली  को फाड़ता हुआ 5 इंच अंदर घुस गयाl
 
अब वो अम्मी अम्मी कहकर ज़ोर से चिल्लाने लगी थी और चीखने लगी थीमें मर जाउंगी, फिट मैं कुछ देर रुका और  धीरे से उन्हें सहलाने लगा और चूमने लगा और अपना लंड 2 इंच बाहर निकालकर फिर से एक ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ चूत की जड़ में समा गयाl फिर जो वो चीखी, तो पूरी हवेली जाग गयी होगी, लेकिन में उसे चोदता रहा, चोदता रहाl
 
फिर 10 मिनट की बेरहम चुदाई के बाद जब उसकी चीखे कम हुई और सिसकारी में बदलने लगी तो मैंने अपना लंड आधा बाहर कर लिया और अंदर बाहर करने लगाl फिर अचानक से आपा ने मुझे कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और झड़ गयी फिर मैंने उसकी जमकर धुनाई करते हुई चुदाई की और उसको 3 बार और झड़ाने के बाद अपना रस उसकी चूत में ही डाल दियाl
 
फिर उस रात मैंने ज़ीनत को 4 बार चोदा और जब वो सुबह लंगडाते हुए चल रही थी,
 
फिर आपा बोली अब कल रात क्या हुआ  वह भी सुनाओ क्योंकि  आज सुबह तक बहुत चिल्लाने की आवाज़े आ रही थी तुम्हारे कमरे से 
 
मैंने कहा जब  अब्बू  ने मुझे और रिज़वान को बुला कर  कहा  कल  रात   जो  चीखने  चिल्लाने  की  आवाज़  आयी  थी  वह  नवाबी  तेहज़ीब  के  मताबिक  सही  नहीं  हैं  जो  भी  करो  नज़ाकत  को  देख  कर  करो l सारे   नौकर  नौकरानी  सुनते  है  और  बातें  बहार  जा  सकती  है 
 
फिर कल रात  मैं जब ज़ीनत के कमरे में गया तो मैंने देखा ज़ीनत आपा  की चुत एकदम सूजी हुई थी मैंने प्यार से चुत सलवार की ऊपर से ही  को सहलाया  फिर अपने हाथो के उसके मोमे  दबाये  मैंने अपनी उंगलियों से निप्पल को खींचा को आपा कराह उठी आआह मेरे राजा धीरे बहुत दुख रहे हैंl तो मैं  बोला आज इसे थोड़ा आराम देता हूँ  मैंने  कहा  आओ  आपा  अपनी  बांहो  में  सुला  दो  सुबह  चार  बजे  का  अलार्म  लगा देते है  अगर  तुम्हारा  मन  करे  तो  फिर  मेरे  को  करने  देना  और  हम दोनों एक दुसरे को चूमते हुए लिपट कर सो  गए l
 
 मेरी  नींद  खुली  करीब  रात  के  तीन  बजे  थे  ,आपा  मेरे  सीने  से  लिपटी  हुई  सो  रही  थी  उनको  देखते  ही  मेरा  संयम  टूट  गया  और दबोच कर   लिप्स  किस  करने  लगा , मैंने  कहाँ   आपा  इसकी  फ़िक्र  न  करे , आप  सबसे  सुन्दर ,गोरी  और  मेरे  से  5 साल  बड़ी  होने  के  बावजूद  मस्त  माल  हो l आपको  देखकर  तो  कोई  भी  पागल  हो  जाये  जैसे  की  मैं  हूँ आपको मालूम नहीं है मेरी क्या हालत हैl मेरे मन आपको देखते हे बेकाबू हो जाता है तुम तो मेरे दिल की मल्लिक्का हो और  फिर  मैंने  कहा  आपा  हमारे  खानदान में  गांड  मरने  की  रिवाज़  है  और  आप  चीखती  बहुत  हैं  इसलिए  अगर  आप  इज़ाज़त  दे  तो  आपकी  कलाई  में  रस्सी  बांधकर  आपको  उल्टा  कर  आपके  दोनों  हाथ  बीएड  पोस्ट  से  बांध  देता  हूँ  और  आपके  मुंह  को  कपडे  से  बांध  कर  आपकी  गांड  मार   लेता  हूँ l
 
आपा बोली मेरे  राजा  सलमान  पहले  मेरी  चुत  चोदो  फिर  जैसा  चाहे  वैसा  कर  लेना  लेकिन  धीरे  से  ताकि  दर्द  न  हो l मैं   उन पर चढ़ कर बेकरारी से चूमने लगा।  और उनकी चुचियों को मसलने लगा, और वो मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें पुरे कमरे में गूंज रही थी, फिर उसकी चूत पर अपना मुँह रखते ही वो जोर से चिल्ला उठी आआहह, ओमम्म्मममम, चाटो ना जोर से, सस्स्सस्स हहा और मचलने लगी और अपनी गांड को इधर उधर घुमाने लगी। अब वो सिसकारियाँ मारने लग गई थी। अब वो अहाह, आहहह, आहहह कर रही थी। मैंने अपनी पेंट खोली और  आपा मेरे लंड पकड़कर सहलाने लगी
 
 फिर मैंने उनकी  गांड के नीचे एक तकिया लगाया और उसके दोनों पैरों को फैलाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया। अब जब मेरे लंड का सुपड़ा ही उसकी चूत में गया था तो वो ज़ोर से चिल्लाने लगीlहाईईईईई, म्‍म्म्मम। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब वो पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी अआह्ह्ह आाआइईई और करो, बहुत मजा आ रहा है।  और ज़ोर से, उउउईईईई माँ, आहह हाँ,  और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वो भी कुछ देर के बाद झड़ गई।
 
 फिर मैंने कहा इस बार आपा आप ऊपर आ जाओ फिर में उनके नीचे और आपा मेरे ऊपर मैंने भी अपने चूतड़ उठा कर उनका साथ दियाl मेरा लंड उनकी चूत  के अंदर पूरा समां जाता था तो दोनों के आह निकलती थी l फिर  मैंने  ज़ीनत  आपा   की  जम  कर  चुदाई  की  और  उनको  जन्नत  की  सैर  कराइ ।   फिर मैंने उसको घोड़ी बना दिया।  और अब मैंने उसकी चूत में पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरूकिया और  फिर में उसे लगातार धक्के देकर चोदता रहा। करीब 25 मिनट तक लगातार उसको उस पोज़िशन में चोदा उनकी हालत बुरी थी वह कई बार झड़  चुकी थी
आपा निढाल हो कर लेट गयी  मैं उनको प्यार से सहलाने लगा और किस करने लगा और बोला आपा क्या आपको मजा आया दर्द तो नहीं हुआl  आपा बोली बहुत मजा आयाl मे l चूत बुरी तरह से सूज चुकी थी l लेकिन मैं एक बार भी नहीं झडा था और लंड तनतनय हुआ खड़ा थाl आपा ने लंड को सहलाते हुए कहा आज क्या बात है  मैंने कहा आज इसका ये गांड मारे बिना नहीं रूकेगा  आपा शर्मा कर सिकुड़ गयी और मुझसे लिपट गयी
 
फिर रिज़वान ने मुझसे पुछा क्या तुमने फिर ज़ीनत आपा  की गांड भी मारी?
 
मैंने कहा पूरी बात सुनो  और   आगे सुनाने लगा  फिर थोड़ी देर बाद आपा ने  मुझसे कहा कि तुम मेरे हाथ पैर दोनों को बांध दो और फिर मेरी जमकर मेरी गांड की चुदाई करो, में आज तुम्हे नहीं रोकूंगी। और  फिर  उनके  हाथ  बांध  कर  मुंह  पर  सलवार  बांध  दी  और  खूब  देर  तक  उनकी  पीठ  पर  चुम्बन  करते  हुए  बॉडी  लोशन  उनकी  प्यारी  बिन  बालों  वाली  गोरी  गांड  पर  लगाया  और मैंने  टनटनाया  हुआ 9 इंची   लोडा उनकी  गांड  में  दे  डाला  और  पहच  की  आवाज़  के  साथ  खून  के  फुव्वारे  छूटे  और  एक  ही  धक्के  में  लंड समां  गया  l क्योंकि  उनका  मुंह  बंधा  था  बेचारी  केवल  पाऊँ  पटक  सकती  थी  जिन्हे  मैंने  अपने  हांथो  से  जकड  रखा  था  और में अब लगातार धक्के देकर चोदता रहा और  फिर  ३०  मिनट  उस  नाज़ुक  गांड  की  लगातार चुदाई  के  बाद हम दोनों झड़ गये।  में  धन्य  हो  गया l  क्या  गद्देदार  चूतड़  थे , नरम मुलायम  गोरी  चमड़ी  जो लाल सुर्ख हो गयी थी और  सख्त  टाइट  मांस  और  बस  मत  पूछो  यार  मज़ा  आ  गया l आपा की आँखो से आंसू आ गये, लेकिन मुझे  उनके चेहरे पर संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी।
 
मैंने अपनी और ज़ीनत की सुहागरात की कहानी ख़त्म की तो देखा रिज़वान और रुखसाना आपा दोनों गर्म हो चुके थेl  रिज़वान का लंड भी पूरा  तन गया था   मैंने देखा रिज़वान ने आपा  का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया था और आपा  उसे धीरे धीरे सहला और दबा रही थी और दोनों  लिप किश कर रहे थेl  मेरा भी लंड पूरा तन गया था और मुझे लगा वह पजामा फाड्  कर बाहर आ जायेगा   फिर दोनों को ख्याल आया के मैं भी वही हूँ   तो दोनों शर्मा गएl  आपा ने मेरा तना हुआ  पायजामा देखा तो बोली सलमान सब्र करो अभी तो सुबह ही हुई है देखती हूँ तुम्हार्रे लिए क्या हो सकता है   मैंने कहा रिज़वान अब तुम भी सलमा के साथ अपनी सुहाग रात की कहानी सुनाओ  रुखसार और आरसी भी बोली हमें भी  सलमा भाभी की सुहाग रात की कहानी सुननी है  रिज़वान पूरी तफ्सील से बताना   जूनि चूँकि छोटी थी वह स्कूल चली गयी थी l
 
रुखसाना आपा  बोली मुझे भी सुननी है रिज़वान प्लीज बताईये क्या हुआ l हमारे बहुत कहने पर रिज़वान शुरू हुआ l
 

सलमान भाई अपने खानदान के परंपरा के अनुसार मुझे पहले से ही पता था के रुकसाना  सलमा और फातिमा मेरी ही होंगीl क्योंकि खानदान में तुम्हारे सिवा और कोई लड़का तो है नहीं इसलिए इन तीनो कजिन  का निकाह मुझसे ही होगा और तीनो की खूबसूरती और नजाकत का मैं  कायल था और मन ही मन तीनो को बहुत चाहता था  फिर वह बोला मेरा बस चलता तो कब का तीनो को चोद देताl  रिज़वान बोला भाई
शादी के बाद दुल्हा, दुलहन दोनों को इन्तजार रहता है सुहागरात का… यह दोनों के विवाहित जीवन की पहली और सबसे ख़ास रात होती है जिसके सपने लड़का लड़की दोनों बरसों से देख रहे होते हैं! दोनों अपनी इर रात को यादगार बनाना चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी भी की होती है, लड़की के मन में पहले सेक्स का डर  समाया होता है तो रोमांच भी होता है, वहीं लड़का भी रोमांचित होने के साथ साथ कुछ डरा हुआ होता है की उससे सब कुछ ठीक ठाक हो भी पाएगा या नहीं!
 
मेरे दोस्त मेरे पास बैठे गप्पे मार  रहे थे   पर मेरा मन सलमा के बारे में ही सोच रहा था मुझे खोया खोया देख दोस्त बोलो ये भाई तो दुल्हन के खयालो में अभी से खो गया है अब इसे और मत  तडपायो और अपनी नयी दुल्हन के पास जाने दो   फिर दोस्त एक एक का चले गए थोड़ी देर बाद लगभग ११  बजे और मेरी शरीके हयात रुखसाना और मेरी बहन आरसी  मेरे पास आयी तो मैंने पुछा ज़ीनत आपा   कहाँ है  तो आरसी बोली आपाको  सलमान के कमरे में छोड़ कर आये हैं और सलमा आपका आपके कमरे में इंतज़ार कर रही हैं   फिर वह मुझे पकड़ कर मेरे फूलों से सजे कमरे में हमारी सुहागरात के लिए आयी  मैंने देखा वहां सुहाग से सेज पर  गहनों और  फूलों से सजी धजी सलमा  सिकुड़ और शर्मा सुहागरात की सेज पर छुईमुई सी सजी बैठीl अपने सपनों के राजकुमार का इंतजार कर रही थी।

वो आए और मेरे पास आकर मुझसे ज़माने भर की बात करने लगे। फिर आरसी मुझे छेड़ने लगी है भाई आराम से करना हमारी भाभी बहुत नाजुक हैंl   आँख मारते हुए रुखसार मेरे कान में बोली मेरी बहन सलमा को मेरी तरह बेदर्दी से मत चोदना  ये बहुत नाज़ुक और कमसिन है  फिर दोनों दरवाजा बंद कर बहार चली गयीl  मैंने दरवाजा अंदर से बंद किया ।
 
ओए होएl क्या बताऊँl सलमा जो की २१ साल की बला की  ख़ूबसूरत हैl निकाह के समय उसे देख मेरा लंड बेकाबू हो गयाl सलमा का भी रंग दूध से भी गोरा, इतना गोरा के छूने से मैली हो जाए l  बड़ी बड़ी काली मदमस्त आँखे   गुलाबी  होंठ  हलके भूरे रंग के लम्बे बाल, बड़े बड़े गोल गोल बूब्सl नरम चूतड़,  पतली कमर, सपाट पेट, पतला छरहरा बदन और फिगर ३४ २४ ३६ थाl कद ५ फुट ५ इंच था दिखने में एकदम माधुरी  जैसी  है  और आवाज़ मीठी कोयल  जैसी  सुहाग की सेज सजी धजी गहनों और फूलों से लड़ी पर बैठी सलमा किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी।  सलमा ने गुलाबी रंग का लेहंगा और ब्लाउज पहना हुआ था  और  ऊपर लम्बी सी ओढ़नी का घूँघट किया हुआ था lइस रूप में अगर कोई 70 साल का बूढ़ा भी उसे देख लेताl तो उसका भी लंड खड़ा हो जाता।  मेरा १० इंची हथियार शिकार के लिए तैयार होने लगाl  मैं थोड़ा सा आगे होकर बैठ गया और उसका हाथ पर अपना हाथ रख दिया l या खुदा !! उसका नरम मुलायम मखमल जैसा गर्म हाथ पकड़ते ही मेरा लंड  फुफकारे मारने लगा और  सनसनाता  हुआ पूरा 8 इंची बड़ा हो गयाl

वह फिर  पूनम की चांदनी रात थी और कमरा चांदनी से नहाया हुआ थाl सलमा का रंग  गुलाबी कपड़ो  के कारन गुलाबी लगने लगा थाl उसकी चमड़ी इतनी नरम मुलायम नाजुक और पारर्दर्शी थी के उसकी फूली हुई नसे साफ़ नज़र आ यही थी   मैंने एक गुलाब उठा कर उसके हाथो को छू दिया  और वह कांप कर सिमटने लगी  मैंने कहा  की मैं आप से बहुत प्यार करता हूँ और आप  को पाना चाहता थाl lफिर मैंने  अपनी जेब  से निकाल  कर एक नौलखा हार उनको अपनी  शादीशुदा  जिंदगी  के पहले नज़राने के तौर  पर दियाl वह बोली  आप ही पहना दीजिये और उसके गहने खड़कने लगेl
 
मैंने उसे हार पहनाया फिर धीरे से उसका घूंघट उठा दिया दूध जैसी गोरी चिट्टी लाल गुलाबी होंठ  ! नाक पर बड़ी  नथ, मांग में टिका बालो में गजरा उसका चेहरा नीचे को झुका हुआ था, ढेर सारे गहनों ले लदी  और फूलों से लदी अप्सरा लग रही थी   इतनी सुन्दर दुल्हन देख मेरे मुँह से निकला वाह !! तुम तो बला की क़यामत हो मेरी जान l  मैंने धीरे से उसके चेहरे को ऊपर किया सलमा  की आँखे बंद थी l उसने आँखे खोली और हलकी से मुस्करायीl

फिर बड़े प्यार से  से पूछा, “क्या मैं तुम्हे किस कर सकता हूँ?”
 
मैंने उसका ओंठो पर एक नरम सा चुम्बन ले लिया और सलमा के चेहरे को अपने हाथों में लेकर गाल पर किस किया और सलमा को बताया कि इस दिन का मै जबसे सलमा जवान हुई थी तबसे  इंतज़ार कर रहा था  l l ये उसका पहला चुम्बन था  वह फिर शर्मा कर सिमट कर मुझ से लिपट गयीl मैंने सलमा को अपने गले लगाया और पीठ पर हाथ फिरा कर पुछा उसकी पीठ बहुत नरम मुलायम और चिकनी थी उसने बैकलेस चोली पहनी हुई थी जो सिर्फ दो डोरियों से बंधी हुई थी और ब्रा नहीं पहनी हुई थी फिर मेरे फिसल हाथ  सलमा  की कमर तक पहुँच गए थेl
 
क्या चिकनी नरम और नाजुक कमर थी   फिर मैंने उसका  दुपट्टा सीने से हटा दिया। और उसे घूरने लगा  मेरे इस तरह घूरने से सलमा को शर्म आने लगी और वो पलट गयी  और अपनी पीठ मेरी तरफ कर दी। मैं  आगे बढ़ गया उसे अपनी लोहे जैसी बांहो में कस कर जकड़ लिया, मैंने अपना  मुँह सलमा की गर्दन पर किया और उस पर किस करने लगा। उसके शरीर से पसीने और लेडीज  परफ्यूम की महक आ रही थी जो मुझे मदहोश कर रही थी! मैंने  सलमा के गले पर किस करते हुए अपना मुँह सलमा के कान के पास किया और मेरे कान में कहा- आय लव यू जान! तू बहुत अच्छी लग रही है! आज मैं तेरी सील तोड़ दूँगा!
 
सलमा  ने कहा- "हम्म्म्म ll" फिर मैंने सलमा के होंठों पर अपने होंठों रख दिए होंठ चसते हुए मैंने अपना एक हाथ उसकी कमर में डाल दिया। उसकी कमर पर हाथ फेरा तो उसके पूरे जिश्म में कंपन होने लगी।
 
मेरी  ऐसी बातों से सलमा पागल हो गयी , उसकी गर्म बांहों में मेरा शरीर जल रहा था!
मैंने सलमा को अपनी तरफ किया और अपने होंठों को सलमा के होंठ पर  रख दिए और उन्हें चूसने लगा। मैं बहुत जोश में था और सलमा के होंठों पर ही टूट पड़ा। फिर मैंने सलमा को अपनी गोद में खींच लिया और उसकी चूचियों को ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा। सलमा में अपनी आँख बंद कर ली। मैंने उसके बलाउज के बटन खोल दिए। उसकी रेड ब्रा को मैंने बिना हक खोले ऊपर कर दिया। अब सलमा के दोनों कबूतर मेरे सामने नंगे थे। मैंने उसकी एक चूची को मुँह में ले लिया और दूसरी को हाथ से सहलाने लगा।
 
सलमा की धड़कन तेज हो गई थी। मैंने अब उसकी दूसरी चूची को मुँह में ले लिया और उसकी पहली चूची को जोर से दबाया। सलमा ने एक सिसकी सी ली। अबकी बार मैंने थोड़ा सा और जोर से दबाया। अब उसकी सिसकी में दर्द पैदा हो गया। अब मैंने ऋत को पलंग से उतार कर नीचे खड़ा होने को कहा। वो नीचे आकर खड़ी हो गई। मैंने उसके ब्लाउज को उसके जिएम से अलग कर दिया। फिर मैंने उसकी साड़ी को खोल दिया। अब त मेरे सामने सिर्फ सफेद पेटीकोट में खड़ी थी।
 
मैंने उसको कहा- "अपने दोनों हाथ अपने सिर के पीछे रख लोl"
 
सलमा में चुपचाप रख लिए। मैंने अब उसके पेटीकोट को ऊपर उठा दिया और उसके पेटीकोट के नाड़े में उसका पेंटीकोट मोड़कर फैंसा दिया। फिर मैंने सलमा की पैटी के ऊपर से उसकी चूत को हल्का सा सहलाया। उसकी टांगों की कंपन में साफ देख रहा था। मैंने उसकी दोनों जांघों को अपने हाथ से पकड़कर घुमा दिया। अब अत की गाण्ड मेरे सामने थी। उसकी लाल रंग की कच्छी में उसके गोरे-गोरे चूतड़ बड़े प्यारे लग रहे थे। फिर मैंने उसकी कच्छी के इलास्टिक में उंगली डालकर कच्छी को आधा नीचे किया। उसके चूतड़ों की दरार में मैंने अपनी उंगली फिरानी शुरू कर दी। चिकने चूतड़ों में उंगली फिसली जा रही थी।

To be Continued

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