ज़ारा का गैंगबैंग | Zara Ka Gangbang
ज़ारा का गैंगबैंग | Zara Ka Gangbang:
लड़कियां दो वजह से रखैल बनती हैं। एक ये कि उनको ये सब अच्छा लगता है या दूसरी वजह ये कि उनको पैसा चाहिए होता है। जबकि मेरी ऐसी कोई मजबूरी नहीं। मैं एक अमीर खानदान से हूँ, और मुझे अपने गुरूर की सजा मिली है।
ये सब तब शुरू हुआ जब मैंने एम॰काम॰ के बाद प्राइवेट कालेज में लेक्चररशिप शुरू की, क्योंकी मुझे पढ़ाना अच्छा लगता है। अरे मैंने अपना पूरा परिचय दिया ही नहीं। मेरा पूरा नाम “ज़ारा जब्बार” है, मेरा रंग गोरा और मेरा फिगर 38-32-40 है, और मैं लाहोर की रहने वाली हूँ, और इस वक्त मेरी उमर 28 साल है और मैं अविवाहित हूँ।
मेरे घर में सिर्फ़ अब्बू हैं। क्योंकी मेरी अम्मी का मेरे बचपन में ही इंताकल हो गया था। जिस वक्त मैंने एम॰काम॰ किया उस वक्त मेरी उमर 23 साल की थी और मेरा फिग 34-28-36 था… और मुझमें गुरूर कूट-कूटकर भरा हुआ था। क्योंकी मैं नाज़ों से पली बढ़ी हूँ। और मेरी हर फरमाइश बिना माँगे पूरी की जाती है। अब सोचती हूँ कि काश… मुझमें ये गुरूर ना होता तो आज मैं इतनी बड़ी मुसीबत में होती।
एम॰काम॰ मुकम्मल करने तक कई लड़कों ने मुझसे बात करने की कोशिश की और दोस्ती के लिए भी हाथ आगे बढ़ाया मगर मैंने किसी को लिफ्ट नहीं दी। और एम॰काम॰ के बाद मैंने जाब करने का फैसला किया और पापा ने भी मेरी हिमायत की। सो मैं एक अच्छे से कालेज में पढ़ाना शुरू कर दिया जो कि अब्बू के एक दोस्त का था। कालेज काफी बड़ा है और दो गार्ड जो कि पठान हैं उनके नाम ‘हामिद खान’ और ‘जुनेद खान’ हैं। वो कालेज की चोकीदारी करते हैं, और अंकल के बहुत भरोसेमंद आदमी हैं।
उस वक्त मैं ग्रॅजुयेशन तक के स्टूडेंट्स को अकाउंटिंग पढ़ाती थी। 6 महीने ठीक गुजर गए लेकिन एक रोज एक ऐसा वाकिया हुआ कि जिसने मुझे गुस्सा दिला दिया। मेरे एक स्टूडेंट ने 14 फरवरी (रोज डे) पे मेरी क्लास की एक फीमेल को कालेज कैंपस में सबके सामने किस कर दी (उसने अपने दोस्तों से इसकी शर्त लगाई थी जो मुझे बाद में पता चला।) वो लड़की रोती हुई वहाँ से निकल गई।
मुझे उस लड़के पे बहुत गुस्सा आया हुआ था और मैंने प्रिन्सिपल से बात करके उसको कालेज से निकलवा दिया। जिससे उसका एक साल जाया हो गया। उसने मुझसे और प्रिन्सिपल से माफी माँगने की बहुत कोशिश की। लेकिन मैं उसकी कोई बात सुनने को तैयार नहीं थी और मैंने ये तक कह दिया कि इस कालेज में या तो मैं रहूंगी या ये रहेगा। सो उसको कालेज से निकाल दिया।
यहाँ से असल कहानी शुरू होती है। मैंने उसको तो निकलवा दिया लेकिन ये भूल गई कि इनका पूरा ग्रूप कालेज में पढ़ता है या काम करता है। कुछ दिन ठीक गुजरे और उसके बाद जो कुछ हुआ, वो बहुत बुरा हुआ।
क्या हुआ था? आइए मैं आपको बताती हूँ।