गुडिया : झूठ मत बोलो देखो माँ के मोटे मोटे चूतडो की बात करने से आपका लंड कितना बड़ा और मोटा हो गया है, सच सच बताओ भैया आपको माँ के चुतडों को देखना अच्छा लगता है ना।
कालू : चुत में ऊँगली पेलते हुये, मुझे तो तेरे और माँ दोनों के चूतड़ बहुत अच्छे लगते है।
गुडिया : तो क्या आज रात भर आप अपनी बहन को पूरी नंगी करके चोदोगे।
कालू : क्या तू अपने भैया का मोटा तगड़ा लंड अपनी चुत में नहीं डलवाना चाहती है।
गुडिया : मै तो कब से अपने भैया के मोटे तगडे लंड से चुदने के लिए तड़प रही हूँ, भैया अपनी बहन के ऊपर चढो ना।
कालू : कही माँ आ गई तो।
नदी की चुदासी मछलियाँ | Nadi Ki Chudasi Machhaliyan | Update 21
गुडिया : ओफ हो आप बहुत ड़रते हो माँ आ गई तो माँ को भी चोद लेना पर पहले अपनी बहन को तो चोद लो
गुडिया की बात सुन कर मैंने उसकी मोटी जांघो को फैला कर अपने मस्ताने लंड को उसकी चुत के मुहाने पर रख कर उसके दूध को दबोचते हुये एक कस कर धक्का दिया और मेरा मोटा लंड मेरी बहन की कुँवारी रसीली चूत को फाड़ता हुए एक ही बार में आधा घुस गया।गुड़िया जोर से चिल्लाई लेकिन मैंने पहले ही उसके रसीले होंठो को अपने होंठो में कस लिया था। अब गुड़िया मुझसे कस कर चिपक गई।
गुडिया : ओह भैया आह सी सी बहुत मोटा और लम्बा है मेरी चुत फटी जा रही है आह सी सीईई ओह भईया,
कालू :आह ओह गुड़िया कितनी कसी हुई टाइट चुत है तेरी पर तेरे दूध बड़े मस्त है गुड़िया बस थोड़ा सा लंड और बचा है।
गुडिया : धीरे धीरे पेलो भैया यह सी स ओह मर गई भइया।
मैने गुड़िया की चूत में धीरे धीरे गहरे धक्के मारने शुरू कर दिए और गुड़िया भी धीरे धीरे अपनी कमर उचकाने लगी।
आह भैया थोड़ा और तेज करो न बहुत मजा आ रहा है, मैंने गुड़िया के मोटे मोटे चूतडो के निचे अपने हाथ लगा कर खूब कस कर कर गुडिया की चुत में अपने काले मुसल को पेलने लगा और गुड़िया मुझसे खूब चिपक चिपक कर अपनी चुत मरवाने लगी, ओह गुड़िया जब से मैने तेरे मोटे मोटे चूतडो को देखा है तब से मै तुझे पूरी नंगी करके चोदने के लिए तड़प रहा था, जब मैंने देखा की मेरी प्यारी बहन इतनी खुबसुरत हो गई है और उसके दूध और चूतड़ बड़ी बड़ी औरतो की तरह दिखने लगे है तब से मै अपनी प्यारी बहन की गदराई जवानी को पुरी नंगी करके चोदने के लिए तड़प रहा था।
गुडिया : तगडे धक्के अपनी चुत में लेते हुए आह ओह ओह भैया मै सब जानती हूँ, पहले दिन ही तुम्हारी नजरे जब मेरी मोटी गाण्ड पर पड़ी थी तो मै समझ गई थी की मेरा अपना भाई मुझे पूरी नंगी करके मुझे चोदना चाहता है पर जब मुझे यह पता चला की तुम माँ को भी पुरी नंगी करके उसे चोदना चाहते हो तो बड़ा अजीब लगा फिर जब मैंने अपनी सहेली से पूछा तब उसने मुझे बताया की आज कल तो कई माँ अपने बेटे से भी चुदवा लेती है, आज कल बड़ी उम्र की औरतो को भी जवान और तगडे लंड की चाह होती है, हो सकता है माँ भी अपनी चुत रगडते हुये तुम्हारे लंड के बारे में सोचती हो या तुमसे चुदने की कल्पना करके अपनी चुत रगड़ती हो।
कल्लु : कस कस कर लंड अपनी बहन गीतिका की मस्त भोस में पेलते हुये, गुड़िया क्या माँ भी अपनी चुत रगड रगड कर पानी निकालती होगी।
गुडिया : क्यों नहीं भैया आह ओह हर औरत जब अकेली होती है तो अपनी चुत जरुर रगड़ती होगी, मुझे तो लगता है माँ तुम्हारे लंड को सोच सोच कर मुठ्ठ मारती होगी तुमने अभी तक माँ को अपना लंड दिखाया है की नही।
कल्लु : अरे कहा दिखाया है हाँ धोती के ऊपर से माँ ने जरुर देखा है।
गुडिया : भैया एक बार अपने लंड को धोती से बाहर निकाल कर माँ को दिखा दो तो वह तुम्हारे खड़े लंड को देख कर पागल हो जायेगी और अपनी मस्त चूत में आपका लंड लेने के लिए तड़प जाएगी, आपका लंड ही इतना मोटा तगड़ा है की किसी की बुर भी पानी छोड़ सकती है।
कल्लु : अरे गुड़िया मै तो खुद माँ को पूरी नंगी करके उसकी मस्त चुत मारना चाहता हु पर अभी तक तो मैंने माँ को पूरी नंगी भी नहीं देखा है।
गुडिया : भैया अब खूब तेज तेज चोदो बड़ा मजा आ रहा है, खूब चुत मारो अपनी गुड़िया परी कि, वैसे भी किसी का भी लंड सबसे ज्यादा अपनी बहन और माँ की नंगी जवानी देख कर ही खड़ा होता है। आज रात भर खूब चोदिये भैया अपनी छोटी बहन को।
कल्लु : हाँ गुड़िया ले अपने भैया का मस्त लंड तेरी चुत भी बिलकुल माँ पर गई है और तेरे चूतड़ भी माँ की तरह ही मोटे मोटे होते जा रहे है।
गुडिया : आह आह ओह भैया तुमने क्या माँ की चुत देखी है।
कालू : हाँ जब वह खेतो में बैठ कर घास काटती है तब लगभग रोज ही मुझे माँ का मस्त भोस नजर आ जाता है।
गुडिया : कैसी है माँ की चुत क्या खूब बड़ी और फुल्ली हुई है।
कल्लु : अरे मेरी परी माँ की मस्त चुत देखते ही मेरे मुह में पानी भर आता है ऐसा लगता है माँ की मस्त फटी चुत में वही बैठे बैठे ही लंड पेल दू और पूरे खेत में नंगी दौड़ा दौड़ा कर चोदुं।
गुडिया : भैया माँ को चुत फैला कर मुतते हुए देखा है आपने।
कालू : देखा है बहुत मोटी धार निकलती है माँ की मस्त भोस से।
गुड़िया : भैया एक बात कहूँ।
कालू : क्या।
गुडिया : मै चाहती हु की आप माँ को मेरे सामने नंगी करके खूब कस कस कर चोदो, मै चाहती हु की मै छूप जाऊ और आपको और माँ को छुप कर चोदते हुए देखु, मै देखना चाहती हु की माँ आपके मस्त काला लंड को कैसे चुसती है और फिर आप माँ को झुका कर कैसे उसकी मस्त चुत को खूब हुमच हुमच कर चोदते हो, मै चाहती हु आप माँ को खड़ी करके उसकी मस्त चुत के दाने को रगडते जाओ और माँ खड़ी खड़ी मुतती जाए, जब वह मुतना रोक दे तो आप उसकी मस्त चुत के दाने को अपने मुह में भर कर चुसना शुरू कर दो और माँ फिर से आपके मुह में मुतना शुरू कर दे।