अब में आपको करिश्मा के फिगर के बारे में बता देता हूँ, उसकी हाईट 5 फुट 1 इंच, फिगर साईज 32-28-36 था, अब में करिश्मा के साथ मजे ले रहा था।
और करिश्मा दीदी के बूब्स को धीरे-धीरे मसलने लगा। अब इधर डॉ दीदी मेरा लंड अपने मुँह में लेकर अंदर बाहर कर रही थी। फिर मैंने डॉ दीदी और करिश्मा को साथ में लेटा दिया और बारी से उन दोनों की चुत चाटी ओर उनका पानी पी गया।
फिर करिश्मा दीदी ने मेरा लन्ड चूसा तो बोली कि मेरे पति का तो इस से आधा भी नही है और पूरा लन्ड मुह में लेने की कोशिश करने लगी। 10 मिनट लन्ड चुसाने के बाद बोली राज मुझे आज तेरे बच्चे की माँ बना दे। फिर मैने करिश्मा दीदी को सीधा लेटा दिया, उनकी टांगे खोली और करिश्मा की चूत में अपना लंड डालने लगा और लन्ड का टोपा उसकी चुत में गया तो उसकी आहे निकल गयी।
चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra | Part 82 & 83
करिश्मा- आह आह भाई आराम से डाल, इतना बड़ा लन्ड मैंने कभी नही लिया।
फिर मैंने एक जोर से झटका लगाया तो आधे से ज्यादा लन्ड करिश्मा दीदि की चुत में चला गया और दीदी के मुह से चीख निकलिनॉर आंखों में आंसू आ गए।
फिर भी वो बोली- फाड़ दे मेरी चुत, मेरे पति को भी पता लगे कि आज मैं सच मे एक मर्द के लन्ड से चुद के आयी हुँ।
फिर मैंने पूरा लन्ड उनकी चुत में डाल दिया और धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा। 10 मिंट बाद करिश्मा दीदी को मज़ा आने लगा और अब मेरा लैंड भी बड़ी आसानी से करिश्मा की चूत में घुसने लगा, क्योंकि करिश्मा बहुत पानी छोड़ चुकी थी। अब में डॉ दीदी के बूब्स को मसलता और करिश्मा दीदी की चूत पर अपने लंड से धक्के लगा रहा था और फिर 10 मिनट तक करिश्मा की चूत में धक्के लगाता रहा। और उसका पानी निकाल गया। मैं फिर भी उसको चोदता रहा और 20 मिनट बाद मेरा पानी निकलने को हुआ तो मैंने करिश्मा दीदी की चुत में झड़ गया। और सारा पानी उनकी चुत में छोड़ा। मैं ऐसे ही 10 मिनट उनके ऊपर लेता रहा। 10 मिनट बाद उनकी चुत में ही मेरा लन्ड वापिस खड़ा हो गया।
पर करिश्मा दीदी अब पूरी सुस्त पड़ गयी थी और मुझसे बोली कि बस अब नेहा के साथ कर।
अब डॉ नेहा दीदी तो जैसे तैयार थी, तो डॉ दीदी तुरंत मुझसे बोली कि अब मुझे डॉगी स्टाइल में करो। फिर में डॉ दीदी को तुरंत झुकाकर डॉग शॉट लगाने लगा। अब वो भी मेरे हर शॉट का जवाब अपने चूतड़ हिला-हिलाकर दे रही थी आआआआआआअ, आह बहुत मज़ा आ रहा है राज सैया, ज़ोर से और ज़ोर से और ज़ोर से। फिर कुछ देर के बाद वो बोली कि बस अब थोड़ा आराम दो, मेरी टाँगे दुख रही है। फिर मैंने डॉ दीदी को पलंग पर सीधा लेटा दिया और उसकी दोनों गोरी- गोरी चूचीयों को सहलाने लगा और उसकी चूत के दाने को भी धीरे-धीरे मसलने लगा। अब वो चिल्लाने लगी थी राजाआाआ मत सताओ, अब ज़रा जल्दी से अपना लंड घुसाओ। फिर में अपना लंड डॉ दीदी की चूत में घुसाकर उनकी की चूत को चोदने लगा।
अब नीचे से दीदी अपने चूतड़ को रेल के इंजन के पहिए जैसे हिलाने लगी थी। फिर करीब आधे घंटे के बाद डॉ दीदी की चूत में से जो पानी गिरा ऐसा लगता था कि कोई नल फट गया हो। अब इधर डॉ दीदी की मदमस्त सिसकारी बंद होने का नाम ही नहीं ले रही थी। अब डॉ दीदी पानी छोड़ते हुए कराहने लगी थी और बोली कि थोड़ा दर्द हो रहा है। तो में बोला कि शाम से चुद रहीं हो थोड़ी तकलीफ़ होगी। तो डॉ दीदी बोली कि अब थोड़ा आराम दो।
फिर मैंने करिश्मा दीदी को उठाया और उसके साथ शुरू हो गया। दीदी के निप्पल को धीरे-धीरे सहलाने लगा। अब उनके दोनों निप्पल एकदम काले जामुन जैसे कड़क हो गये थे और मेरा लंड जैसे करिश्मा दीदी की चूत फाड़ देगा। इस तरह से दीदी की चूत में अंदर बाहर होने लगा था। अब में कभी दीदी के निप्पल दबाता, तो कभी दीदी की जीभ को चूस लेता था, तो दीदी आआआआआआ, उई राज आआआआआआ की आवाजे निकालती और दीदी से पूरी तरह सट गया था।
अब दीदी इतना होने पर धीरे-धीरे अपना पानी छोड़ने लगी थी। मुझे दीदी की चूत का पानी बहुत अच्छा लगता है तो मैंने झट से दीदी की चूत पर अपना मुँह लगा दिया और धीरे-धीरे दीदी की चूत का पानी पीने लगा। अब दीदी एकदम मस्त आवाजे निकालने लगी थी और फिर में दीदी कि चूत का एक-एक बूँद पानी पी गया। अब दीदी एकदम निढाल होकर पलंग पर सो गयी थी और बोली कि राज आज तो तुमने जन्नत दिखा दी। फिर में बोला कि दीदी थोड़ा और करो, मेरा अभी तक गिरा नहीं है।
फिर करिश्मा दीदी बोली कि आज तुम्हारा जितना भी पकङी गिरेगा सब मेरी चुत में ही डालना। फिर करिश्मा बोली कि इतना मज़ा आएगा मैंने सपने में कभी नहीं सोचा था। अब करिश्मा दीदी एक बार फिर से सहवास करने लगी थी और 1 घंटे में थक गयी और बोली कि बस और नहीं।
Part 83
फिर तब डॉ दीदी उठी और मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी और करीब 20 मिनट तक चूसती रही।
फिर में भी डॉ दीदी की चूचीयों को सहलाता रहा, तो थोड़ी देर के बाद मेरा भी वीर्य गिरने वाला था तो मैंने अपना लन्ड जल्दी से सोई हुई करिश्मा दीदी की चुत में डाला और करिश्मा दीदी ने मेरे वीर्य की एक-एक बूँद को अपनी चुत के अंदर तक लिया। करिश्मा दीदी फिर से मुझसे लिपट गयी। अब इस बार डॉ दीदी भी करिश्मा दीदी के साथ मेरे लंड को साईड-साईड से चूमने लगी थी, तो तभी घड़ी का अलार्म बजा और हमने देखा कि 6 बज चुके थे। हम तीनों भी अब तक चुके थे। और हम ऐसे ही नंगे लिपट कर सो गए।
दोपहर को 1 बजे डोरबेल बजी तब हमारी नींद खुली और हम तीनों नंगे सो रहे थे। फिर हमने कपड़े पहने, डॉ दीदी गेट खोलने गयी और मैं डॉ आँटी के रूम में जाकर लेट गया।